●सारंग तनय, मधेपुरा । मधेपुरा: शहर के वार्ड नंबर 13 स्थित द्वारिकाधीश छात्रावास में पूरे हर्षोल्लास के साथ स्वामी विवेकानंद का जयंती मनाया गया । आंतरिक परिवार समिति सदस्य सह काउंसिल मेंबर स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय मधेपुरा, बिट्टू कुमार के अध्यक्षता में मनाया गया। इस मौके पर आंतरिक परिवाद समिति सदस्य सह काउंसिल मेंबर स्नातकोत्तर विज्ञान संकाय बिट्टू कुमार ने कहा कि - "उठो जागो और तब तक नहीं रुको जब तक लक्ष्य ना प्राप्त हो जाये।" कहते हैं हर मनुष्य के भीतर ऊर्जा मौजूद होती हैं, ऐसे में उस ऊर्जा को सही दिशा में लगाना बहुत जरूरी है ।
खासतौर पर युवाओं को अपनी उर्जा को समाज कल्याण के लिए सही दिशा में लगाना आवश्यक है । स्वामी विवेकानंद जी के जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है । ऐसे में, खुद को सकारात्मक ऊर्जा के संचार करने के लिए स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को जानना युवाओं के लिए बहुत ही जरूरी है । सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए, पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़नी चाहिए। सन् 1897 में मद्रास में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा था -"जगत में बड़ी-बड़ी विजई जातियां हो चुकी है।"
खासतौर पर युवाओं को अपनी उर्जा को समाज कल्याण के लिए सही दिशा में लगाना आवश्यक है । स्वामी विवेकानंद जी के जयंती को युवा दिवस के रूप में मनाया जाता है । ऐसे में, खुद को सकारात्मक ऊर्जा के संचार करने के लिए स्वामी विवेकानंद जी के विचारों को जानना युवाओं के लिए बहुत ही जरूरी है । सच्चाई के लिए कुछ भी छोड़ देना चाहिए, पर किसी के लिए भी सच्चाई नहीं छोड़नी चाहिए। सन् 1897 में मद्रास में युवाओं को संबोधित करते हुए कहा था -"जगत में बड़ी-बड़ी विजई जातियां हो चुकी है।"
वहीं स्नातकोत्तर वाणिज्य विभाग के विभागीय परिषद सदस्य, प्रभु कुमार ने कहा कि - एक विचार लो । उस विचार को अपना जीवन बना लो । उसके बारे में सोचो, उसके सपने देखो, उस विचार को जियो । अपने मस्तिष्क, मांसपेशियों, नसों में उस विचार के अलावा और कोई विचार मत रखो। इसके अलावा उन्होंने (प्रभु कुमार )ने यह भी कहा कि आप किसी को दोष मत दीजिए । अगर आप अपने हाथ आगे बढ़ा कर किसी की मदद कर सकते हैं, तो कीजिए । अगर नहीं कर सकते हैं तो, अपने हाथ बांधकर खड़े हो जाइए वहीं टीपी कॉलेज के युवा छात्र नेता अभिषेक कुमार उर्फ मंटू यादव ने कहा कि तुम्हें अंदर से बाहर की तरफ विकसित होना है। कोई तुम्हें पढ़ा नहीं सकता, कोई तुम्हें अध्यात्मिक नहीं बना सकता । तुम्हारी आत्मा के अलावा कोई और गुरु नहीं है।
मौके पर प्रभु कुमार , अभिषेक कुमार उर्फ मंटू कुमार, राहुल कुमार, मिथिलेश कुमार, सिकंदर कुमार, विपिन, सुशांत, नीतीश, अमित आदि मौजूद थे ।
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