मधेपुरा। महाशिवरात्रि मेले को लेकर दूर-दराज से आए मेला में दुकानदारों के सामने जो संशय बनी थी अब वह दुर हो गई। बुधवार की देर शाम जिला पदाधिकारी के आदेश पर मेला बंदोबस्ती की प्रक्रिया पूरी होने के बाद दुकानदारों के साथ-साथ आम लोगों के बीच भी खुशी का माहौल कायम हो गया। वहीं मेला में आए दुकानदार अधूरा दुकान सजा कर जो काम रोक दिए थे अब वे जल्दी-जल्दी अपनी दुकानें सजाने में लग गए हैं।
मेला में आए दुकानदार विजय, सोनू, कमरुल, राहुल कुमार, अरविंद महतो आदि ने बताया कि हम लोग बहुत दूर से हर वर्ष की तरह एक माह तक चलने वाले इस सिंहेश्वर मेला में दो पैसे की आस में यहां दुकान लगाए थे। पिछले दिनों एकाएक हम लोगों को यह पता लगा कि मेला नहीं लगाने दिया जाएगा। जिससे हम सभी दुकानदार अपना काम बंद कर दिए। मेला आयोजित नहीं होने की खबर लेकर काफी दुख भी हुआ।
लेकिन शुक्र है की प्रशासन ने देर से ही सही मेला लगाने का आदेश दिया। इससे अब उनलोगों की आस जगी है। सिंहेश्वर में मेला लगाने के आदेश मिलने के बाद दुकानदारों ने जिलाधिकारी सहित अन्य अधिकारियों को धन्यवाद दिया। मेला में अब मनोरंजन को चित्रहार और थिएटर भी लगेगी। जिससे मेले में रौनक रहेगी। सिंहेश्वर मेला में पहुंचे सर्कस के प्रोपराइटर नरुल हक ने बताया कि अगले वर्ष आधे मेला में ही कोरोना को लेकर सर्कस बंद बंद करना पड़ा था। जिससे उन्हें काफी नुकसान उठाना पड़ा ।
अगले मार्च से अभी तक सर्कस का सारा सामान मेला परिसर में ही रखा हुआ था। उन्होंने बताया कि किसी तरह सामान बेच बेच कर अपना और कर्मियों का पालन पोषण कर रहे थे। इस बार भी कर्ज लेकर सर्कस को खड़ा किए और करतब दिखाने वालों को दूर-दूर से मंगाए। एकाएक 8 मार्च को पता लगा कि मेला की अनुमति नहीं मिलेगी। हमें बहुत बड़ा धक्का लगा। मगर अब अनुमति मिल गई है। इससे हमें बहुत ज्यादा खुशी मिली है। उन्होंने मेला कमेटी के साथ-साथ स्थानीय लोगों, जनप्रतिनिधियों व जिला प्रशासन को धन्यवाद दिया।
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