संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अजीबोगरीब घटनाएं होते रहती है। बुधवार को मेन गेट बंद रहने पर बाहर खड़े छात्रों के खुलासे से विवि व्यवस्था की पोल खुल गई। वहां एक छात्र को अंग्रेजी विषय में 50 अंक के बदले 58 प्राप्तांक दे दिया गया था। विवि में कड़ी जांच के बीच पहुंचे टीपी कॉलेज के छात्र आशीष कुमार ने बताया कि वह टीपी कॉलेज में सत्र 2015-18 के स्नातक प्रथम खंड का छात्र है। उन्हें अंग्रेजी विषय में 50 अंक के पूर्णांक में 58 अंक दे दिया गया है। वहीं मेन गेट बंद रहने पर बाहर कड़ी धूप में खड़े आशीष कुमार ने बताया कि रसायन शास्त्र के सब्सीडियरी पेपर के 100 पूर्णांक में मात्र एक अंक दिया गया है।
इससे उसका रिजल्ट पेंडिंग रह गया। आशीष ने बताया कि विवि कर्मी छात्रों से बात भी नहीं करते हैं। मौके पर डिग्री महाविद्यालय सुपौल से डिग्री प्रथम वर्ष के छात्र मो शमशेर आलम ने बताया कि वे बीए पार्ट वन परीक्षा 2016 में शामिल हुए थे। परीक्षा परिणाम आने के बाद उन्हें अनुपस्थित कर दिया गया। जबकि वे सभी परीक्षा में शामिल हुए थे। कॉलेज से संपर्क कहा गया विवि से संपर्क करें और यहां एक सप्ताह से विवि का चक्कर काट रहे हैं कोई सुनता नहीं है। कभी गेट पर छात्रों द्वारा तालाबंदी कर दी जाती है तो कभी पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया जाता है। केपी कॉलेज मुरलीगंज के छात्र अमित कुमार ने कहा कि रिजल्ट सुधार के लिए विवि में आवेदन दिए हुए 10 दिन से अधिक हो गया है, परंतु रिजल्ट में अभी तक सुधार नहीं किया गया है। इस वजह उनका नामांकन पीजी में नहीं हो पाया है।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अजीबोगरीब घटनाएं होते रहती है। बुधवार को मेन गेट बंद रहने पर बाहर खड़े छात्रों के खुलासे से विवि व्यवस्था की पोल खुल गई। वहां एक छात्र को अंग्रेजी विषय में 50 अंक के बदले 58 प्राप्तांक दे दिया गया था। विवि में कड़ी जांच के बीच पहुंचे टीपी कॉलेज के छात्र आशीष कुमार ने बताया कि वह टीपी कॉलेज में सत्र 2015-18 के स्नातक प्रथम खंड का छात्र है। उन्हें अंग्रेजी विषय में 50 अंक के पूर्णांक में 58 अंक दे दिया गया है। वहीं मेन गेट बंद रहने पर बाहर कड़ी धूप में खड़े आशीष कुमार ने बताया कि रसायन शास्त्र के सब्सीडियरी पेपर के 100 पूर्णांक में मात्र एक अंक दिया गया है।
इससे उसका रिजल्ट पेंडिंग रह गया। आशीष ने बताया कि विवि कर्मी छात्रों से बात भी नहीं करते हैं। मौके पर डिग्री महाविद्यालय सुपौल से डिग्री प्रथम वर्ष के छात्र मो शमशेर आलम ने बताया कि वे बीए पार्ट वन परीक्षा 2016 में शामिल हुए थे। परीक्षा परिणाम आने के बाद उन्हें अनुपस्थित कर दिया गया। जबकि वे सभी परीक्षा में शामिल हुए थे। कॉलेज से संपर्क कहा गया विवि से संपर्क करें और यहां एक सप्ताह से विवि का चक्कर काट रहे हैं कोई सुनता नहीं है। कभी गेट पर छात्रों द्वारा तालाबंदी कर दी जाती है तो कभी पुलिस का सख्त पहरा लगा दिया जाता है। केपी कॉलेज मुरलीगंज के छात्र अमित कुमार ने कहा कि रिजल्ट सुधार के लिए विवि में आवेदन दिए हुए 10 दिन से अधिक हो गया है, परंतु रिजल्ट में अभी तक सुधार नहीं किया गया है। इस वजह उनका नामांकन पीजी में नहीं हो पाया है।