युवा मामलों और खेल मंत्रालय तथा उत्तर प्रदेश सरकार के संयुक्त तत्वाधान में 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव का आयोजन
12 से 16 जनवरी तक लखनऊ में किया गया. जिसमें मधेपुरा जिले से प्रांगण रंगमंच से जुड़े कलाकारों को राष्ट्रीय कला मंच के बैनर तले आमंत्रित किया गया था. सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली संस्था प्रांगण रंगमंच के कलाकारों ने राष्ट्रीय कला मंच के सहयोग से राष्ट्रीय युवा उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व कर बेहतरीन प्रस्तुति देकर देशभर के कलाकारों के बीच बिहार की लोक संस्कृति से अवगत करवाई. उत्तर प्रदेश के धरती पर प्रांगण रंगमंच के कलाकारों ने बिहारी छाप छोड़ी. यह महोत्सव 12 जरवरी को महान युवा हृदय सम्राट स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर हर वर्ष अयोजित की जाती है. राष्ट्रीय युवा उत्सव से लौटने के बाद मधेपुरा के कलाकारों के स्वागत में प्रांगण रंगमंच के पदाधिकारियों ने मधेपुरा रेलवे स्टेशन पहुंचकर उनका स्वागत किया. महोत्सव में प्रांगण रंगमंच के आशीष कुमार सत्यार्थी द्वारा लिखित एवं अमित आनंद द्वारा निर्देशित नाटक चारदीवारी का मंचन किया गया. जिसमें सुनीत साना, शिवानी अग्रवाल, आशीष कुमार सत्यार्थी, अमित आनंद, अब्यम ओनू, विद्यांशु कुमार, नीरज कुमार, शिवांगी गुप्ता, शिखा अग्रवाल, गरिमा उर्विशा, बिपत कुमार, संतोष कुमार राजा शशि भूषण कुमार ने जीवंत अभियान किया. वही संतोष कुमार राजा द्वारा प्रस्तुति लोकगीत को भी लोगों ने खूब सराहा. रंगमंच के अध्यक्ष डॉ. संजय परमार ने बताया कि हमारी प्रस्तुति हालांकि कंपटीशन से बाहर थे क्योंकि हमारे कलाकारों को विशेष आमंत्रण पर बुलाया गया था. प्रस्तुत नाटक का थीम ज्वलंत मुद्दे पर थी इसी को लेकर नाटक की प्रस्तुति को लेकर कला मंच के विशेष आमंत्रण के तौर पर बुलाया गया था जिससे नाटक की प्रस्तुति देख कर लोगों में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा किया जा सकें..
कलाकारों को दी बधाईः कलाकारों को रंगमंच के
मुख्य संरक्षक प्रदीप कुमार झा, सुकेश राणा, रूपेश कुमार, चंदन कुमार, संदीप शांडिल्य, उपाध्यक्ष राकेश कुमार डब्लू, कार्यकारी अध्यक्ष विनोद कुमार केसरी, सचिव अमित आनंद, कोषाध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह, कार्यक्रम प्रभारी शशिप्रभा जयसवाल, दिलखुश कुमार, कार्यकारी अक्षय कुमार, विक्की विनायक, सावन गुरु, दीपक कुमार, मनीष कुमार, धीरेन्द्र कुमार निराला, सोशल मीडिया प्रभारी बबलू कुमार, खेल प्रभारी अभिषेक कुमार रिक्की आदि
महोत्सव का क्या है उद्देश्य
सरकार 1995 से राष्ट्रीय युवा उत्सव का आयोजन कर रही है. उत्सव का उद्देश्य देश के युवाओं को मंच प्रदान करना है, ताकि उन्हें विभिन्न गतिविधियों द्वारा अपनी प्रतिभा पेश करने का अवसर दिया जा सके. यह आयोजन प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की प्रतिबद्धता और विजन के अनुरूप किया जा रहा है, ताकि देश की विविधतापूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक छवि पेश की जा सके. 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव 2020 की थीम ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ है. यह ‘न्यू इंडिया के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के अनुपालन में है. इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को संवाद और चर्चा के लिए प्रेरित करना है. उत्सव में देश के सभी राज्यों के लगभग 6000 लोग हिस्सा लेंगे, जिनमें एनवाईकेएस, एनएसएस के स्वयंसेवी तथा स्थानीय युवा शामिल हैं. इस दौरान ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ को ध्यान में रखते हुए युवाओं को अपने जीवन में खेलों और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया जाएगा.
12 से 16 जनवरी तक लखनऊ में किया गया. जिसमें मधेपुरा जिले से प्रांगण रंगमंच से जुड़े कलाकारों को राष्ट्रीय कला मंच के बैनर तले आमंत्रित किया गया था. सांस्कृतिक एवं सामाजिक गतिविधियों को बढ़ावा देने वाली संस्था प्रांगण रंगमंच के कलाकारों ने राष्ट्रीय कला मंच के सहयोग से राष्ट्रीय युवा उत्सव में बिहार का प्रतिनिधित्व कर बेहतरीन प्रस्तुति देकर देशभर के कलाकारों के बीच बिहार की लोक संस्कृति से अवगत करवाई. उत्तर प्रदेश के धरती पर प्रांगण रंगमंच के कलाकारों ने बिहारी छाप छोड़ी. यह महोत्सव 12 जरवरी को महान युवा हृदय सम्राट स्वामी विवेकानन्द की जयंती के अवसर पर हर वर्ष अयोजित की जाती है. राष्ट्रीय युवा उत्सव से लौटने के बाद मधेपुरा के कलाकारों के स्वागत में प्रांगण रंगमंच के पदाधिकारियों ने मधेपुरा रेलवे स्टेशन पहुंचकर उनका स्वागत किया. महोत्सव में प्रांगण रंगमंच के आशीष कुमार सत्यार्थी द्वारा लिखित एवं अमित आनंद द्वारा निर्देशित नाटक चारदीवारी का मंचन किया गया. जिसमें सुनीत साना, शिवानी अग्रवाल, आशीष कुमार सत्यार्थी, अमित आनंद, अब्यम ओनू, विद्यांशु कुमार, नीरज कुमार, शिवांगी गुप्ता, शिखा अग्रवाल, गरिमा उर्विशा, बिपत कुमार, संतोष कुमार राजा शशि भूषण कुमार ने जीवंत अभियान किया. वही संतोष कुमार राजा द्वारा प्रस्तुति लोकगीत को भी लोगों ने खूब सराहा. रंगमंच के अध्यक्ष डॉ. संजय परमार ने बताया कि हमारी प्रस्तुति हालांकि कंपटीशन से बाहर थे क्योंकि हमारे कलाकारों को विशेष आमंत्रण पर बुलाया गया था. प्रस्तुत नाटक का थीम ज्वलंत मुद्दे पर थी इसी को लेकर नाटक की प्रस्तुति को लेकर कला मंच के विशेष आमंत्रण के तौर पर बुलाया गया था जिससे नाटक की प्रस्तुति देख कर लोगों में बेटियों के प्रति सकारात्मक सोच पैदा किया जा सकें..
कलाकारों को दी बधाईः कलाकारों को रंगमंच के
मुख्य संरक्षक प्रदीप कुमार झा, सुकेश राणा, रूपेश कुमार, चंदन कुमार, संदीप शांडिल्य, उपाध्यक्ष राकेश कुमार डब्लू, कार्यकारी अध्यक्ष विनोद कुमार केसरी, सचिव अमित आनंद, कोषाध्यक्ष मुरारी कुमार सिंह, कार्यक्रम प्रभारी शशिप्रभा जयसवाल, दिलखुश कुमार, कार्यकारी अक्षय कुमार, विक्की विनायक, सावन गुरु, दीपक कुमार, मनीष कुमार, धीरेन्द्र कुमार निराला, सोशल मीडिया प्रभारी बबलू कुमार, खेल प्रभारी अभिषेक कुमार रिक्की आदि
महोत्सव का क्या है उद्देश्य
सरकार 1995 से राष्ट्रीय युवा उत्सव का आयोजन कर रही है. उत्सव का उद्देश्य देश के युवाओं को मंच प्रदान करना है, ताकि उन्हें विभिन्न गतिविधियों द्वारा अपनी प्रतिभा पेश करने का अवसर दिया जा सके. यह आयोजन प्रधानमंत्री की ‘एक भारत श्रेष्ठ भारत’ की प्रतिबद्धता और विजन के अनुरूप किया जा रहा है, ताकि देश की विविधतापूर्ण सामाजिक-सांस्कृतिक छवि पेश की जा सके. 23वें राष्ट्रीय युवा उत्सव 2020 की थीम ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ है. यह ‘न्यू इंडिया के बारे में प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी द्वारा निर्धारित लक्ष्य को पूरा करने के अनुपालन में है. इस आयोजन का उद्देश्य युवाओं को संवाद और चर्चा के लिए प्रेरित करना है. उत्सव में देश के सभी राज्यों के लगभग 6000 लोग हिस्सा लेंगे, जिनमें एनवाईकेएस, एनएसएस के स्वयंसेवी तथा स्थानीय युवा शामिल हैं. इस दौरान ‘फिट यूथ फिट इंडिया’ को ध्यान में रखते हुए युवाओं को अपने जीवन में खेलों और अन्य शारीरिक गतिविधियों के लिए प्रेरित किया जाएगा.
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