मधेपुरा। प्रभु यीशु के जन्म दिवस क्रिसमस पर इस बार चर्च में सार्वजनिक आयोजन नहीं होंगे। कोरोना के कारण कार्यक्रमों में ज्यादा लोग एक साथ शामिल न हों इसका भी ध्यान रखा जा रहा है। प्रभु यीशु के आगमन की ईसाई समुदाय द्वारा विशेष तैयारी की जा रही है। मिशन अस्पताल परिसर स्थित घरों में विशेष साज सज्जा की गई है। प्रभु यीशु के जन्म को दर्शाते हुए घरों में चरनी बनाई गई है। साथ ही घर में क्रिस्मस ट्री को विशेष रुप से सजाया गया है। हर घर में स्वादिष्ट व्यंजन बनाए जा रहे हैं। मिशन हॉस्पिटल के मेरिन थॉमस ने बताया कि बीआईसी रीजनल कमेटी के निर्णय अनुसार क्रिसमस पर कोई भी सार्वजनिक आयोजन नहीं होंगे। कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए कुछ कार्यक्रम होंगे। लेकिन इसमें बाहरी व्यक्तियों को शामिल होने की पाबंदी रहेगी। उन्होंने बताया कि इसबार कैंडल जलाने सहित कोई भी सार्वजनिक पूजा- पाठ के कार्यक्रम नहीं होंगे।
मसीह समुदाय अपने आराध्य प्रभु यीशु मसीह के जन्म उत्सव को हर्ष और उल्लास परंतु सादगी पूर्ण तरीके से मनाएंगे। सभी ईसाई समुदाय परिवार अपने अपने घरों में रिश्तेदारों, मित्रों और परिवार के साथ पूर्ण सादगी के साथ क्रिसमस पर्व मनाएंगे।
समुदाय के धर्मगुरु प्रमुखों रघु मुर्मू और कुंदन ने प्रत्येक मसीह जनों को क्रिसमस पर्व की बधाई देते हुए कहा कि हमें कोरोना वायरस से विश्व शांति और छुटकारा के लिए प्रार्थना करनी चाहिए। आज हमें सहज रूप से प्रयास करना चाहिए कि प्रत्येक व्यक्ति इस संक्रमण से बचे रहे।
शहर के मिशन स्थित चर्च में 25 दिसंबर को प्रभु यीशु के जन्मोत्सव के दिन कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए प्रार्थना सभा की जाएगी। लेकिन चर्च में बाहरी व्यक्तियों का प्रवेश वर्जित रहेगा। स्थानीय पादरी रघु मुर्मू ने बताया कि 9 बजे प्रभु यीशु की आराधना की जाएगी। लोग गीत-संगीत के माध्यम से भी प्रभु यीशु को याद करेंगे। क्रिसमस डे की एकदूसरे को बधाई देंगे।
कोई टिप्पणी नहीं:
एक टिप्पणी भेजें