शिक्षक निर्माता है। समाज एवं राष्ट्र के निर्माण में शिक्षक की महत्वपूर्ण भूमिका है। अच्छे शिक्षक ही अच्छा समाज एवं राष्ट्र बना सकते हैं। अतः शिक्षक समाज एवं राष्ट्र में एक आदर्श प्रस्तुत करें। यह बात प्रति कुलपति प्रो. डॉ. फारूक अली ने कही। वे गुरूवार को ईस्ट एन वेस्ट टीचर्स ट्रेनिंग कालेज, सहरसा में सत्र 2017-19 के सत्रारंभ के अवसर पर बोल रहे थे।
प्रति कुलपति ने कहा कि अच्छे शिक्षक ही अच्छा प्रशासक, अच्छा राजनेता एवं अच्छा नागरिक बना सकते हैं। इस रूप में समाज एवं राष्ट्र में शिक्षकों की महती जिम्मेदारी है।
प्रति कुलपति ने कहा कि शिक्षक का स्थान भगवान के बराबर है। जिसने एक अक्षर भी ज्ञान दिया, उनकी देन अमूल्य है।
उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया कि वे अपनी वर्ग तालिका अविलंब विश्वविद्यालय में जमा करें। शिक्षक नियमित रूप से पूरी तैयारी के साथ कक्षा में जाएँ।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे कक्षाओं में अपनी शतरंज प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करें। सबसे अधिक उपस्थिति वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ. राणा जयराम सिंह ने कहा कि हम लाचारी में शिक्षक नहीं बनें । शिक्षण को दिल से अपनाएँ। पाठ्यक्रम को आत्मसात करें। हीनभावना से मुक्त होकर आगे बढ़ें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेयरमेन डॉ. रजनीश रंजन ने कहा कि बी.एड. एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। बेहतर करने के लिए मेहनत करने की जरूरत है।
उन्होंने पावर पाइन्ट के माध्यम से पूरे सत्र की प्रस्तावित योजना प्रस्तुत की।
इसके पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की । अतिथियों का स्वागत पारंपरिक पाग एवं अंगवस्त्र से किया गया। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने 'जै जै भैरवी ...' प्रार्थना की।
इस अवसर पर रमेश झा महिला कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. रेणु सिंह, एसएनएसआरकेएस कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. कृपाशंकर ओझा, पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर, डॉ. राजीव कुमार सिंह, संजय कुमार परमार, मिथिलेश कुमार, मोहन कुमार ठाकुर, मुकेश कुमार, अंशु कुमार गुप्ता, रीवा कुमारी सिंह, रंजय कुमार राजा, संजीव, अमित कुमार चंचल, चंदन, महेश आदि उपस्थित थे।
प्रति कुलपति ने कहा कि अच्छे शिक्षक ही अच्छा प्रशासक, अच्छा राजनेता एवं अच्छा नागरिक बना सकते हैं। इस रूप में समाज एवं राष्ट्र में शिक्षकों की महती जिम्मेदारी है।
प्रति कुलपति ने कहा कि शिक्षक का स्थान भगवान के बराबर है। जिसने एक अक्षर भी ज्ञान दिया, उनकी देन अमूल्य है।
उन्होंने सभी प्रधानाचार्यों को निर्देश दिया कि वे अपनी वर्ग तालिका अविलंब विश्वविद्यालय में जमा करें। शिक्षक नियमित रूप से पूरी तैयारी के साथ कक्षा में जाएँ।
उन्होंने विद्यार्थियों से अपील की कि वे कक्षाओं में अपनी शतरंज प्रतिशत उपस्थिति दर्ज करें। सबसे अधिक उपस्थिति वाले विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा।
शिक्षा संकायाध्यक्ष डॉ. राणा जयराम सिंह ने कहा कि हम लाचारी में शिक्षक नहीं बनें । शिक्षण को दिल से अपनाएँ। पाठ्यक्रम को आत्मसात करें। हीनभावना से मुक्त होकर आगे बढ़ें।
कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए चेयरमेन डॉ. रजनीश रंजन ने कहा कि बी.एड. एक प्रशिक्षण कार्यक्रम है। बेहतर करने के लिए मेहनत करने की जरूरत है।
उन्होंने पावर पाइन्ट के माध्यम से पूरे सत्र की प्रस्तावित योजना प्रस्तुत की।
इसके पूर्व अतिथियों ने दीप प्रज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की । अतिथियों का स्वागत पारंपरिक पाग एवं अंगवस्त्र से किया गया। शिक्षकों एवं विद्यार्थियों ने 'जै जै भैरवी ...' प्रार्थना की।
इस अवसर पर रमेश झा महिला कालेज की प्रधानाचार्य डॉ. रेणु सिंह, एसएनएसआरकेएस कालेज के प्रधानाचार्य डॉ. कृपाशंकर ओझा, पीआरओ डॉ. सुधांशु शेखर, डॉ. राजीव कुमार सिंह, संजय कुमार परमार, मिथिलेश कुमार, मोहन कुमार ठाकुर, मुकेश कुमार, अंशु कुमार गुप्ता, रीवा कुमारी सिंह, रंजय कुमार राजा, संजीव, अमित कुमार चंचल, चंदन, महेश आदि उपस्थित थे।