संपादक- आर. कुमार
बिहार का देवघर कहलाने वाले सिंहेश्वर स्थान मंदिर में व्याप्त अनियमितता की पोल अब धीरे धीरे खुलने लगी है। पहले रुपए लेकर न्यास की जमीन पर दूकान बसाने के मामले में न्यास की छवि धूमिल हुई। इसमें कहा गया कि मंदिर न्यास के कर्मी विविध तरीकों से मंदिर की आय में सेंधमारी कर संपति अर्जित कर रहे है। वहीं स्थानीय आरटीआई कार्यकर्ता व भाजपा के कोषाध्यक्ष लाल झा ने दावा ने किया कि 4 से 5 हजार रुपए की नौकरी करने वाले न्यास कर्मी किस श्रोत से आलीशान बंगला खड़ा करते है इस गंभीर पहलू की जांच होनी चाहिए। वहीं मंदिर में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे है। बताया जा रहा है कि पवित्र श्रावण मास को केवल एक महीने शेष बचा हुआ है। इस अवसर पर सिंहेश्वर में एक माह तक श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है। सावन में खासकर सोमवारी के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु व कांवरियां यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते है। लेकिन मंदिर में कुव्यवस्था का आलम यह है कि मंदिर के आस-पास कचरा का अंबार लगा हुआ है। वहीं मंदिर परिसर में मांस-मदिरा का सेवन कर पवित्र स्थल को अपवित्र करने का प्रयास किया जा रहा है। आए दिन मंदिर के आस-पास मांस की हड्डी को देख कर लोग मंदिर की व्यवस्था को कोस रहे हैं।
मंदिर की कुव्यवस्था पर सिंहेश्वर धाम के श्रद्धालुओं में आक्रोश पनप रहा है। यहां की व्यवस्था में सुधार करने के लिए स्थानीय प्रबुद्धजनों ने हाल-फिलहाल एक ग्रुप तैयार किया है। वे लोग न्यास के सचिव से मिल कर व्यवस्था में सुधार की मांग भी की। लेकिन इसके बावजूद व्यवस्था में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। आलम यह है कि स्थिति बद से बदतर होते जा रही है। स्थानीय अनुज िसंह ने कहा कि मंदिर जब पूजा करने गए तो वहां मांस की हड्डी देख कर आश्चर्य लगा। जब श्रद्धालुओं ने कर्मचारियों को इसकी सूचना दी तो हड्डी को बाहर नहीं फेंक कर मंदिर में ही नाला में गिरा दिया गया। वहीं स्थानीय पप्पू यादव सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यहां लोग शराब का सेवन कर शराब की बोतल यत्र-तत्र फेंक देते हैं। शराब की बोतले वायपास में नदी किनारे देखी जाती है। हालांकि न्यास कर्मियों का तर्क है कि इन दिनों मंदिर में लग्न का समय चल रहा है। शादी विवाह में हजारों की संख्या में लोग मंदिर पहुंचते है। उस भीड़ में कौन मांस खा रहा और कौन शराब का सेवन कर रहा है यह कैस पता चलेगा।
देवाधिदेव महादेव की नगरी सिंहेशवर स्थान मंदिर से सटे वायपास रोड में कचरा का अंबार लगा हुआ है। साथ ही बारिश होने पर मंदिर के पश्चिमी व पुरबी गेट के समीप नाला का गंदा पानी बहने लगता है। कीचरयुक्त सड़कें मंदिर की सफाई व्यवस्था को मूंह चिढा रहा है। पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इसी कचरा के ढ़ेर और नाला के पानी से होकर गुजरना पड़ता है। आलम यह है कि नाला के गंदी पानी से निकलने वाली बदबू के कारण स्वतः ही श्रद्धालुओं का हाथ नाक पर चला जाता है। मंदिर के चारों तरफ फैली गंदगी के कारण सुबह-शाम वहां सुअरों के अलावा अन्य जानवर विचरण करते रहते है।
श्रद्धालुओं को सिंहेशवर मंदिर जाने के लिए नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि न्यास के सदस्य व कर्मी इससे अनभिज्ञ हैं। वे हमेशा उसी रास्तें से गुजरते है। लेकिन न्यास के लोगों को मंदिर की साफ-सफाई से कोई मतलब नहीं रह गया है। बताया जा रहा है कि सिंहेशवर मंदिर न्यास समिति में सफाई कर्मी पर हर वर्ष लाखों रुपए खर्च होते हैं। न्यास की माने तो सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति में साफ सफाई के लिए 7 सफाई कर्मचारी बहाल है। इन कर्मचारियों पर 35 हजार रुपए प्रति महीना खर्च किए जाने के बावजूद कचरे का ढेर लगा रहना मंदिर की वयवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
-मंदिर में मांस-मदिरा का सेवना होना घोर पाप है
ऐतिहासिक सिंहेश्वर मंदिर में मांस-मदिरा का सेवन होना घोर पाप है। यह पाप सब पर भारी पड़ेगा। मंदिर में साफ-सफाई की व्यवस्था पर्याप्त संख्या में कर्मचारी मौजूद है। इसके बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं है तो यह बड़ा सवाल है। इस पर संज्ञान लेते हुए न्यास समिति कार्रवाई करेगी।
प्रो सत्यजीत यादव, सदस्य, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति
-10 दिन पहले से शुरू हो जाएगी श्रावण मास की तैयारी
सावन माह शुरू होने से 10 दिन पहले श्रावणी मेला की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। मंदिर के चारों तरफ साफ-सफाई कराया जाएगा। मंदिर में किसी प्रकार का अपवित्र चीज मिलना अत्यंत ही दुखद है। इस मामले की जांच हम अपने स्तर से करेंगे। इसमें दोषी कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुकेश कुमार, डीडीसी सह सचिव, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति
-अब पुलिस चलाएगी मंदिर में चलेगा धड़-पकड़ अभियान
श्रद्धा के मंदिर को अपवित्र करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। आज से पुलिस सिंहेश्वर मंदिर में धड़-पकड़ अभियान चलाएगी। खासकर शादी विवाह में शराब पीने वालों को पुलिस सीधे जेल भेजेगी।
बीडी पंडित, थानाध्यक्ष, सिंहेश्वर
बिहार का देवघर कहलाने वाले सिंहेश्वर स्थान मंदिर में व्याप्त अनियमितता की पोल अब धीरे धीरे खुलने लगी है। पहले रुपए लेकर न्यास की जमीन पर दूकान बसाने के मामले में न्यास की छवि धूमिल हुई। इसमें कहा गया कि मंदिर न्यास के कर्मी विविध तरीकों से मंदिर की आय में सेंधमारी कर संपति अर्जित कर रहे है। वहीं स्थानीय आरटीआई कार्यकर्ता व भाजपा के कोषाध्यक्ष लाल झा ने दावा ने किया कि 4 से 5 हजार रुपए की नौकरी करने वाले न्यास कर्मी किस श्रोत से आलीशान बंगला खड़ा करते है इस गंभीर पहलू की जांच होनी चाहिए। वहीं मंदिर में व्याप्त कुव्यवस्था को लेकर सवाल उठाए जा रहे है। बताया जा रहा है कि पवित्र श्रावण मास को केवल एक महीने शेष बचा हुआ है। इस अवसर पर सिंहेश्वर में एक माह तक श्रावणी मेले का आयोजन किया जाता है। सावन में खासकर सोमवारी के दिन लाखों की संख्या में श्रद्धालु व कांवरियां यहां पूजा-अर्चना के लिए पहुंचते है। लेकिन मंदिर में कुव्यवस्था का आलम यह है कि मंदिर के आस-पास कचरा का अंबार लगा हुआ है। वहीं मंदिर परिसर में मांस-मदिरा का सेवन कर पवित्र स्थल को अपवित्र करने का प्रयास किया जा रहा है। आए दिन मंदिर के आस-पास मांस की हड्डी को देख कर लोग मंदिर की व्यवस्था को कोस रहे हैं।
मंदिर की कुव्यवस्था पर सिंहेश्वर धाम के श्रद्धालुओं में आक्रोश पनप रहा है। यहां की व्यवस्था में सुधार करने के लिए स्थानीय प्रबुद्धजनों ने हाल-फिलहाल एक ग्रुप तैयार किया है। वे लोग न्यास के सचिव से मिल कर व्यवस्था में सुधार की मांग भी की। लेकिन इसके बावजूद व्यवस्था में कोई सुधार होता नहीं दिख रहा है। आलम यह है कि स्थिति बद से बदतर होते जा रही है। स्थानीय अनुज िसंह ने कहा कि मंदिर जब पूजा करने गए तो वहां मांस की हड्डी देख कर आश्चर्य लगा। जब श्रद्धालुओं ने कर्मचारियों को इसकी सूचना दी तो हड्डी को बाहर नहीं फेंक कर मंदिर में ही नाला में गिरा दिया गया। वहीं स्थानीय पप्पू यादव सवाल खड़ा करते हुए कहा कि यहां लोग शराब का सेवन कर शराब की बोतल यत्र-तत्र फेंक देते हैं। शराब की बोतले वायपास में नदी किनारे देखी जाती है। हालांकि न्यास कर्मियों का तर्क है कि इन दिनों मंदिर में लग्न का समय चल रहा है। शादी विवाह में हजारों की संख्या में लोग मंदिर पहुंचते है। उस भीड़ में कौन मांस खा रहा और कौन शराब का सेवन कर रहा है यह कैस पता चलेगा।
देवाधिदेव महादेव की नगरी सिंहेशवर स्थान मंदिर से सटे वायपास रोड में कचरा का अंबार लगा हुआ है। साथ ही बारिश होने पर मंदिर के पश्चिमी व पुरबी गेट के समीप नाला का गंदा पानी बहने लगता है। कीचरयुक्त सड़कें मंदिर की सफाई व्यवस्था को मूंह चिढा रहा है। पूजा अर्चना के लिए मंदिर पहुंचने वाले श्रद्धालुओं को इसी कचरा के ढ़ेर और नाला के पानी से होकर गुजरना पड़ता है। आलम यह है कि नाला के गंदी पानी से निकलने वाली बदबू के कारण स्वतः ही श्रद्धालुओं का हाथ नाक पर चला जाता है। मंदिर के चारों तरफ फैली गंदगी के कारण सुबह-शाम वहां सुअरों के अलावा अन्य जानवर विचरण करते रहते है।
श्रद्धालुओं को सिंहेशवर मंदिर जाने के लिए नारकीय स्थिति का सामना करना पड़ता है। ऐसा नहीं है कि न्यास के सदस्य व कर्मी इससे अनभिज्ञ हैं। वे हमेशा उसी रास्तें से गुजरते है। लेकिन न्यास के लोगों को मंदिर की साफ-सफाई से कोई मतलब नहीं रह गया है। बताया जा रहा है कि सिंहेशवर मंदिर न्यास समिति में सफाई कर्मी पर हर वर्ष लाखों रुपए खर्च होते हैं। न्यास की माने तो सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति में साफ सफाई के लिए 7 सफाई कर्मचारी बहाल है। इन कर्मचारियों पर 35 हजार रुपए प्रति महीना खर्च किए जाने के बावजूद कचरे का ढेर लगा रहना मंदिर की वयवस्था पर सवाल खड़ा करता है।
-मंदिर में मांस-मदिरा का सेवना होना घोर पाप है
ऐतिहासिक सिंहेश्वर मंदिर में मांस-मदिरा का सेवन होना घोर पाप है। यह पाप सब पर भारी पड़ेगा। मंदिर में साफ-सफाई की व्यवस्था पर्याप्त संख्या में कर्मचारी मौजूद है। इसके बावजूद व्यवस्था में सुधार नहीं है तो यह बड़ा सवाल है। इस पर संज्ञान लेते हुए न्यास समिति कार्रवाई करेगी।
प्रो सत्यजीत यादव, सदस्य, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति
-10 दिन पहले से शुरू हो जाएगी श्रावण मास की तैयारी
सावन माह शुरू होने से 10 दिन पहले श्रावणी मेला की तैयारी शुरू कर दी जाएगी। मंदिर के चारों तरफ साफ-सफाई कराया जाएगा। मंदिर में किसी प्रकार का अपवित्र चीज मिलना अत्यंत ही दुखद है। इस मामले की जांच हम अपने स्तर से करेंगे। इसमें दोषी कर्मचारियों को बख्शा नहीं जाएगा।
मुकेश कुमार, डीडीसी सह सचिव, सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति
-अब पुलिस चलाएगी मंदिर में चलेगा धड़-पकड़ अभियान
श्रद्धा के मंदिर को अपवित्र करने वाले किसी भी व्यक्ति को नहीं बख्शा जाएगा। आज से पुलिस सिंहेश्वर मंदिर में धड़-पकड़ अभियान चलाएगी। खासकर शादी विवाह में शराब पीने वालों को पुलिस सीधे जेल भेजेगी।
बीडी पंडित, थानाध्यक्ष, सिंहेश्वर
अत्यन्त दुखद और शर्मनाक, जब तक स्थानीय लोग जागरूक हो कर व्याप्त कुव्यवस्था पर आवाज नहीं उठाय्ंगे तब तक न्यास समिति के कर्मचारी, के कान पर जुँ नही रेंगेंगी, आज सिंहेश्वरवासी के जीविकोपार्जन में बाबा मंदिर में आने वाले श्रध्दालु का ही सहारा है
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