संपादक
आर.के.झा
-बीएनएमयू में छात्राओं की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा- छात्राओं की सुरक्षा के लिए पुराने परिसर में लगी सभी सीसीटीवी कैमरा खराब,सुनसान जगह पर स्थित विवि के नए परिसर में आज तक नहीं लगा सीसीटीवी कैमरा।
सिंहेश्वर। बीएन मंडल विवि में लाखों की लागत से लगी सीसीटीवी कैमरा शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है। विवि के पुराने परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन उनकी रिकॉर्डिंग लंबे समय से नहीं हो रही है और डिस्प्ले स्क्रीन पर सभी 32 कैमरा ऑफ दिख रहा है। वहीं सुनसान जगह पर स्थित विवि के नए परिसर में आज तक सीसीटीवी कैमरा लगाया ही नहीं गया है। वहां यूनिवर्सिटी कैंपस में अमूमन यही दिखाई देता है कि जो इन विभागों में नहीं पढ़ते हैं वह भी यहां बेझिझक आते जाते हैं और उन्हें रोकनेवाला कोई नहीं होता। परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने की वजह से भी अनुचित घटना का संदेह बना रहता है। खास कर छात्राओं की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। जबकि यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने सभी यूनिवर्सिटियों को विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया है। लेकिन बीएन मंडल यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेज तो छोड़िए खुद बीएन मंडल यूनिवर्सिटी के नए परिसर में अब तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
। सुरक्षा गार्ड पर्याप्त संख्या में नहीं हैं। छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी पर्याप्त मापदंड नहीं हैं।
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--नेक मूल्यांकन के लिए सीसीटीवी अनिवार्य- बीएनएमयू प्रशासन नेक से मूल्यांकन के लिए लगातार प्रयासरत है। परंतु नेक यूजीसी के गाइडलाइन में केम्पस परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगना अनिवार्य है। इसके बाद ही नेक से मूल्यांकन संभव होगा। इस बारे में विद्यार्थियों का भी कहना है कि कम से कम यूनिवर्सिटी विभाग में तो यूजीसी की सूचनाओं का पालन होना ही चाहिए।।
----कैम्पस में नहीं रुक रही घटनाएं-----
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम नहीं रहने से विवि कैम्पस में घटनाएं नहीं रुक रही है। जबकि विवि में शिक्षक स्टूडेंट को लगातार अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं, इसके बाद भी घटनाएं हुई। सुरक्षा के लिए प्राइवेट एजेंसियों के पर्याप्त गार्ड हैं, लेकिन घटनाएं होने पर पुलिस बुलानी पड़ती है। इनमें एक पूर्व मामले में लाठीचार्ज व यूनिवर्सिटी में तालाबंदी की घटना तक हुई।
---सुरक्षित नहीं है बीएनएमयू परिसर----
सीसीटीवी कैमर नहीं रहने से बीएनएमयू परिसर सुरक्षित नहीं है। जबकि यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में सुरक्षा को लेकर यूजीसी ने चिंता जताई है। इन संस्थानों में बढ़ रही घटनाओं पर अंकुश लगाने और बाहरी तत्वों से होने वाले अटैक को रोकने के लिए सक्षम जैसी योजना के साथ सुरक्षा के मापदंड लागू करने को कहा है। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को पत्र जारी कर कहा कि छात्र व छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संस्थान प्रमुखों की है। कॉलेज व यूनिवर्सिटी में लगातार घट रही घटनाओं से मिली रिपोर्ट के बाद यूजीसी ने नई गाइड लाइन जारी कर दी है कि परीक्षा में नकल रोकने एवम अन्य घटनाओं को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी व कॉलेज में इसे अनिवार्य रूप से लगाना होगा। जबकि शिक्षा विभाग में पहले ही ऐसे निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
सुरक्षा के लिए मापदंडों को लागू करने की जिम्मेदारी सबंधित संस्था की हाेगी।
---बीएनएमयू में नकल माफियाओं की चांदी---
यूजीसी के अलावा सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि सभी महत्वपूर्ण परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में आयोजित की जाए। लेकिन विवि के नए परिसर स्थित परीक्षा भवन में पीजी, बीएड, बिलिस एमलिस सहित कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं बिना सीसीटीवी लगाए आयोजित की गई। इससे विवि में नकल माफियाओं की चांदी कट रही है। बिना सीसीटीवी कैमरे की नकल रोकना संभव नहीं है। इसमें मेघावी छात्र इसको लेकर वह बेहद परेशान रहते हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अब वह क्या करें। परीक्षा के दौरान अगर सीसीटीवी कैमरा लगाई जाती है तो नकल माफियाओं की कलई खुलना लगभग तय है।
-सीसीटीवी खरीद में लाखों की गड़बड़ी- बीएनएमयू में सीसीटीवी कैमरा के लिए लाखों ख़र्च अब तक कि गयी है। लेकिन सीसीटीवी खरीद में हुई गड़बड़ी के कारण 30 से अधिक कैमरा विवि में बिना स्टाल किये ही स्टोर रूम धूल फांक रही है। जबकि 32 कैमरा जो खराब है उसका कोई लेख जोखा विवि के पास नहीं है। बताया जा रहा है कि विवि में 30 कैमरा खरीद के लिए करिब 15 लाख और 18 लाख व्यय किया गया है।
कोट--- विवि के पुराने परिसर में सभी कैमरा खराब है, इसकी सूचना दी गई है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए विवि प्रशासन कृत संकलिप्त है, जल्द नए और पुराने परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। डॉ कपिलदेव प्रसाद, कुलसचिव बीएनएमयू, मधेपुरा।
आर.के.झा
-बीएनएमयू में छात्राओं की सुरक्षा पर मंडरा रहा खतरा- छात्राओं की सुरक्षा के लिए पुराने परिसर में लगी सभी सीसीटीवी कैमरा खराब,सुनसान जगह पर स्थित विवि के नए परिसर में आज तक नहीं लगा सीसीटीवी कैमरा।
सिंहेश्वर। बीएन मंडल विवि में लाखों की लागत से लगी सीसीटीवी कैमरा शोभा की वस्तु बन कर रह गयी है। विवि के पुराने परिसर में सीसीटीवी कैमरे लगे हैं लेकिन उनकी रिकॉर्डिंग लंबे समय से नहीं हो रही है और डिस्प्ले स्क्रीन पर सभी 32 कैमरा ऑफ दिख रहा है। वहीं सुनसान जगह पर स्थित विवि के नए परिसर में आज तक सीसीटीवी कैमरा लगाया ही नहीं गया है। वहां यूनिवर्सिटी कैंपस में अमूमन यही दिखाई देता है कि जो इन विभागों में नहीं पढ़ते हैं वह भी यहां बेझिझक आते जाते हैं और उन्हें रोकनेवाला कोई नहीं होता। परिसर में सीसीटीवी कैमरे नहीं होने की वजह से भी अनुचित घटना का संदेह बना रहता है। खास कर छात्राओं की सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। जबकि यूजीसी (विश्वविद्यालय अनुदान आयोग) ने सभी यूनिवर्सिटियों को विद्यार्थियों की सुरक्षा को लेकर परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाने का निर्देश दिया है। लेकिन बीएन मंडल यूनिवर्सिटी से जुड़े कॉलेज तो छोड़िए खुद बीएन मंडल यूनिवर्सिटी के नए परिसर में अब तक सीसीटीवी कैमरे नहीं लगे हैं।
। सुरक्षा गार्ड पर्याप्त संख्या में नहीं हैं। छात्राओं की सुरक्षा के लिए भी पर्याप्त मापदंड नहीं हैं।
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--नेक मूल्यांकन के लिए सीसीटीवी अनिवार्य- बीएनएमयू प्रशासन नेक से मूल्यांकन के लिए लगातार प्रयासरत है। परंतु नेक यूजीसी के गाइडलाइन में केम्पस परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगना अनिवार्य है। इसके बाद ही नेक से मूल्यांकन संभव होगा। इस बारे में विद्यार्थियों का भी कहना है कि कम से कम यूनिवर्सिटी विभाग में तो यूजीसी की सूचनाओं का पालन होना ही चाहिए।।
----कैम्पस में नहीं रुक रही घटनाएं-----
सुरक्षा के व्यापक इंतजाम नहीं रहने से विवि कैम्पस में घटनाएं नहीं रुक रही है। जबकि विवि में शिक्षक स्टूडेंट को लगातार अनुशासन का पाठ पढ़ा रहे हैं, इसके बाद भी घटनाएं हुई। सुरक्षा के लिए प्राइवेट एजेंसियों के पर्याप्त गार्ड हैं, लेकिन घटनाएं होने पर पुलिस बुलानी पड़ती है। इनमें एक पूर्व मामले में लाठीचार्ज व यूनिवर्सिटी में तालाबंदी की घटना तक हुई।
---सुरक्षित नहीं है बीएनएमयू परिसर----
सीसीटीवी कैमर नहीं रहने से बीएनएमयू परिसर सुरक्षित नहीं है। जबकि यूनिवर्सिटी व कॉलेजों में सुरक्षा को लेकर यूजीसी ने चिंता जताई है। इन संस्थानों में बढ़ रही घटनाओं पर अंकुश लगाने और बाहरी तत्वों से होने वाले अटैक को रोकने के लिए सक्षम जैसी योजना के साथ सुरक्षा के मापदंड लागू करने को कहा है। यूजीसी ने यूनिवर्सिटी और कॉलेजों को पत्र जारी कर कहा कि छात्र व छात्राओं की सुरक्षा की जिम्मेदारी संस्थान प्रमुखों की है। कॉलेज व यूनिवर्सिटी में लगातार घट रही घटनाओं से मिली रिपोर्ट के बाद यूजीसी ने नई गाइड लाइन जारी कर दी है कि परीक्षा में नकल रोकने एवम अन्य घटनाओं को रोकने के लिए यूनिवर्सिटी व कॉलेज में इसे अनिवार्य रूप से लगाना होगा। जबकि शिक्षा विभाग में पहले ही ऐसे निर्देश जारी किए जा चुके हैं।
सुरक्षा के लिए मापदंडों को लागू करने की जिम्मेदारी सबंधित संस्था की हाेगी।
---बीएनएमयू में नकल माफियाओं की चांदी---
यूजीसी के अलावा सरकार का स्पष्ट निर्देश है कि सभी महत्वपूर्ण परीक्षाएं सीसीटीवी कैमरा की निगरानी में आयोजित की जाए। लेकिन विवि के नए परिसर स्थित परीक्षा भवन में पीजी, बीएड, बिलिस एमलिस सहित कई महत्वपूर्ण परीक्षाएं बिना सीसीटीवी लगाए आयोजित की गई। इससे विवि में नकल माफियाओं की चांदी कट रही है। बिना सीसीटीवी कैमरे की नकल रोकना संभव नहीं है। इसमें मेघावी छात्र इसको लेकर वह बेहद परेशान रहते हैं। उन्हें समझ में नहीं आ रहा है कि अब वह क्या करें। परीक्षा के दौरान अगर सीसीटीवी कैमरा लगाई जाती है तो नकल माफियाओं की कलई खुलना लगभग तय है।
-सीसीटीवी खरीद में लाखों की गड़बड़ी- बीएनएमयू में सीसीटीवी कैमरा के लिए लाखों ख़र्च अब तक कि गयी है। लेकिन सीसीटीवी खरीद में हुई गड़बड़ी के कारण 30 से अधिक कैमरा विवि में बिना स्टाल किये ही स्टोर रूम धूल फांक रही है। जबकि 32 कैमरा जो खराब है उसका कोई लेख जोखा विवि के पास नहीं है। बताया जा रहा है कि विवि में 30 कैमरा खरीद के लिए करिब 15 लाख और 18 लाख व्यय किया गया है।
कोट--- विवि के पुराने परिसर में सभी कैमरा खराब है, इसकी सूचना दी गई है। छात्राओं की सुरक्षा के लिए विवि प्रशासन कृत संकलिप्त है, जल्द नए और पुराने परिसर में सीसीटीवी कैमरा लगाया जाएगा। डॉ कपिलदेव प्रसाद, कुलसचिव बीएनएमयू, मधेपुरा।
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