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बुधवार, 29 दिसंबर 2021

मधेपुरा:"स्टूडेंट्स के लिए आर्थिक दोहन का केन्द्र बन कर रह गया है बीएनएमयू"...

मधेपुरा/बिहार: बीएन मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा अंतर्गत अंगीभूत कालेजों में नामांकन के नाम पर अब खुल्लम - खुला रिश्वत/घुस की मांग हो रही है। बीएनएमयू छात्रों के लिए केवल आर्थिक दोहन का केंद्र बन कर रह गया है। यहां डिग्री से लेकर पीजी तक नामांकन कि राशि दो गुनी से तीन गुनी वसूल की जाती है। बीएड में यह प्रचलन शुरुआती दौर से चल रहा है। अब विवि के कई कालेजों में सामान्य कोर्स की पढ़ाई कर रहे छात्र-छात्राओं से रिश्वत मांगने का सिलसिला लगातार जारी है। नामांकन के नाम पर छात्रों से हो रही अवैध उगाही की बात अब किसी से छिपी नहीं है।
इसमें प्रधानाचार्य से लेकर कालेज के शिक्षक और कालेज कर्मी के अलावा सिंडीकेट सदस्य के नामों की चर्चा होती है।  नामांकन के नाम पर छात्रों से हो रही अवैध उगाही में प्रधानाचार्य से लेकर कालेज कर्मी शामिल रहते हैं। इस बात का खुलासा एक नहीं दो दो वायरल आडियो से हो रहा है। एक में तो विवि प्रशासन ने बिना जांच किए ही आनन-फानन में प्रभारी प्राचार्य पर कार्रवाई की। अब दूसरे पर कार्रवाई का स्टूडेंट्स/लोग इंतजार कर रहे हैं। सात दिन पहले सहरसा के एमएलटी  कालेज में रिश्वत मांगने का आडियो वायरल हुआ था। अब एचएस कालेज उदाकिशुनगंज में अवैध उगाही का मामला आया सामने आया है। 
इन कालेजों से नामांकन के नाम पर रिश्वत मांगने वाला वायरल आडियो अब विवि प्रशासन के लिए गले की हड्डी बन गई है। 
● एमएलटी कालेज के वायरल आडियो में खुल्लम-खुला मांगी गई रिश्वत:
सात दिन पहले एमएलटी कालेज के पीजी विभाग में नामांकन के लिए रिश्वत मांगने की बात सामने आई। इसमें निर्धारित से तीन गुनी अधिक राशि मांगी गई। इसे लेकर एक आडियो वायरल किया गया। 
वायरल आडियो में एक छात्र एमएलटी कालेज में स्पाट राउंड के माध्यम से पीजी में नामांकन लेने के लिए किसी से मोबाइल पर बात कर रहा है। इसमें लड़का से नामांकन के लिए सात हजार रुपये मांगा गया। इस पर दूसरी ओर से कहा गया कि साइंस में नामांकन के लिए 3100 रुपये की रसीद ही दी जाती है। बांकी  पांच सौ रुपये छोड़ देगा गौतम ने कहा था। जबकि नामांकन के लिए 3060 रुपया विज्ञान संकाय का शुल्क विश्वविद्यालय द्वारा निर्धारित है। इस वायरल आडियो में एक आवाज उस लड़के की और दूसरी प्राचार्य का होने का दावा किया जा रहा है। साथ ही इसी आडियो में अभिषद(सिंडिकेट) सदस्य गौतम कुमार के नाम की भी चर्चा है। बावजूद इसके इस मामले में  कोई जांच नहीं हुई। अप्रत्यक्ष रूप से सीधे प्रभारी प्रधानाचार्य पर कार्रवाई कर उन्हें प्रतिनियोजन पर दूसरे कालेज (आरएम कॉलेज,सहरसा) भेज दिया गया।
●  विवि के विभिन्न कालेजों में फल- फूल रहा है, अवैध उगाही का धंधा:
बीएनएमयू अंतर्गत संचालित कालेजों के बीएड व पीजी विभागों में छात्र-छात्राओं के दोहन का सिलसिला लगातार जारी है। इस संस्थान में नामांकन लेने की इच्छुक छात्र-छात्राओं से मनमानी राशि वसूली करने का खेल खुलेआम चल रहा है। मामला उजागर होने पर पहले लीपापोती की जाती है। इसके बाद भी बात नहीं बनती है, तो जांच कमिटि के नाम पर झुनझुना थमा दिया जाता है। इस कारण विवि प्रशासन द्वारा समय पर कार्रवाई  संभव नहीं हो पाता है।
 हाल फिलहाल पहला केस पीजी में एडमिशन फीस ₹3060 के बदले ₹7 हजार वसूलने से है।
 जबकि दूसरा केस एचएस कालेज, उदाकिशुनगंज में स्नातक पार्ट वन सत्र 2021- 23 के एडमिशन में अधिक रुपये मांगने का वायरल आडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। वायरल आडियो के अनुसार कालेजों में अवैध उगाही का धंधा फल फूल रहा है। यहां प्रभारी प्राचार्य की मिलीभगत से स्टूडेंट्स का आर्थिक शोषण व दोहन का मामला उजागर किया गया है।

● पहले बीएड व पीजी में छात्रों के आर्थिक दोहन का मामला आया सामने:
बीएनएमयू अंतर्गत विभिन्न कालेजों में पहले पीजी व बीएड में अवैध उगाही का मामला सामने आया था। इसमें छात्रों से आर्थिक दोहन की बात कही गई। अभी कालेजों में चार जनवरी तक डिग्री पार्ट वन में नामांकन की प्रक्रिया चलेगी। कालेजों से नामांकन में निर्धारित से अधिक रुपए लेने की भी बात सामने आयी है। ताजा मामला एचएस कालेज, उदाकिशुनगंज का सामने आया है। डिग्री पार्ट वन सत्र 2021-23 के नामांकन में अधिक रुपए मांगने का दो आडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वायरल आडियो के अनुसार छात्र कह रहे हैं कि पापा बोले हैं कि कुछ कम करके नामांकन करवा लो। लेकिन दूसरी तरफ से कहा जा रहा है कि दूसरे कालेज में नामांकन करवा लो। छात्र के द्वारा लगातार कुछ रुपए कम करने की विनती की जा रही है। वहीं दूसरे आडियाे में छात्र के द्वारा पूछे जाने पर बताया जाता है कि एक हाथ यानी पांच हजार रुपए लगेगा। आरोप लगाया जा रहा है कि वायरल आडियो प्रभारी प्रधानाचार्य का है। जबकि प्रभारी प्रधानाचार्य का कहना है कि उनकी आवाज नहीं है। इससे पहले पीजी में नामांकन के समय एमएलटी कालेज सहरसा के प्रधानाचार्य और एक छात्र के  आडियाे मामले में विवि ने अप्रत्यक्ष रूप से कार्रवाई करते हुए प्रधानाचार्य को पद से हटाते हुए उनका तबादला दूसरे कालेज(आरएम कॉलेज, सहरसा) में कर दिया है। इसके बावजूद कालेजों में इस तरह के कार्यों पर रोक नहीं लग पा रहा है।।

● (दैनिक जागरण)।

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