संपादक: आर.के.झा- वेद व्यास महाविद्यालय मधेपुरा में बुधवार को महाविद्यालय कर्मचारियों की बैठक प्रधानाचार्य डा आलोक कुमार की अध्यक्षता में की गयी. बैठक में निर्णय लिया गया कि महाविद्यालय की भूमि अतिक्रमण करने वालों एवं प्रशासन के गैरजिम्मेदार रवैया के खिलाफ कॉलेज के शिक्षक व कर्मी दीपावली का त्योहार नहीं मनायेंगे. इस संबंध में प्रधानाचार्य ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि 13 अक्टूबर के सुबह दस बजे असमाजिक तत्वों ने महाविद्यालय के चाहरदीवारी को तोड़ निर्माण कार्य प्रारंभ कर दिया. तत्काल इसकी सूचना अनुमंडल पदाधिकारी, पुलिस अधीक्षक, थाना प्रभारी एवं अंचलाधिकारी मधेपुरा को दी गयी. परंतु निर्माण कार्य एवं दबंगों की सक्रियता जारी रही. शिक्षक प्रतिनिधि प्रो श्यामसुंदर मंडल स्व प्रो सतीश चंद्र यादव ने कहा कि महाविद्यालय का संपूर्ण भूखंड चाहरदीवारी से घिरा हुआ है. जिसमें महाविद्यालय संरचना निर्मित है.
दबंगों द्वारा चाहरदीवारी को पूर्णत: ध्वस्त कर व्यास प्रतिमा, मंत्र एवं कृष्ण स्थल को क्षतिग्रसत किया जाना निदंनीय और प्रगतिशील समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने आगे कहा कि हम सभी महाविद्यालय कर्मी जिला प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि तत्क्षण महाविद्यालय परिसर से अवैध निर्माण हटवाया जाये एवं असमाजिक तत्वों को परिसर क्षेत्र से हटाया जाये. महाविद्यालय परिसर में पुलिस बल तैनात करते हुये सुरक्षा के निमित आवश्यक कार्यवाही की जाय. उपस्थित कर्मचारियों ने समवेत रूप से कहा कि जब तक जिला प्रशासन द्वारा परिसर को पूर्वस्थिति में नहीं लाया जाता है तब तक हम सभ दीपावली नहीं मनायेंगे. अपने घरों में दीप नहीं जलायेंगे एवं कार्यस्थल पर काला पट्टी लगा कर काम करेंगे. महाविद्यालय परिसर में भय एवं आतंक का माहौल है. शैक्षणिक व्यवस्था ध्वसत हो गया है. छात्र-छात्रा महाविद्यालय आने से परहेज करते हैं. इस अवसर पर समस्त संभाग शिक्षक एवं तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी उपस्थित थे.
दबंगों द्वारा चाहरदीवारी को पूर्णत: ध्वस्त कर व्यास प्रतिमा, मंत्र एवं कृष्ण स्थल को क्षतिग्रसत किया जाना निदंनीय और प्रगतिशील समाज के लिए दुर्भाग्यपूर्ण घटना है. उन्होंने आगे कहा कि हम सभी महाविद्यालय कर्मी जिला प्रशासन से अनुरोध करते हैं कि तत्क्षण महाविद्यालय परिसर से अवैध निर्माण हटवाया जाये एवं असमाजिक तत्वों को परिसर क्षेत्र से हटाया जाये. महाविद्यालय परिसर में पुलिस बल तैनात करते हुये सुरक्षा के निमित आवश्यक कार्यवाही की जाय. उपस्थित कर्मचारियों ने समवेत रूप से कहा कि जब तक जिला प्रशासन द्वारा परिसर को पूर्वस्थिति में नहीं लाया जाता है तब तक हम सभ दीपावली नहीं मनायेंगे. अपने घरों में दीप नहीं जलायेंगे एवं कार्यस्थल पर काला पट्टी लगा कर काम करेंगे. महाविद्यालय परिसर में भय एवं आतंक का माहौल है. शैक्षणिक व्यवस्था ध्वसत हो गया है. छात्र-छात्रा महाविद्यालय आने से परहेज करते हैं. इस अवसर पर समस्त संभाग शिक्षक एवं तृतीय और चतुर्थ वर्गीय कर्मचारी उपस्थित थे.