मधेपुरा/बिहार: बीएन मंडल विश्वविद्यालय के विश्वविद्यालय होम साइंस विभाग की पूर्व एचओडी डॉ. रीता सिंह की सेवा निवृत्ति पर सम्मान सह विदाई समारोह आयोजित किया गया। एचओडी डॉ. बिमला कुमारी की अध्यक्षता और डॉ. कौशल किशोर चौधरी के संचालन में चले समारोह में वक्ताओं ने डॉ. रीता सिंह के व्यक्तित्व और कृतित्व पर प्रकाश डाला।
वक्ताओं ने कहा कि रीता सिंह ने एचओडी बनने के साथ ही अपनी कार्य कुशलता के बल पर विभाग को पूरी तरह पटरी पर लाकर विश्वविद्यालय में अपनी खास पहचान बनाई। समारोह में आईक्यूएसी के निदेशक सह बीएन मुस्ठा के महासचिव डॉ. नरेश कुमार ने कहा कि एचओडी के रूप में डॉ रीता सिंह का कार्यकाल स्वर्ण अक्षरों में लिखा जायेगा। होम साइंस विभाग को इनके नेतृत्व में काफी लोकप्रियता मिली है। उन्होंने कहा कि इन्होंने लगातार शैक्षिक और सामुदायिक कार्यक्रम आयोजित कर छात्रा के साथ ही समाज को भी जागृत करने का काम की है।
उन्होंने कहा कि सेवांत लाभ लेने में इन्हे कोई परेशानी नहीं हो इसके लिए संघ सहयोग करेगा।
साइकोलॉजी के एचओडी डॉ.एम.आई रहमान ने कहा कि इन्होंने एक बेहतर अभिभावक के रूप में विभाग को नई पहचान दिलाई है। एक जुझारू लेडी के रूप इनकी पहचान बनी है। मुस्किल कार्यों को भी ये बड़े ही दिलेरी के साथ मुस्कुराते हुए पूरा कर लेती थी। जो सभी शिक्षकों के लिए भी प्रेरणाश्रोत बन गई।
जोगरफी के डॉ. सुभाष झा ने कहा कि घर बाहर और विभाग के कार्यों को पूरा करने में इनका जबरदस्त सामंजन रहा।
पॉलिटिकल साइंस के डॉ. शशांक मिश्र ने इनके नेतृत्व की सराहना करते हुए स्वलिखित कविता का पाठ किया। एचओडी डॉ. बिमला कुमारी ने कहा कि आज मेरी बड़ी दीदी का कार्यकाल समाप्त हुआ है। विभाग इनको कभी नही भूलेगा।
समारोह में भूपेंद्र नारायण सिंह, डा. गणेश प्रसाद, डॉ. अर्पणा सिंह, डॉ. संजय कुमार परमार, डा. रीतू प्रिया, डॉ. नीतू, मीणा कुमारी, कुमारी रेणुका रंजन, केशिका यादव, कंचन प्रिया, नूतन, ज्योति ज्वाला, मयंक, शशांक, सुभाष, अफसाना सहित अन्य मौजूद थे।
सेवा निवृत्ति के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में डॉ. रीता सिंह ने कहा कि सहरसा से एचओडी के रूप में उन्हें मधेपुरा लाया गया था। उनके कार्यकाल में कुलपति सहित सभी पदाधिकारी, शिक्षक, कर्मचारियों का भरपूर प्यार और सहयोग मिला। खासकर छात्राओं ने जो मुझे सम्मान दिया उसे मैं कभी नहीं भूल पाऊंगी। उन्होंने कहा कि सेवाकाल में उनसे जो गलती हुई होगी उसे माफ करेंगे।।
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