मधेपुरा/बिहार: भूपेंद्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय के ओल्ड कैम्पस स्थित शिक्षा शास्त्र विभाग के द्वारा विश्वविद्यालय प्रेक्षागृह में सोमवार को कल्चरल फेस्ट- 2023 का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि एवं उद्घाटन कर्ता कुलपति प्रो डॉ आर.के.पी. रमण द्वारा किया गया।
मुख्य अतिथि एवं उद्घाटनकर्ता कुलपति प्रो.आर के पी रमण ने कहा कि पढ़ाई के साथ-साथ संगीत की भी शिक्षा अनिवार्य है ।
हमारे यहां प्राचीन काल से ही तानसेन जैसे संगीतज्ञ के कला का प्रभाव रहा है, संगीत के द्वारा मानसिक स्वास्थ्य तथा स्वस्थ मानसिकता को बल मिलता है l
उन्होंने छात्रों का आह्वान किया कि कोसी क्षेत्र मिथिलांचल का वह भाग है जहां की संस्कृति काफी समृद्शाली मानी जाती रही है l संपूर्ण देश में इसका एक अलग महत्व हैl
विशिष्ट अतिथि के रूप में पूर्व मैथिली विभागाध्यक्ष डॉ अमोल राय ने कहा कि मिथिला की संस्कृति ही संगीत को अपने में संजोए हुए हैं, जो चाहे मिथिला पेंटिंग हो या जनकपुर की अपनी सांस्कृतिक विधा, जिसके द्वारा पूरी दुनिया में जानी जाती है, मैथिली भाषा के रूप में इसका अपना एक अस्तित्व है l
नैक आइक्यूएसी के डायरेक्टर प्रो.( डॉ.) नरेश कुमार ने भी कल्चरल फेस्ट में सम्मिलित समस्त स्टूडेंट्स को उज्जवल भविष्य की कामना के साथ-साथ आने वाले समय में विश्वविद्यालय द्वारा उन्हें संगीत के क्षेत्र में हर संभव सहयोग प्रदान करने का आश्वासन दिया l
बीएड-एमएड विभाग के प्रोफेसर इंचार्ज डॉ राजीव मलिक ने भी संबोधित किया l
विश्वविद्यालय के प्रॉक्टर डॉ बी.एन विवेका तथा विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की विभागाध्यक्ष प्रो उषा सिंह ने काव्य पाठ कर दर्शकों का दिल जीता l
शिक्षा शास्त्र विभाग की संगीत शिक्षिका नेहा कुमारी के द्वारा स्वागत गीत, वंदना,देशभक्ति गीत और मैथिली लोकगीत की प्रस्तुति ने समा बांध दिया।
बीएड-एमएड के स्टूडेंट्स द्वारा मनमोहक प्रस्तुतियां दी गई, जिन्होंने कार्यक्रम में चार चांद लगा दिए l
बीएड की छात्राओं ने अनेकानेक गानों पर नृत्य प्रस्तुतियां दी, नृत्य प्रस्तुतियों ने सभी दर्शकों का मन मोह लिया l
कार्यक्रम के अंत में शिक्षाशास्त्र विभाग के बीएड विभागाध्यक्ष डॉ सुशील कुमार ने सभी अतिथियों एवं आगंतुकों काे धन्यवाद ज्ञापित किया l
कार्यक्रम का संचालन बीएड की छात्रा दीपशिखा सिंह तथा छात्र आलोक कुमार ने संयुक्त रूप से किया l
मौके पर प्रॉक्टर डॉ बीएन विवेका, विकास पदाधिकारी डॉ ललन प्रसाद अद्री, विश्वविद्यालय हिंदी विभाग की एचओडी प्रो. उषा सिन्हा,, मानविकी संकाय डीन डॉ विनय कु. चौधरी, एमएड एचओडी बुद्ध प्रिय, डॉ सीडी यादव, डॉ शिवेन्द्र प्रताप सिंह, डॉ राजेश कुमार, प्रिंस फिराेज अहमद, डॉ पवन कुमार, डॉ राम सिंह यादव, डॉ बीर बहादुर, रुचि सुमन, डॉ विशाखा कुमारी, डॉ अंजू प्रभा मो तौकीर आलम, डॉ शैलेश कुमार आदि उपस्थित रहे।।
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