संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत निजी बीएड कॉलेज ईस्ट एंड वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज सहरसा एवं एमपी कॉलेज की मान्यता को रद्द करने की मांग को लेकर एनएसयूआई के शिष्ट मंडल ने कुलपति से मुलाकात की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति को निजी बीएड कॉलेज द्वारा की जा रही धांधली को उजागर करते हुए ज्ञापन सौंपा। वार्ता के क्रम में मनीष ने दोषी बीएड कॉलेज के मामले में लंबित जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने एवं इन कॉलेज संचालकों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कॉलेज संचालक शिकायत करने वाले छात्रों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब विवि द्वारा दी गई एनओसी पर किसी भी बीएड कॉलेज को राजभवन, यूजीसी एवं एनसीटीई के द्वारा मान्यता मिलती है तो कुलपति पूर्णरूपेण सक्षम है कि अगर निजी बीएड कॉलेज छात्रों के साथ मनमानी कर रहे हैं तो उनकी मान्यता को रद्द करने के लिए राजभवन एवं एनसीटीई को अनुशंसा कर सकती है। मौके पर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विराज कश्यप, जिला संयोजक ईश्वर कात्यायन, हिमांशु झा, प्रभात कुमार मिस्टर, महेश, अक्षय, आनंद, नीरज निराला आदि मौजूद थे।
एनएसयूआई के जिला महासचिव अमित कन्हैया ने कहा कि जब विवि में छात्रों ने हंगामा कर तोड़फोड़ किया था तो अगले ही दिन विवि द्वारा जांच टीम का गठन कर जांच का आदेश दिया गया। लेकिन जांच टीम की रिपोर्ट को 15 दिनों के बाद भी सार्वजनिक नहीं किया जाना सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि दोनों दोषी कॉलेज की मान्यता रद्द होनी चाहिए। विवि छात्र संघ के काउंसिल मेंबर नीरज कुमार निराला व अक्षय आनंद ने कहा कि यूजीसी के नियमानुसार किसी भी निजी व सरकारी महाविद्यालय पर किसी भी तरह का कार्रवाई करने में विवि सक्षम है। विवि दोषी बीएड कॉलेज पर अभिलंब कार्रवाई करते हुए संबंधित संचालक पर मनी लॉन्ड्रिंग एवं धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराए।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत निजी बीएड कॉलेज ईस्ट एंड वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कॉलेज सहरसा एवं एमपी कॉलेज की मान्यता को रद्द करने की मांग को लेकर एनएसयूआई के शिष्ट मंडल ने कुलपति से मुलाकात की। एनएसयूआई के राष्ट्रीय संयोजक मनीष कुमार के नेतृत्व में प्रतिनिधि मंडल ने कुलपति को निजी बीएड कॉलेज द्वारा की जा रही धांधली को उजागर करते हुए ज्ञापन सौंपा। वार्ता के क्रम में मनीष ने दोषी बीएड कॉलेज के मामले में लंबित जांच रिपोर्ट को सार्वजनिक करने एवं इन कॉलेज संचालकों की मनमानी पर रोक लगाने की मांग की। उन्होंने कहा कि कॉलेज संचालक शिकायत करने वाले छात्रों को धमका रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब विवि द्वारा दी गई एनओसी पर किसी भी बीएड कॉलेज को राजभवन, यूजीसी एवं एनसीटीई के द्वारा मान्यता मिलती है तो कुलपति पूर्णरूपेण सक्षम है कि अगर निजी बीएड कॉलेज छात्रों के साथ मनमानी कर रहे हैं तो उनकी मान्यता को रद्द करने के लिए राजभवन एवं एनसीटीई को अनुशंसा कर सकती है। मौके पर एनएसयूआई के जिलाध्यक्ष विराज कश्यप, जिला संयोजक ईश्वर कात्यायन, हिमांशु झा, प्रभात कुमार मिस्टर, महेश, अक्षय, आनंद, नीरज निराला आदि मौजूद थे।
एनएसयूआई के जिला महासचिव अमित कन्हैया ने कहा कि जब विवि में छात्रों ने हंगामा कर तोड़फोड़ किया था तो अगले ही दिन विवि द्वारा जांच टीम का गठन कर जांच का आदेश दिया गया। लेकिन जांच टीम की रिपोर्ट को 15 दिनों के बाद भी सार्वजनिक नहीं किया जाना सवाल खड़ा करता है। उन्होंने कहा कि दोनों दोषी कॉलेज की मान्यता रद्द होनी चाहिए। विवि छात्र संघ के काउंसिल मेंबर नीरज कुमार निराला व अक्षय आनंद ने कहा कि यूजीसी के नियमानुसार किसी भी निजी व सरकारी महाविद्यालय पर किसी भी तरह का कार्रवाई करने में विवि सक्षम है। विवि दोषी बीएड कॉलेज पर अभिलंब कार्रवाई करते हुए संबंधित संचालक पर मनी लॉन्ड्रिंग एवं धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज कराए।
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