संपादक : आर.के.झा-
जिला मुख्यालय में प्रशासन के नाक के नीचे वर्षो से बिना डॉक्टर के अवैध नर्सिंग होम का संचालन हो रहा था. परंतु इस बीच प्रशासन इससे अनभिज्ञ रही. इस संबंध में सिविल सर्जन डा गदाधर पांडे ने कहा कि जहां महिला की मौत हुयी है
वह नर्सिंग होम बिना डॉक्टर के फर्जी रूप संचालित हो रहा था. वहां कोई बोर्ड या साइन बोर्ड नहीं लगा हुआ है.
हालांकि बताया जा रहा है कि क्लिनिक के सामने बड़ी-बड़ी डिग्रियों के साथ कई डॉक्टर का नाम लिखा हुआ बोर्ड लगा हुआ था. परंत महिला की मौत के बाद बोर्ड को रातों रात वहां से हटा दिया गया. इससे स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में फर्जी नर्सिंग होम का गोरखधंधा फलफूल रहा है.शहर में ऐसे सौ से अधिक नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी हैं जहां बड़े बड़े
जिला मुख्यालय में प्रशासन के नाक के नीचे वर्षो से बिना डॉक्टर के अवैध नर्सिंग होम का संचालन हो रहा था. परंतु इस बीच प्रशासन इससे अनभिज्ञ रही. इस संबंध में सिविल सर्जन डा गदाधर पांडे ने कहा कि जहां महिला की मौत हुयी है
वह नर्सिंग होम बिना डॉक्टर के फर्जी रूप संचालित हो रहा था. वहां कोई बोर्ड या साइन बोर्ड नहीं लगा हुआ है.
हालांकि बताया जा रहा है कि क्लिनिक के सामने बड़ी-बड़ी डिग्रियों के साथ कई डॉक्टर का नाम लिखा हुआ बोर्ड लगा हुआ था. परंत महिला की मौत के बाद बोर्ड को रातों रात वहां से हटा दिया गया. इससे स्पष्ट होता है कि स्वास्थ्य विभाग के संरक्षण में फर्जी नर्सिंग होम का गोरखधंधा फलफूल रहा है.शहर में ऐसे सौ से अधिक नर्सिंग होम, क्लिनिक व पैथोलॉजी हैं जहां बड़े बड़े