संपादक- आर. कुमार
ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र में डी एम मो सोहैल के निर्देश पर आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका में हड़कंप मच गया। सी ओ बीकेश पाण्डेय ने बताया की केंद्र सं-47 झलारी रामटोला सेविका अनुपस्थित पाई गई। वही केंद्र में मात्र 5 बच्चे उपस्थित थे। वही केंद्र सं-45 झलारी मुसहरी सेविका-सहायिका कार्यरत मिली। लेकिन 30 बच्चे में मात्र 6 बच्चे ही पोषाक में मिले ।
केंद्र सं-19 बिषबाड़ी रामपुरिया बासा में 30 बच्चे में मात्र 7 बच्चे ही पोषाक में पाए गए। बी डी ओ अमित कुमार ने बताया कि केंद्र सं-04 उत्तरी हरिजन टोला नोहर में सेविका ममता झा सहायिका वंदना देवी कार्यरत दिखी। 31 बच्चे विद्यालय में उपस्थित दिखे, मीनू के अनुसार भोजन बानाया जा रहा था। उन्होंने बताया की मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 97 में गंदगी का अंबार लगा हुआ था। खाना मीनू के अनुसार नहीं बन रहा था।
ग्वालपाड़ा प्रखंड क्षेत्र में डी एम मो सोहैल के निर्देश पर आंगनबाड़ी केन्द्रों का औचक निरीक्षण किया गया। निरीक्षण से आंगनबाड़ी सेविका-सहायिका में हड़कंप मच गया। सी ओ बीकेश पाण्डेय ने बताया की केंद्र सं-47 झलारी रामटोला सेविका अनुपस्थित पाई गई। वही केंद्र में मात्र 5 बच्चे उपस्थित थे। वही केंद्र सं-45 झलारी मुसहरी सेविका-सहायिका कार्यरत मिली। लेकिन 30 बच्चे में मात्र 6 बच्चे ही पोषाक में मिले ।
केंद्र सं-19 बिषबाड़ी रामपुरिया बासा में 30 बच्चे में मात्र 7 बच्चे ही पोषाक में पाए गए। बी डी ओ अमित कुमार ने बताया कि केंद्र सं-04 उत्तरी हरिजन टोला नोहर में सेविका ममता झा सहायिका वंदना देवी कार्यरत दिखी। 31 बच्चे विद्यालय में उपस्थित दिखे, मीनू के अनुसार भोजन बानाया जा रहा था। उन्होंने बताया की मिनी आंगनबाड़ी केंद्र संख्या 97 में गंदगी का अंबार लगा हुआ था। खाना मीनू के अनुसार नहीं बन रहा था।