25 अप्रैल 2018
संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय से नवसृजित पूर्णिया विश्वविद्यालय के बंटवारे को लेकर एक माह से फंसा पेच सुलझ नहीं रहा है। इसको सुलझाने के लिए शिक्षा विभाग व राजभवन केआलाधिकारियों की टीम दो दिवसीय दौरे पर 26 अप्रैल
को बीएनएमयू आएगी। जहां दोनों कुलपति के सामने बैठकर दो दिनों तक बंटवारा का हल निकाला जाएगा। इसके लिए राजभवन द्वारा7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया
गया है। कमेटी पूर्णिया विवि का मूल विवि बीएनएमयू से बंटवारा करेगी। साथ ही दोनों विवि के बीच बंटवारा के आधार पर इकरारनामा भी होगा। इसमें उच्च शिक्षा निदेशक, राज्यपाल सचिवालय के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, उच्च शिक्षा के अपर सचिव मनोज कुमार के अलावा बीएनएमयू और पीयू के कुलपति एवं कुलसचिव रहेंगे। इससे पहले बीएनएमयू में 22 मार्च को दोनों कुलपति बंटवारा को लेकर आमने-सामने हुए थे। पहली ही मुलाकात में आपसी सहमति नहीं बनने पर मामला राजभवन पहुंच गया था।
फिर 29 मार्च को राजभवन ने इसका हल निकाला। इसके बावजूद परीक्षा, प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारी वजमा राशि को लेकर दोनों के बीच खींचतान जारी है। दो दिवसीय दौरे पर 26 अप्रैल को राजभवन की टीम का बीएनएमयू में आगमन हो रहा है। कमेटी दोनों कुलपति के समाने विवि के बंटवारे
पर चर्चा करेगी। इसमें खासकर पूर्णिया विवि अंतर्गत पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जिले के 13
अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक एवं कर्मचारियों के समन्वय के साथ-साथ बजट में सरकार से प्राप्त वेतन वपेंशन मद की राशि हस्तगत कराने पर बातें होगी। हालांकि आपसी सहमति से ही बंटवारा हो पाएगा ।
26 व 27 अप्रैल को
बीएनएमयू में होगा फैसला
विवि के बंटवारे
को लेकर
राजभवन से निर्देश
प्राप्त हुआ है। शिक्षा
विभाग वे राजभवन से
आलाधिकारियों की टीम
26 व 27 अप्रैल को बीएनएमयू आ रही
है। बंटवारा को लेकर कमेटी के सामने
अंतिम फैसला होगा। फैसला नहीं होने
पर फिर राजभवन जाऐंगे। बीएनएमयू
से एक करोड़ का चेक मिलने के बाद
विवि का काम-काज सुचारू रूप से
किया जाएगा।
- प्रो राजेश सिंह, वीसी, पीयू
पूर्णिया विवि से मांगी गई है डिमांड की सूची
पूर्णिया विवि से
परीक्षा एवं डिग्री
संबंधी रिकॉर्ड के साथ
लंबित परीक्षा परिणामों
की सूची मांगी गई है।
राजभवन में 5 अप्रैल
की बैठक में यह निर्णय हुआ था कि
विवि के आंतरिक स्त्रोत से पूर्णिया
विवि को एक करोड़ देना है। 16 अप्रैल
को राजभवन ने सात सदस्यीय कमेटी
बनायी थी। लेकिन कमेटी के आने की
कोई सूचना अब तक नहीं मिली है।
-प्रो. डॉ अवध किशोर राय, वीसी,
बीएनएमयू
इन बिंदुओं पर दोनों विश्वविद्यालय के कुलपति होंगे आमने-सामने
पूर्णिया विवि के नवनियुक्त कुलपति अनियमित सत्र को नियमित करने के लिए अलग-अलग परीक्षा संचालन
की मांग कर रहे है। वहीं बीएनएमयू राजभवन के निर्देशानुसार 2017 तक की परीक्षा संयुक्त रूप से आयोजित कर रही है। इधर, पेंडिंग रिजल्ट क्लियर कराने के साथ पूर्णिया विवि स्थायी प्राचार्य, शिक्षक व कर्मचारी और एक करोड़ रुपए की डिमांड कर रही है। उधर, बीएनएमयू प्रशासन पूर्णिया विवि से परीक्षा एवं डिग्री संबंधी रिकार्ड के साथ लंबित परीक्षा परिणामों की सूची मांगी है। डिमांड पूरी नहीं होने पर पूर्णिया विवि ने राजभवन जाने की बात कही है।
मई तक राजभवन को समर्पित करना है रिपोर्ट
कमेटी को दोनों विवि का बंटवारा कर 3 मई तक राजभवन को रिपोर्ट समर्पित करना है। इसलिए 30 अप्रैल तक कागजी तौर पर बंटवारे के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बीएनएमयू से बंटवारे के बाद पूर्णिया विवि में आगे के कार्यों को मूर्त रूप दिया जाएगा। राजभवन ने पहले ही शैक्षणिक
सत्र 2017-18 से दोनों विवि को अलग कर दिया है। वहीं राजभवन द्वारा 2018-19 के लिए नामांकन एवं परीक्षा फॉर्म भरने से संबंधित काम-काज को ऑनलाइन करने का निर्देश भी दिया गया है। नामांकन एवं परीक्षा से संबंधित प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के पीछे राजभवन का मुख्य उद्देश्य
व्यवस्था को पारदर्शी एवं त्रुटिरहित बनाना है। ताकि छात्र-छात्राओं को परेशानी ना हो।
संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय से नवसृजित पूर्णिया विश्वविद्यालय के बंटवारे को लेकर एक माह से फंसा पेच सुलझ नहीं रहा है। इसको सुलझाने के लिए शिक्षा विभाग व राजभवन केआलाधिकारियों की टीम दो दिवसीय दौरे पर 26 अप्रैल
को बीएनएमयू आएगी। जहां दोनों कुलपति के सामने बैठकर दो दिनों तक बंटवारा का हल निकाला जाएगा। इसके लिए राजभवन द्वारा7 सदस्यीय कमेटी का गठन किया
गया है। कमेटी पूर्णिया विवि का मूल विवि बीएनएमयू से बंटवारा करेगी। साथ ही दोनों विवि के बीच बंटवारा के आधार पर इकरारनामा भी होगा। इसमें उच्च शिक्षा निदेशक, राज्यपाल सचिवालय के प्रधान सचिव विवेक कुमार सिंह, उच्च शिक्षा के अपर सचिव मनोज कुमार के अलावा बीएनएमयू और पीयू के कुलपति एवं कुलसचिव रहेंगे। इससे पहले बीएनएमयू में 22 मार्च को दोनों कुलपति बंटवारा को लेकर आमने-सामने हुए थे। पहली ही मुलाकात में आपसी सहमति नहीं बनने पर मामला राजभवन पहुंच गया था।
फिर 29 मार्च को राजभवन ने इसका हल निकाला। इसके बावजूद परीक्षा, प्राचार्य, शिक्षक, कर्मचारी वजमा राशि को लेकर दोनों के बीच खींचतान जारी है। दो दिवसीय दौरे पर 26 अप्रैल को राजभवन की टीम का बीएनएमयू में आगमन हो रहा है। कमेटी दोनों कुलपति के समाने विवि के बंटवारे
पर चर्चा करेगी। इसमें खासकर पूर्णिया विवि अंतर्गत पूर्णिया, कटिहार, अररिया एवं किशनगंज जिले के 13
अंगीभूत कॉलेजों के शिक्षक एवं कर्मचारियों के समन्वय के साथ-साथ बजट में सरकार से प्राप्त वेतन वपेंशन मद की राशि हस्तगत कराने पर बातें होगी। हालांकि आपसी सहमति से ही बंटवारा हो पाएगा ।
26 व 27 अप्रैल को
बीएनएमयू में होगा फैसला
विवि के बंटवारे
को लेकर
राजभवन से निर्देश
प्राप्त हुआ है। शिक्षा
विभाग वे राजभवन से
आलाधिकारियों की टीम
26 व 27 अप्रैल को बीएनएमयू आ रही
है। बंटवारा को लेकर कमेटी के सामने
अंतिम फैसला होगा। फैसला नहीं होने
पर फिर राजभवन जाऐंगे। बीएनएमयू
से एक करोड़ का चेक मिलने के बाद
विवि का काम-काज सुचारू रूप से
किया जाएगा।
- प्रो राजेश सिंह, वीसी, पीयू
पूर्णिया विवि से मांगी गई है डिमांड की सूची
पूर्णिया विवि से
परीक्षा एवं डिग्री
संबंधी रिकॉर्ड के साथ
लंबित परीक्षा परिणामों
की सूची मांगी गई है।
राजभवन में 5 अप्रैल
की बैठक में यह निर्णय हुआ था कि
विवि के आंतरिक स्त्रोत से पूर्णिया
विवि को एक करोड़ देना है। 16 अप्रैल
को राजभवन ने सात सदस्यीय कमेटी
बनायी थी। लेकिन कमेटी के आने की
कोई सूचना अब तक नहीं मिली है।
-प्रो. डॉ अवध किशोर राय, वीसी,
बीएनएमयू
इन बिंदुओं पर दोनों विश्वविद्यालय के कुलपति होंगे आमने-सामने
पूर्णिया विवि के नवनियुक्त कुलपति अनियमित सत्र को नियमित करने के लिए अलग-अलग परीक्षा संचालन
की मांग कर रहे है। वहीं बीएनएमयू राजभवन के निर्देशानुसार 2017 तक की परीक्षा संयुक्त रूप से आयोजित कर रही है। इधर, पेंडिंग रिजल्ट क्लियर कराने के साथ पूर्णिया विवि स्थायी प्राचार्य, शिक्षक व कर्मचारी और एक करोड़ रुपए की डिमांड कर रही है। उधर, बीएनएमयू प्रशासन पूर्णिया विवि से परीक्षा एवं डिग्री संबंधी रिकार्ड के साथ लंबित परीक्षा परिणामों की सूची मांगी है। डिमांड पूरी नहीं होने पर पूर्णिया विवि ने राजभवन जाने की बात कही है।
मई तक राजभवन को समर्पित करना है रिपोर्ट
कमेटी को दोनों विवि का बंटवारा कर 3 मई तक राजभवन को रिपोर्ट समर्पित करना है। इसलिए 30 अप्रैल तक कागजी तौर पर बंटवारे के कार्य को पूरा कर लिया जाएगा। बीएनएमयू से बंटवारे के बाद पूर्णिया विवि में आगे के कार्यों को मूर्त रूप दिया जाएगा। राजभवन ने पहले ही शैक्षणिक
सत्र 2017-18 से दोनों विवि को अलग कर दिया है। वहीं राजभवन द्वारा 2018-19 के लिए नामांकन एवं परीक्षा फॉर्म भरने से संबंधित काम-काज को ऑनलाइन करने का निर्देश भी दिया गया है। नामांकन एवं परीक्षा से संबंधित प्रक्रिया को ऑनलाइन करने के पीछे राजभवन का मुख्य उद्देश्य
व्यवस्था को पारदर्शी एवं त्रुटिरहित बनाना है। ताकि छात्र-छात्राओं को परेशानी ना हो।