मधेपुरा/बिहार: विधानसभा चुनाव-2025 के मतदान की उलटी गिनती के बीच कैंडिडेट्स, अपने भूले- बिसरे दोस्तों और सगे- संबंधियों का मोबाइल नंबर भी तलाशने में लगे हैं। मोबाईल नंबर मिलते ही इनसे संबंधों की दुहाई देते नैया पार लगाने की खुशामद - मिन्नत भी कर रहे हैं। इनमें कुछ लोग इतने दिनों के बाद अचानक याद आने और बातचीत का लहजा बदले इस कैंडिडेट्स पर अपनी खीझ भी निकाल रहे हैं।
कुर्सी पाने के लिए कैंडिडेट किसी प्रयास से चूकना नहीं चाह रहे हैं। पुराने संबंधियों को एहसास दिलाते हैं कि इस समय साथ नहीं देंगे, तो इतने गहरे रिश्ते का क्या मतलब।
बालम गढ़िया के अमित कुमार बताते हैं कि उनके एक मित्र कैंडिडेट हैं। अचानक एक दशक बाद कैंडिडेट/प्रत्याशी मित्र को उनकी याद आ गई। इस बीच मेरे घर में कुछ पारिवारिक आयोजन भी हुआ, परंतु वे नहीं आए। आज नंबर खोजकर अपने लिए लोगों को गोलबंद करने कह रहे हैं।
सुखासन के बिट्टू सिंह का कहना है कि उन्हें कई कैंडिडेट्स ने फोन किया। सभी अपने को काफी करीबी साबित बता रहे हैं। उनका कहना है कि लगभग यही हाल अन्य लोगों का भी कैंडिडेट्स ने कर रखा है।
मधेपुरा नगर परिषद वार्ड नंबर 22 के सौरभ सुमन कहते हैं कि अभी नंबर पता कर फोन करनेवाले कैंडिडेट अगर जीत जाते हैं, तो उसी नंबर को फिर भूल जाएंगे। इसलिए वोट सही व्यक्ति को देना है।।


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