● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: स्वास्थ्य को अंग्रेजी में ‘हेल्थ’ कहते हैं, जिसकी उत्पत्ति 'होल’ (संपूर्ण) से हुई है। इस तरह स्वास्थ्य संपूर्णता का द्योतक है। यह केवल बीमारियों के अभाव का नाम नहीं है, बल्कि यह एक आदर्श अवस्था है, जिसमें मनुष्य अपनी समग्र क्षमताओं का समुचित उपयोग कर सके।
उक्त बातें विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी विभाग, भारत सरकार, नई दिल्ली के पूर्व पीआई एवं पब्लिक हेल्थ इम्पावरमेंट एंड रिसर्च आर्गेनाइजेशन के सीईओ डाॅ. विनीत भार्गव ने कही।
वे शनिवार को "जीवनशैली और स्वास्थ्य" विषयक सेहत संवाद कार्यक्रम में मुख्य वक्ता थे। यह आयोजन टीपी कॉलेज, मधेपुरा में बिहार राज्य एड्स नियंत्रण समिति, पटना के सौजन्य से संचालित सेहत केंद्र के तत्वावधान में किया गया।
उन्होंने कहा कि हम गलत जीवनशैली की वजह से बीमारियों से ग्रस्त होते हैं। यदि हम संतुलित आहार लें और संयमित जीवनशैली को अपनाएं, तो हम अधिकांश बीमारियों से बच सकते हैं।
उन्होंने कहा कि संतुलित पोषक के लिए ताजा फल, सब्जियाँ, साबुत अनाज और प्रोटीन अपने रोज के आहार में लेने चाहिए। यदि आहार में यह सभी पोषक तत्व न हो, तो शरीर न सिर्फ कमज़ोर हो जाता है और शरीर बीमारियों का घर बन जाता है।
उन्होंने सबों को सलाह दिया कि प्रतिदिन ध्यान एवं योग का अभ्यास करें। सूर्योदय से पहले या साथ जाग जाएँ। रात्रि में सही समय पर सोएं और पर्याप्त नींद लें। ताजा एवं हल्का गर्म भोजन करें। भोजन धीरे-धीरे शांत स्थान में शांतिपूर्वक, सकारात्मक एवं खुश मन से करें। भोजन को अच्छी प्रकार से चबाकर एवं धीरे-धीरे खायें। भोजन खाने के बाद 3-5 मिनट टहलें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता दर्शनशास्त्र विभागाध्यक्ष डाॅ. सुधांशु शेखर ने की।
अतिथियों का स्वागत मनोविज्ञान विभागाध्यक्ष डॉ. शंकर कुमार मिश्र ने किया।
धन्यवाद ज्ञापन राजनीति विज्ञान विभाग के शोधार्थी सारंग तनय ने किया।
इस अवसर पर डॉ. प्रियंका सिंह, विद्या रानी, प्रिया सिंह, चंदन कुमार कर्ण, डेविड यादव, गौरव कुमार सिंह, सौरभ कुमार चौहान आदि उपस्थित थे।।
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