संपादक-आर.के.झा
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी कॉलेजों के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारियों की बैठक पार्वती साइंस कॉलेज में सोमवार को संपन्न हुई. बैठक में एनएसएस की गतिविधियों की जानकारी ली गयी. विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ. अनिल कांत मिश्रा ने विगत एक वर्षों से एनएसएस का विशेष शिविर आयोजित नहीं होने के कारणों की जानकारी ली.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में एनएसएस का अहम योगदान होता है. डीएसडब्ल्यू ने कहा की एनएसएस इकाई द्वारा गोद लिए गए गांव के विकास के लिए किए गए कार्यों की जानकारी जनवरी 2018 तक रिपोर्ट बनाकर समर्पित करें. उन्होंने कहा कि विशेष शिविर जरूरी है जिससे कि कॉलेज में एनएसएस इकाई बना रहे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने जो रोड मैप बनाया है उसमें एनएसएस के एक्टिविटीज को भी बढ़ाने की बात कही गई है. डीएसडब्ल्यू ने कहा एक कॉलेज के आंतरिक श्रोत से विशेष शिविर आयोजित की जाए बाद में उसे राशि भेज दी जाएगी. कार्यक्रम पदाधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय के निष्कयता के कारण विगत 1 साल से राशि उपलब्ध नहीं होने से एनएसएस की गतिविधि लगभग ठप है गया है. कार्यक्रम पदाधिकारियों ने सुझाव देते कहा कि विश्वविद्यालय राशि कालेज को उपलब्ध कराए. मौके पर सीएम साइंस कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार उर्फ संजय परमार ने कहा कि एनएसएस का कार्यक्रम काफी अच्छा रहा. बीएन मंडल विवि में बिहार का पहला सात दिवसीय शिविर लगाया गया जो काफी सराहनीय रहा. लेकिन विवि की असहयोगात्मक रवैया के कारण शिथिलता आयी है. कुलपति के नेतृत्व में अब फिर साकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगा. पूर्णिया महिला कॉलेज के डॉ गजाधर यादव, आरएम कॉलेज के ललित नारायण मिश्र, डिग्री महिला कॉलेज सुपौल के सुलेंद्र कुमार, आरपीएम कॉलेज के अनिल कुमार आदि ने कहा की बीएन मंडल विश्वविद्यालय के एनएसएस इकाइयों ने कई उत्कृष्ट कार्य कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है लेकिन कुछ दिनों से विश्वविद्यालय की निष्क्रियता के कारण गतिविधि ठप सी हो गया है. पदाधिकारियों ने कहा कि एनएसएस में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवकों को बीएड और पीजी के एडमिशन में वेटेज दिया जाए. ऐसा नहीं होने के कारण स्वयंसेवकों में उदासीनता आ जाती है. डीएसडब्ल्यू ने कहा उनकी मांगों को वह कुलपति के समक्ष रखेंगे और यथाशीघ्र इस पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है इससे विश्वविद्यालय की अस्मिता जुड़ी हुई है. बैठक के संयोजक पीएस कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अभय कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एनएसएस कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. मौके पर अरविंद कुमार, जनार्दन प्रसाद, गणेश प्रसाद, कामाख्या नारायण सिंह, डॉ. तंद्रा शरण, डॉ कपिल देव प्रसाद, शोभा कुमारी, डॉ अनंत कुमार, सरिता कुमारी, कुमार साकेत, संजय कुमार, सुलेंद्र कुमार, डॉ. नवीन कुमार सिंह, विजेंद्र मेहता, डॉ बेचन यादव, अनिल कुमार, मनोज कुमार सिंह, मोहम्मद अखलाक, मोहम्मद मुजीब उर रहमान सहित बड़ी संख्या में कार्यक्रम पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यक्रम समन्वयक डा अब्दुल लतीफ के आकस्मिक निधन पर लोगों ने संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा. लोगों ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी.
भूपेंद्र नारायण मंडल विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी कॉलेजों के राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम पदाधिकारियों की बैठक पार्वती साइंस कॉलेज में सोमवार को संपन्न हुई. बैठक में एनएसएस की गतिविधियों की जानकारी ली गयी. विश्वविद्यालय के डीएसडब्ल्यू डॉ. अनिल कांत मिश्रा ने विगत एक वर्षों से एनएसएस का विशेष शिविर आयोजित नहीं होने के कारणों की जानकारी ली.
उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के विकास में एनएसएस का अहम योगदान होता है. डीएसडब्ल्यू ने कहा की एनएसएस इकाई द्वारा गोद लिए गए गांव के विकास के लिए किए गए कार्यों की जानकारी जनवरी 2018 तक रिपोर्ट बनाकर समर्पित करें. उन्होंने कहा कि विशेष शिविर जरूरी है जिससे कि कॉलेज में एनएसएस इकाई बना रहे. उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय ने जो रोड मैप बनाया है उसमें एनएसएस के एक्टिविटीज को भी बढ़ाने की बात कही गई है. डीएसडब्ल्यू ने कहा एक कॉलेज के आंतरिक श्रोत से विशेष शिविर आयोजित की जाए बाद में उसे राशि भेज दी जाएगी. कार्यक्रम पदाधिकारियों ने कहा कि विश्वविद्यालय के निष्कयता के कारण विगत 1 साल से राशि उपलब्ध नहीं होने से एनएसएस की गतिविधि लगभग ठप है गया है. कार्यक्रम पदाधिकारियों ने सुझाव देते कहा कि विश्वविद्यालय राशि कालेज को उपलब्ध कराए. मौके पर सीएम साइंस कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी संजय कुमार उर्फ संजय परमार ने कहा कि एनएसएस का कार्यक्रम काफी अच्छा रहा. बीएन मंडल विवि में बिहार का पहला सात दिवसीय शिविर लगाया गया जो काफी सराहनीय रहा. लेकिन विवि की असहयोगात्मक रवैया के कारण शिथिलता आयी है. कुलपति के नेतृत्व में अब फिर साकारात्मक ऊर्जा के साथ आगे बढ़ेगा. पूर्णिया महिला कॉलेज के डॉ गजाधर यादव, आरएम कॉलेज के ललित नारायण मिश्र, डिग्री महिला कॉलेज सुपौल के सुलेंद्र कुमार, आरपीएम कॉलेज के अनिल कुमार आदि ने कहा की बीएन मंडल विश्वविद्यालय के एनएसएस इकाइयों ने कई उत्कृष्ट कार्य कर राष्ट्रीय स्तर पर अपनी छाप छोड़ी है लेकिन कुछ दिनों से विश्वविद्यालय की निष्क्रियता के कारण गतिविधि ठप सी हो गया है. पदाधिकारियों ने कहा कि एनएसएस में उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले स्वयंसेवकों को बीएड और पीजी के एडमिशन में वेटेज दिया जाए. ऐसा नहीं होने के कारण स्वयंसेवकों में उदासीनता आ जाती है. डीएसडब्ल्यू ने कहा उनकी मांगों को वह कुलपति के समक्ष रखेंगे और यथाशीघ्र इस पर कार्रवाई की जाएगी. उन्होंने कहा कि हमें सकारात्मक सोच के साथ आगे बढ़ना है इससे विश्वविद्यालय की अस्मिता जुड़ी हुई है. बैठक के संयोजक पीएस कॉलेज के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ अभय कुमार ने अतिथियों का स्वागत करते हुए एनएसएस कार्यक्रम की रूपरेखा पर प्रकाश डाला. मौके पर अरविंद कुमार, जनार्दन प्रसाद, गणेश प्रसाद, कामाख्या नारायण सिंह, डॉ. तंद्रा शरण, डॉ कपिल देव प्रसाद, शोभा कुमारी, डॉ अनंत कुमार, सरिता कुमारी, कुमार साकेत, संजय कुमार, सुलेंद्र कुमार, डॉ. नवीन कुमार सिंह, विजेंद्र मेहता, डॉ बेचन यादव, अनिल कुमार, मनोज कुमार सिंह, मोहम्मद अखलाक, मोहम्मद मुजीब उर रहमान सहित बड़ी संख्या में कार्यक्रम पदाधिकारी मौजूद थे. बैठक में विश्वविद्यालय के पूर्व कार्यक्रम समन्वयक डा अब्दुल लतीफ के आकस्मिक निधन पर लोगों ने संवेदना व्यक्त करते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए 2 मिनट का मौन रखा. लोगों ने उनके कार्यों की सराहना करते हुए कहा कि उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय के राष्ट्रीय सेवा योजना ने राष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बनाई थी.