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बुधवार, 10 मार्च 2021

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एआईएसयू: भारत के प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले को किया नमन

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मधेपुरा
। ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन कार्यालय में भारत के प्रथम महिला शिक्षिका सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले को श्रद्धासुमन अर्पित करते हुए नमन किया। ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के जिलाध्यक्ष राहुल कुमार के अध्यक्षता में आयोजित श्रद्धांजलि सभा में यूनियन के राष्ट्रीय अध्यक्ष ई० मुरारी ने कहा कि सावित्रीबाई ज्योतिराव फुले भारत की प्रथम महिला शिक्षिका, समाज सुधारिका एवं मराठी कवियत्री थीं। उन्होंने अपने पति ज्योतिराव गोविंदराव फुले के साथ मिलकर स्त्री अधिकारों एवं शिक्षा के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्य किए। वे प्रथम महिला शिक्षिका थीं। उन्हें आधुनिक मराठी काव्य का अग्रदूत माना जाता है। ई. मुरारी ने कहा कि 1852 में उन्होंने बालिकाओं के लिए एक विद्यालय की स्थापना की।

सावित्रीबाई फुले भारत के पहले बालिका विद्यालय की पहली प्रिंसिपल और पहले किसान स्कूल की संस्थापक थीं। महात्मा ज्योतिबा को महाराष्ट्र और भारत में सामाजिक सुधार आंदोलन में एक सबसे महत्त्वपूर्ण व्यक्ति के रूप में माना जाता है। उनको महिलाओं और दलित जातियों को शिक्षित करने के प्रयासों के लिए जाना जाता है। उन्होंने कहा कि ज्योतिराव, जो बाद में ज्योतिबा के नाम से जाने गए सावित्रीबाई के संरक्षक, गुरु और समर्थक थे। सावित्रीबाई ने अपने जीवन को एक मिशन की तरह से जीया जिसका उद्देश्य था विधवा विवाह करवाना, छुआछूत मिटाना, महिलाओं की मुक्ति और दलित महिलाओं को शिक्षित बनाना। 
श्रद्धांजलि सभा मे मौजूद यूनियन के विकास विद्याकर उर्फ बिट्टू ने कहा कि सावित्रीबाई पूरे देश की महानायिका हैं। हर बिरादरी और धर्म के लिये उन्होंने काम किया।
छात्र नेता अजित कुमार ने भी अपने विचार रखे।
इस दौरान राजा कुमार, सन्नी कुमार, दर्शन कुमार, गोलू कुमारसोनू कुमार, बीरेंद्र कुमार, पंकज कुमार आदि ऑल इंडिया स्टूडेंट यूनियन के छात्र नेता मौजूद रहे।

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