● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार : बिहार में शिक्षक नियोजन में धांधली का खुलासा हुआ है। 8 लाख रुपये लेकर अयोग्य अभ्यर्थी को भी शिक्षक बनाने की घटना सामने आई है। शिक्षा विभाग के एक अधिकारी खुद इस सेटिंग में शामिल हैं, जो 8-10 लाख रुपये रिश्वत/घूस लेकर शिक्षक बनाने का दावा कर रहे हैं। शिक्षा पदाधिकारी का दावा है कि नीचे से ऊपर तक टाइट सेटिंग है। बीडीओ से लेकर CM ऑफिस तक मैनेज है।
मामला बिहार के मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड का है, यहां एक ऑडियो बड़ी तेजी से वायरल हो रहा है। जिसमें शिक्षा विभाग से जुड़े अधिकारी 8-10 लाख रुपये रिश्वत लेकर टीचर बनाने की बात कर रहे हैं। बताया जा रहा है कि यह ऑडियो मधेपुरा जिले के मुरलीगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी(BEO) सूर्य नारायण यादव का है। वायरल ऑडियो में प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सूर्य नारायण यादव गुड्डु नाम के एक शख्स से बात कर रहे हैं और नियोजन के नाम पर 5 की जगह 8 लाख की मांग कर रहे हैं।
मधेपुरा से आडियो वायरल होने के बाद तरह-तरह की चर्चाएं हो रही हैं। शिक्षक नियोजन में पारदर्शिता पर सवाल उठ रहे हैं। वायरल ऑडियो में मुरलीगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सूर्य नारायण यादव किसी गुड्डु नाम के एक शख्स को बता रहा है कि घूस में ली जाने वाली राशि ऊपर तक पहुंचाई जाती है। नियोजन कार्य में लगे शिक्षक तक को उसके हैसियत के आधार पर कमीशन दिया जाता है।
प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी का डिमांड सुनकर पहले गु्ड्डू पहले 3.5 की जगह 5 लाख देने पर तैयार हुआ। बाद में बीईओ द्वारा रेट बढ़ाते हुए 8 लाख से कम में काम नहीं होने देने की बात कहा गया। इस पर गुड्डू ने कहा कि जो कहेंगे उसे पूरा किया जाएगा। बीईओ ने कहा कि हम अकेले ही नहीं हैं। मुरलीगंज के बीडीओ अनिल कुमार का भी इसमें हिस्सा है। बीईओ ने अपनी पहुंच सीएम आफिस तक होने की बात कही।
शिक्षक नियोजन में धांधली और पैसे लेकर नौकरी दिलाने का ऑडियो वायरल होने के बाद जिला के प्रशासनिक महकमे में हड़कंप मच गया है। ऑडियो में जिस प्रखंड विकास पदाधिकारी(BDO) अनिल कुमार का नाम लिया गया है। उन्होंने कहा कि ऑडियो में बीईओ द्वारा मुझ पर लगाए गए आरोप पूरी तरह से बेबुनियाद है. बीईओ ने मनगठंत कहानी बनाकर तमाशा बनाया है।
इधर बीईओ का ऑडियो वायरल होने के बाद मधेपुरा जिले के जिला शिक्षा पदाधिकारी(DEO) बीरेन्द्र नारायण यादव ने कार्रवाई की बात कही है। उन्होंने आरोपी मुरलीगंज के बीईओ को शो कॉज कर जवाब मांगा है। मधेपुरा जिला शिक्षा पदाधिकारी कार्यालय की ओर से जारी पत्र में लिखा गया है कि "व्हाट्सएप्प पर आपका एक ऑडियो वायरल हुआ है, जिसमें प्रारंभिक शिक्षक नियोजन 2019-20 के चयन के लिए आठ लाख से दस लाख रुपये की मांग की जा रही है। इतना ही नहीं वरीय पदाधिकारी ने मुख्यमंत्री कार्यालय तक को माईनेज करने की बात कही है, जो गंभीर मामला है"।
"वायरल ऑडियो को लेकर मुरलीगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी सूर्य नारायण यादव बिंदुवार स्पष्टीकरण पत्र अधोहस्ताक्षरी कार्यालय को उपलब्ध कराये। निर्धारित समय सीमा के अन्दर स्पष्टीकरण प्राप्त नहीं पर यह समझा जायेगा की आपको (मुरलीगंज प्रखंड शिक्षा पदाधिकारी को) इस संदर्भ में कुछ नहीं कहना है। बाध्य होकर आपके विरुद्ध कार्रवाई के लिए सक्षम प्राधिकार को प्रतिवेदित कर दिया जायेगा।।
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