● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: यह विश्वविद्यालय हमारे लिए मंदिर की तरह है। हमारे पुरखों ने काफी जद्दोजहद कर हमारे लिए विश्वविद्यालय बनाया है। हमें हमेशा इसकी गरिमा को कायम रखना है और किसी भी परिस्थिति में इसकी प्रतिष्ठा पर कोई आंच नहीं आने देना है।
उक्त बातें कुलपति डॉ.आर.के.पी.रमण ने कही। वे बुधवार को विश्वविद्यालय अधिषद् (सीनेट) की तैयारियों को लेकर केंद्रीय पुस्तकालय के सभागार में आयोजित बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे। सीनेट की यह वार्षिक बैठक आगामी 19 फरवरी, 2022 को विश्वविद्यालय प्रेक्षागृह(ऑटोडोरिम) में निर्धारित है। ● जिम्मेदारियों का सम्यक् निर्वहन करें:
कुलपति ने कहा कि विश्वविद्यालय हमारे पुरखों की धरोहर है। इसके साथ हमारे क्षेत्र की लाखों जनता की आशाएं एवं अपेक्षाएं जुड़ी हुई हैं। इसलिए सभी पदाधिकारी एवं कर्मचारी अपनी-अपनी जिम्मेदारियों का सम्यक् निर्वहन करें।
● तीन दिनों के अंदर संचिका का निष्पादित करें:
कुलपति डॉ.आर.के.पी.रमण ने कहा कि हम सबों का यह दायित्व है कि विश्वविद्यालय के सभी कार्यों को ठीक ढंग से करें और इस बात का विशेष ख्याल रखें कि किसी को भी बेवजह विश्वविद्यालय का चक्कर नहीं लगाना पड़े। किसी भी संचिका को अनावश्यक रूप से नहीं रोका जाए और हर हाल में तीन दिनों के अंदर संचिका का निष्पादित किया जाए। जो काम होने लायक है, उसे ससमय अनिवार्य रूप से किया जाए, और जो कार्य नहीं होने योग्य हो, उसे पहले ही मना कर दें।
● सीनेट विश्वविद्यालय की सबसे महत्वपूर्ण सभा:
कुलपति ने कहा कि अधिषद् विश्वविद्यालय की सबसे महत्वपूर्ण सभा है। इसके कार्यों को सर्वोच्च प्राथमिकता दी जाए और इसकी तैयारियों में कोई कमी नहीं छोड़ी जाए। सबके साथ एवं सबके प्रयास से इस आयोजन को यादगार बनाना है।
● बुधवार को भी खुला रहा कार्यालय:
रजिस्ट्रार डॉ. मिहिर कुमार ठाकुर ने बताया कि सीनेट की बैठक को लेकर विश्वविद्यालय मुख्यालय के सभी कार्यालय/कोषांग बुधवार को भी खुला रहा। इस दिन(16 फरवरी) संत रविदास जयंती की छुट्टी को आगे समायोजन कर दिया जाएगा। सभी पदाधिकारियों एवं कर्मचारियों को 19 फरवरी तक अनिवार्य रूप से विश्वविद्यालय मुख्यालय में बने रहने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा सीनेट की बैठक के दिन निर्धारित दायित्वों को मुस्तैदी से पूरा करने और बैठक संचालन के क्रम में आवश्यकतानुसार अभिलेख/ संचिका/साक्ष्य/पत्रादि की प्रतिपूर्ति हेतु कार्यालय को तैयार रखने कहा गया है।
● बनेगा तोरणद्वार:
रजिस्ट्रार डॉ.एम.के.ठाकुर ने बताया कि विश्वविद्यालय कैम्पस की साफ- सफाई की जा रही है और प्रेक्षागृह(ऑटोडोरिम) का रंगाई-पुताई की जा रही है। अतिथियों के स्वागत हेतु तोरणद्वार बनेगा। सीनेट सदस्यों के साथ-साथ आयोजन समिति के सभी सदस्यों, सभी कर्मचारियों एवं मीडियाकर्मियों के लिए पहचान पत्र जारी किया जाएगा। विधि-व्यवस्था को बनाए रखने हेतु आरक्षी अधीक्षक(एसपी) को पत्र भेजा जा चुका है। अतिथियों के भोजन एवं अल्पाहार की समुचित व्यवस्था की जा रही है।
इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी नरेंद्र प्रसाद सिन्हा, डीएसडब्ल्यू डॉ. पवन कुमार, कुलानुशासक डॉ. विश्वनाथ विवेका, सीनेटर डॉ. अरविंद कुमार, सिंडिकेट सदस्य डॉ. जवाहर पासवान, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजुम, जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ. सुधांशु शेखर, डॉ. ललन प्रसाद अद्री, डॉ. कैलाश प्रसाद यादव, शोभाकांत कुमार, डॉ. रमेश कुमार, डॉ. एम. आई. रहमान, आर.पी. राजेश, डॉ. गजेन्द्र कुमार, डॉ. भूपेंद्र प्रसाद यादव, बी.पी.यादव, डॉ. अभय कुमार, डॉ. बिमला कुमारी, डॉ. शंकर कुमार मिश्र, रीता कुमारी, कुलपति के निजी सहायक शंभु नारायण यादव, डॉ. राजेश्वर राय, पृथ्वीराज यदुवंशी आदि उपस्थित थे।।
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