● Sarang Tanay@Madhepura
मधेपुरा/बिहार: भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा के नॉर्थ कैम्पस स्थित विश्वविद्यालय मनोविज्ञान विभाग
में स्टेट लेवल वर्कशॉप का विधिवत उद्धघाटन मुख्य अतिथि कुलपति डॉ आर के पी रमण ने दीप प्रज्वलित कर किया।
स्टेट लेवल वर्कशॉप( कार्यशाला) का मुख्य बिंदु शोध(रिसर्च) में कंप्यूटर की उपयोगिता पर आधारित है।
स्टेट लेवल वर्कशॉप (कार्यशाला) 2 दिसंबर से 6 दिसंबर 2022 तक आयोजित होगा।
विशिष्ट अतिथि के रूप में डीएसडब्लू सह सोशल साइंसेज के डीन प्रो डॉ राजकुमार सिंह, मानविकी संकाय की डीन सह हिन्दी विभाग की एचओडी प्रो डॉ उषा सिन्हा, साइंस डीन सह फिजिक्स डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो डॉ नवीन कुमार उपस्थित थे।
तिलका मांझी भागलपुर विश्वविद्यालय के स्टैटिसटिक्स एंड कंप्यूटर एप्लीकेशन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रो निसार अहमद रिसोर्सेस पर्सन के रूप में मंच पर आसीन थे।
इस कार्यशाला में स्नातकोत्तर जंतु विज्ञान के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अरुण कुमार, स्नातकोत्तर रसायन विभाग के विभागाध्यक्ष प्रोफेसर अशोक कुमार, स्नातकोत्तर भूगोल विभाग के विभाग एचओडी डॉ गणेश प्रसाद, स्नातकोत्तर वनस्पति विभाग के विभागाध्यक्ष एवं स्नातकोत्तर विभागों के शिक्षक गण भी उपस्थित थे।
इस कार्यशाला में कुल एक सौ शोधार्थियों भाग ले रहे हैं।
कुलपति डॉ आर के पी रमण ने गुणवत्तापूर्ण शोध पर बल देते हुए प्रसन्नता व्यक्त की। इस तरह के आयोजन से विश्वविद्यालय की ख्याति बढ़ेगी और शोधार्थी के अंदर कौशल एवं गुणवत्तापूर्ण शोध करने की क्षमता बढ़ेगी।
उन्होंने बताया कि यदि शोध के सभी आयामों की हमें जानकारी रहती है तो शोध करना सरल हो जाता है और शोध के अंदर गुणवत्ता भी आती है।
कुलपति डॉ आर के पी रमण ने शोधार्थियों एवं विद्यार्थियों को आश्वस्त किया के किसी भी प्रकार की कठिनाई यदि उत्पन्न होती है तो वह उसे भरपूर प्रयास करेंगे के कठिनाई दूर हो।
उन्होंने शोधार्थियों को अपने भविष्य को उज्जवल बनाने की शुभकामनाएं दी।
डीएसडब्लू प्रो डॉ राजकुमार सिंह शोध और शोधार्थियों के अननोन आश्रय संबंध पर विशेष चर्चा करते हुए कहा के शोध की प्रक्रिया तभी कठिन होती है जब हम शोध के प्रणाली से स्वयं को वंचित रखते हैं।
विश्वविद्यालय में ऐसी कार्यशाला होती रहनी चाहिए, ताकि उत्तम शोध सामने आ सके।
मानविकी संकाय डीन प्रो उषा सिन्हा ने शोधार्थियों को उत्साहित करते हुए कहा के यह कार्यशाला उनकी क्षमता और दक्षता को बढ़ावा देगा ।
साइंस डीन प्रो डॉ नवीन कुमार ने वैज्ञानिक और वैज्ञानिकता पूर्ण तरीके से शोध करने पर बल दिया और बताया कि विकसित देश हमसे इसलिए आगे हैं कि उनकी शोध में वैज्ञानिकता होती है।
स्टेट लेवल वर्कशॉप का विषय प्रवेश करते हुए साइकोलॉजी डिपार्टमेंट के एचओडी प्रो डॉ एम आई रहमान ने शोध, शोध के प्रकार और शोध में कंप्यूटर की उपयोगिता पर प्रकाश डाला।
उन्होंने कुलपति को धन्यवाद देते हुए कहा के आज की कार्यशाला उनकी ही प्रेरणा की देन है, यदि कुलपति शोध की गुणवत्ता को बनाए रखने के लिए उत्सुक नहीं रहते तो शायद यह कार्यशाला संभव नहीं था।
उन्होंने बताया उत्तम शोध करने के लिए और कराने के लिए प्लेजियरिम सॉफ्टवेयर से जाँच को अनिवार्य कर दिया गया है।
यह कुलपति की अच्छी सोच का परिचायक है।
डॉ रहमान ने बताया के गुणवत्ता पूर्ण शिक्षण कार्स हो और गुणवत्तापूर्ण शोध हो,
कुलपति ने इंटरएक्टिव एल एल सी डी प्रोजेक्टर उपलब्ध कराने हेतु बिहार सरकार से सहायता मांगी और भी एन मंडल विश्वविद्यालय में इंटरएक्टिव बोर्ड लगाए गए।
उद्घाटन समारोह को स्नातकोत्तर विभागों के विभाग अध्यक्षों ने भी संबोधित किया।कार्यशाला के दूसरे सत्र में भागलपुर विश्वविद्यालय से आए हुए रिसोर्ट पर्सन प्रो निशा अहमद ने और प्रोग्रामिंग पर शोधार्थियों को प्रशिक्षित किया। प्रशिक्षण के बाद सभी शोधार्थी अत्यंत ही गौरवान्वित महसूस कर रहे थे।
शोधार्थियों ने बताया के इस तरह का वर्कशॉप काफी लाभदायक है, जिससे कि शोध की तकनीकों को समझने में हमें काफी मदद मिलेगी।
स्टेट लेवल कार्यशाला के सफल आयोजन में विभाग के कार्यालय सहायक अंकेश कुमार, पवन कुमार ने सहयोग किया एवं शोधार्थी मिनी कुमारी, पूजा, दीक्षा, काजल, मंजिता, नुजहत की भूमिका सराहनीय रही।
आयोजक सचिव डॉक्टर आनंद कुमार सिंह पूरी मुस्तैदी से अपनी जिम्मेवारी निभाते हुए नजर आए।
एचओडी डॉ रहमान ने बताया कि 3 दिसम्बर को पटना से विशेष रिसोर्स पर्सन आएंग और एसए सॉफ्टवेयर के संबंध में शोधार्थियों को प्रशिक्षित करेंगे।
प्लेजियरिम सॉफ्टवेयर पर स्वयं प्रो रहमान शोधार्थियों को जानकारी उपलब्ध कराएंगे।
मंच संचालन आइक्यूएसी के डायरेक्टर प्रो डॉ नरेश कुमार ने किया।
स्वागत गीत एवं राष्ट्रगान की प्रस्तुति डॉ हेमा कुमारी ने दी।
धन्यवाद ज्ञापन डॉ आनंद कुमार सिंह ने किया।
मौके पर जूलॉजी हेड डॉ अरुण कुमार ,बॉटनी हेड डॉ रमेश कुमार, केमिस्ट्री हेड डॉ अशोक कुमार यादव, इम्तियाज अंजुम, डॉ अबुल फजल, डॉ पंचानंद मिश्रा, डॉ भुवन भास्कर मिश्रा, डॉ प्रियंका, डॉ हेमा, डॉ रीता, रिसर्च स्कॉलर सारंग तनय, आनंद कुमार भूषण, माधव कुमार, पल्लवी राय, प्रिंस कुमार, पूजा कुमारी, गुड्डी कुमारी, वर्षा कुमारी, प्रीतम कुमारी, जयदीप मौनू, प्रवीण कुमार, विकास कुमार आदि मौजूद रहे।।
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