भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय के शैक्षणिक परिसर स्थित विश्वविद्यालय इतिहास विभाग के अस्सिस्टेंट प्रोफेसर डॉ अमरेन्द्र कुमार ने शुक्रवार को बीएनएमयू का उपकुलसचिव (पंजीयन) के रूप में कुलसचिव डॉ मिहिर कुमार ठाकुर के समक्ष योगदान दिया है।
डॉ. अमरेंद्र कुमार का चयन बिहार लोक सेवा आयोग(बीपीएससी),पटना की अनुशंसा के आलोक में दिसम्बर 2019 में केपी कॉलेज मुरलीगंज(मधेपुरा) में इतिहास विभाग अस्सिस्टेंट प्रोफेसर के रूप में योगदान दिया है।
वे केपी कॉलेज मुरलीगंज में इतिहास विभाग के विभागाध्यक्ष तथा राष्ट्रीय सेवा योजना(एनएसएस) के कार्यक्रम पदाधिकारी,
रेड रिबन क्लब के नोडल पदाधिकारी,तथा सेहत केंद्र के नोडल पदाधिकारी भी रह चुके हैं ।
इसके कुछ वर्षों बाद ही इनको तत्कालीन कुलपति डॉ आर के पी रमण ने विश्वविद्यालय इतिहास विभाग में पठन पाठन एवं शोध को गति देने हेतु पदस्थापित करने का आदेश दिया।
मालूम हो कि इनकी प्रारंभिक स्कूली शिक्षा जवाहर नवोदय विद्यालय सुपौल से हुई।
स् नातक और स्नातकोत्तर टीपी कॉलेज मधेपुरा से, पीएच-डी विश्वविद्यालय इतिहास विभाग बीएनएमयू से हुई है। यूजीसी नेट जून 2012 और दिसंबर 2012, सामाजिक न्याय व अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा राजीव गांधी जूनियर रिसर्च फैलोशिप भी प्राप्त हुआ। वे इंडियन हिस्ट्री कांग्रेस के आजीवन सदस्य हैं। इनके कई शोध पत्र और पत्रिका राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय जर्नल में प्रकाशित हो चुके हैं ।
ज्ञात हो की डॉ. अमरेंद्र कुमार ने बीएनएमयू से ही शिक्षा ग्रहण की और इसी विश्वविद्यालय में इनका चयन बीपीएससी के द्वारा सहायक प्राचार्य इतिहास के रूप में हुआ। सहायक प्राचार्य के पद से लेकर उपकुलसचिव (पंजीयन) तक के सफर को पूरा पूरा किया ।
इस अवसर पर कुलसचिव डॉ. मिहिर कुमार, उपकुलसचिव(स्थापना) डॉ सुधांशु शेखर,
सीसीडीसी डॉ इम्तियाज अंजुम, लोक सूचना पदाधिकारी डॉ सज्जाद अख्तर, उप कुलसचिव (शैक्षणिक) डॉ दीपक गुप्ता, परिसम्पदा पदाधिकारी डॉ शंकर मिश्रा, इतिहास विभागाध्यक्ष डॉ सीपी सिंह, नोडल ऑफिसर डॉ मोहित गुप्ता, नॉडल ऑफिसर यूआईएमएस डॉ. शशांक मिश्रा, डॉ अशोक कुमार ,डॉ विमल कुमार सिंह, मो. तौकीर हाशमी ,डॉ संजय कुमार, अनिल कुमार, डॉ.पंकज कुमार शर्मा ,डॉ पंचानन मिश्रा, गुड्डू कुमार, डॉ कविता कुमारी,डॉ स्वर्ण मणि, संजीव, आमिस, राजन और राजेश आदि मौजूद रहे।
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