मधेपुरा। पुलवामा हमले की दूसरी बरसी पर ऑल इंडियन रिपोर्टर्स एसोसिएशन (आईरा) के तत्वावधान में श्रद्धांजलि सभा कर शहीद जवानों को नमन किया। आईरा के पदाधिकारियों व पत्रकारों ने पुलवामा हमले में शहीद जवानों को नमन करते हुए 5 मिनट का मौन रख श्रद्धांजलि अर्पित की। मौके पर मौजूद आईरा के अधिकारियों ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद जवानों की शहादत से देश की एकता और अखंडता को बनाए रखने की प्रेरणा लेने की जरूरत है। पत्रकारों ने कहा कि देश के जवानों की शहादत हमें हमेशा प्रेरणा देती रहेगी। आईरा जिला अध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह में कहा कि 'मैं उन बहादुर सीआरपीएफ जवानों को श्रद्धांजलि देता हूं, जिन्होंने 2019 के पुलवामा आतंकी हमले में अपनी जान कुर्बान कर दी। भारत राष्ट्र की सेवा और उनके सर्वोच्च बलिदान को कभी नहीं भूलेगा। हम उनके परिवारों के साथ खड़े रहेंगे जिन्हें इस हमले का खामियाजा भुगतना पड़ा।
आईरा के संरक्षक मंडल के सदस्य डॉ. सरोज कुमार ने कहा कि 14 फरवरी का दिन इतिहास में जम्मू कश्मीर की एक दुखद घटना के साथ दर्ज है। इस घटना के दो वर्ष बीत गये। जब पूरा विश्व वैलेंटाइन डे मना रहा था तबआतंकवादियों ने भारत में कई धमाके किये थे। उस घटना के जख्म आज तक हरे हैं, जब आतंकवादियों ने इस दिन को देश के सुरक्षाकर्मियों पर कायराना हमले के लिए चुना। पाकिस्तान पोषित आतंकवादियों की इस कायराना हमले की पूरी दुनिया ने निंदा की।
आईरा के प्रवक्ता डॉ. संजय परमार ने कहा कि पुलवामा हमले में शहीद हुए वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि और उनके परिवारों को नमन, देश आपका ऋणी है। उन्होंने कहा कि पुलवामा में दो वर्ष पूर्व आज ही के दिन कुछ नापाक षड्यंत्रों की वजह से मां भारती की सुरक्षा में सतत सन्नद्ध चालीस बेटे एक धमाके में शहीद हो गये थे। प्रत्युत्तर में भारतीय पराक्रम और स्वाभिमान की गूंज उन धमाकों से सौ गुनी ज्यादा तेज आवाज में षड्यंत्रकारियों के घर तक गूंजी।
इसके बावजूद देश की रक्षा में लगे उन जवानों की शहादत हर वर्ष इस दिन पर हमारी आंखें नम करती रहेंगी। श्रद्धांजलि सभा मे मौजूद पत्रकारों ने कहा कि आज पूरा विश्व प्रेम का सबसे बड़ा प्रतीक-उत्सव वेलेंटाइंस डे मना रहा है। मुहब्बत के इस विशेष दिन पर प्रेम के सर्वाधिक पूज्य स्वरूप “देशप्रेम” की खातिर अपना सर्वस्व लुटाने वाले कर्मवीरों को सादर प्रणाम। मौके पर महासचिव सुनीत साना, संगठन सचिव दिलखुश कुमार, चंद्रमणि कुमार, मोहम्मद जावेद अख्तर, धीरेंद्र कुमार निराला सहित आईरा से जुड़े दर्जनों पत्रकार मौजूद थे।
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