संपादक-आर. कुमार
जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना में मिल रही गड़बड़ी की शिकायत को डीएम मो सोहैल ने गंभीरता से लिया है। सात निश्चय योजना में मची लूट-खसोट को रोकने के लिए डीएम ने बुधवार को बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 एवं जीरवा मधेली पंचायत के वार्ड नंबर 5 में गली-नाली निर्माण कार्य की जांच की। इस दौरान निर्माण कार्य में भारी अनियमितता देख डीएम भड़क गए और कनीय अभियंता को जम कर फटकार लगायी। डीएम ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि सात निश्चय योजना में अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान बिना योजना का बोर्ड लगाए और प्राक्कलन के विरूद्ध चल रहे कार्य को डीएम ने तुरंत बंद करने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि योजना में गड़बड़ी करने वाले अब सीधे जेल जाऐंगे। उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अब जिले के हरेक प्रखंडों में चल रहे गली-नाली निर्माण कार्य की जांच करायी जाएगी। जांच में दोषी पाये जाने वाले अधिकारी नपेंगे। उधर, शंकरपुर में डीएम ने विभिन्न योजनाओं की जांच की। इधर, डीएम के सख्ती से शंकरपुर सहित आस-पास के प्रखंड क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
जिले के उदाकिशुगनंज, शंकरपुर, बिहारीगंज, गम्हरिया सहित अन्य प्रखंडों से गली-नाली योजना में गड़बड़ी की शिकायत प्रशासन मिल रही थी। हर जगह प्राक्कलन को ताक पर रख लोकल बालू व घटिया किस्म के सीमेंट से निर्माण कार्य किया जा रहा था। बिहारीगंज में विरोध करने पर ग्रामीणों को धमकाया भी गया। ग्रामीणों ने कहा कि शिकायत के बाद जांच के नाम पर लिपापोती कर दी जाती थी। जबकि घटिया निर्माण को रोकने की जिम्मेवारी विभाग के कनीय अभियंता के साथ प्रखंड के वरीय अधिकारियों को दी गई है। वे जिम्मवारी का
बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 में डीएम ने कराया योजना को बंद
डीएम ने बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बन रहे गली-नाली कार्य का निरीक्षण किया। निरक्षण के दौरान योजना में भारी अनियमितता को देख कर डीएम ने बीडीओ आशा कुमारी को योजना बंद कराने का निर्देश दिया। साथ ही योजना शुरू करने से पहले डीएम ने बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। डीएम ने ग्रामीण से पूछा कि यहां आम सभा कर सचिव का चुनाव कराया गया या नहीं। इस पर ग्रामीणों ने बताया कि आम सभा तो नहीं हुआ पर गुपचुप तरीके से चुनाव कराया गया।
जिले में सरकार की महत्वाकांक्षी सात निश्चय योजना में मिल रही गड़बड़ी की शिकायत को डीएम मो सोहैल ने गंभीरता से लिया है। सात निश्चय योजना में मची लूट-खसोट को रोकने के लिए डीएम ने बुधवार को बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 एवं जीरवा मधेली पंचायत के वार्ड नंबर 5 में गली-नाली निर्माण कार्य की जांच की। इस दौरान निर्माण कार्य में भारी अनियमितता देख डीएम भड़क गए और कनीय अभियंता को जम कर फटकार लगायी। डीएम ने साफ-साफ शब्दों में कहा कि सात निश्चय योजना में अनियमितता कतई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। शिकायत मिलने पर संबंधित के खिलाफ कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान बिना योजना का बोर्ड लगाए और प्राक्कलन के विरूद्ध चल रहे कार्य को डीएम ने तुरंत बंद करने का निर्देश दिया। डीएम ने कहा कि योजना में गड़बड़ी करने वाले अब सीधे जेल जाऐंगे। उन्हें किसी भी हाल में बख्शा नहीं जाएगा। अब जिले के हरेक प्रखंडों में चल रहे गली-नाली निर्माण कार्य की जांच करायी जाएगी। जांच में दोषी पाये जाने वाले अधिकारी नपेंगे। उधर, शंकरपुर में डीएम ने विभिन्न योजनाओं की जांच की। इधर, डीएम के सख्ती से शंकरपुर सहित आस-पास के प्रखंड क्षेत्र में हड़कंप मच गया है।
जिले के उदाकिशुगनंज, शंकरपुर, बिहारीगंज, गम्हरिया सहित अन्य प्रखंडों से गली-नाली योजना में गड़बड़ी की शिकायत प्रशासन मिल रही थी। हर जगह प्राक्कलन को ताक पर रख लोकल बालू व घटिया किस्म के सीमेंट से निर्माण कार्य किया जा रहा था। बिहारीगंज में विरोध करने पर ग्रामीणों को धमकाया भी गया। ग्रामीणों ने कहा कि शिकायत के बाद जांच के नाम पर लिपापोती कर दी जाती थी। जबकि घटिया निर्माण को रोकने की जिम्मेवारी विभाग के कनीय अभियंता के साथ प्रखंड के वरीय अधिकारियों को दी गई है। वे जिम्मवारी का
बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 में डीएम ने कराया योजना को बंद
डीएम ने बेहरारी पंचायत के वार्ड नंबर 6 में मुख्यमंत्री सात निश्चय योजना के तहत बन रहे गली-नाली कार्य का निरीक्षण किया। निरक्षण के दौरान योजना में भारी अनियमितता को देख कर डीएम ने बीडीओ आशा कुमारी को योजना बंद कराने का निर्देश दिया। साथ ही योजना शुरू करने से पहले डीएम ने बोर्ड लगाने का निर्देश दिया। डीएम ने ग्रामीण से पूछा कि यहां आम सभा कर सचिव का चुनाव कराया गया या नहीं। इस पर ग्रामीणों ने बताया कि आम सभा तो नहीं हुआ पर गुपचुप तरीके से चुनाव कराया गया।