मधेपुरा/बिहार: संबद्ध डिग्री कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारियों ने अपनी मांगों कों लेकर बीएनएमयू परिसर में बुधवार को धरना दिया।
सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालयों के शिक्षक एवं कर्मियों के लिए वेतन संरचना निर्धारित कर नियमित मासिक वेतन भुगतान करने एवं विश्वविद्यालय स्तरीय समस्याओं का समाधान करने के को लेकर आयोजित धरना में मधेपुरा, सहरसा और सुपौल जिले के विभिन्न कॉलेजों से बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी शामिल हुए।
कॉलेज कर्मियों की नारेबाजी से दिनभर गूंजता रहा बीएनएमयू परिसर:
कॉलेज कर्मियों की समस्या को सुनने के लिए कुलसचिव प्रो. बिपिन कुमार राय और परीक्षा नियंत्रक डॉ. शंकर कुमार मिश्र धरना स्थल पर पहुंचे। धरना स्थल पर कुछ शिक्षकों ने विश्वविद्यालय पर उनके साथ सौतला व्यवहार करने का आरोप लगाते हुए गहरी नाराजगी जताई। कुलसचिव ने शिक्षक नेताओं से उनकी मांगों को सुना और राज्य सरकार के स्तर से निष्पादन होने वाली मांगों को सरकार को भेजने का आश्वासन दिया। जबकि विश्वविद्यालय स्तर की मांग पर सम्यक विचार विमर्श कर उसका समाधान करने का आश्वासन दिया। शिक्षक नेताओं ने कहा कि उनका आंदोलन चरणबद्ध जारी रहेगा। आंदोलन की दूसरी कड़ी में 10 से 14 फरवरी तक पटना में आंदोलन किया जाएगा।
शिक्षक नेताओं ने कहा कि सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालयों में कार्यरत शिक्षक एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी करीब 30-35 वर्षों से बिना वेतन के कार्य कर रहे हैं। बिहार सरकार ने मानव ससंधान विकास विभाग द्वारा वित्त रहित शिक्षा नीति को समाप्त करते हुए डिग्री महाविद्यालयों को परीक्षा परिणाम आधारित अनुदान राशि भुगतान करने की नीति का निर्धारण किया। अनुदान राशि भुगतान की जटिलता के कारण आठ वर्षों से बकाया है। सरकार को नियमित मासिक वेतन का नीति निर्धारण करना चाहिए था। संघ के विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार यादव ने कहा कि बिहार की उच्च शिक्षा में सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालयों की महत्ता एवं शिक्षा कर्मियों की बदहाली को देखते हुए मानवीय सरोकार से जुड़ी मांगो की पूर्ति शीघ्र किया जाए अन्यथा आरपार की लड़ाई शुरू की जाएगी। धरना की अध्यक्षता विश्वविद्यालय अध्यक्ष प्रो. अरविंद कुमार यादव ने की।
संचालन सचिव प्रो. अभय कुमार ने किया। मौके पर चंद्र प्रकाश यादव, दीपक कुमार सिंह, कुमार राजीव, आलोक कुमार, दिनेश कुमार, संजय कुमार, राजेंद्र प्रसाद यादव, तंद्रा शरण, पुष्पलता सिंह, लिली कुमारी, रीना कुमारी, किरण कुमारी, अर्जुन यादव, राम कुमार यादव, मदन यादव, जवाहर कुमार, मिथिलेश कुमार सहित बड़ी संख्या में शिक्षक और कर्मचारी मौजूद रहे।
कुलसचिव को सौंपा मांग पत्र:
बीएनएमयू के संबद्ध डिग्री कॉलेज के शिक्षक और कर्मचारियों ने कुलसचिव प्रो. बिपिन कुमार राय और परीक्षा नियंत्रक डॉ. शंकर कुमार मिश्र को मांग पत्र सौंपा। मांग पत्र में वेतन संरचना निर्धारित करते हुए प्रति माह वेतन भुगतान करने, लंबित अनुदान राशि का वजटीय उपबंध सुनिश्चित कर बढ़ती मंहगाई के मद्देनजर एक मुस्त राशि शिक्षा कर्मियों के बैंक खाते में भुगतान करने की मांग राज्य सरकार से की गई। इसके अलावा विश्वविद्यालय स्तरीय मांगों में कॉपी के सैद्धान्तिक, प्रायोगिक (2021-24) एवं वीक्षण कार्य के अद्यतन पारिश्रमिक भुगतान करने, समी सम्बद्ध डिग्री महाविद्यालयों में वरीयता के आधार पर प्रभारी प्राचार्य का विधिवत नियुक्ति करने, कॉपी का स्वच्छ और शांतिपूर्ण मूल्यांकन के लिए विश्वविद्यालय मुख्यालय में केन्द्र बनाने की मांग शामिल था। कुलसचिव ने सबों को आश्वस्त किया कि उनकी मांगों को सरकार के पास भेज दिया जाएगा। विश्वविद्यालय स्तर की मांग जल्द पूरी की जाएगी।
बचे हुए कॉलेज के शिक्षकों का सेवा सामंजन करने की उठी मांग: बीएनएमयू में धरना पर बैठे शिक्षकों ने विश्वविद्यालय के अधीन जिन कॉलेज के शिक्षकों का सेवा सामंजन नहीं हुआ है वैसे शिक्षकों का सामंजन करने की मांग की। लहटन चौधरी कॉलेज की प्रो. पुष्पलता सिंह ने कहा कि सिंडिकेट की बैठक में इस प्रस्ताव को पारित कर दिया गया है। इसके बावजूद विश्वविद्यालय द्वारा इस पर पहल नहीं करना दुखद है।
12 फरवरी को पटना में रहेंगे बीएनएमयू के शिक्षक और कर्मचारी: वेतनमान की मांग को लेकर बीएनएमयू के शिक्षक और कर्मचारी पटना में धरना देंगे। अध्यक्ष डॉ. अरविंद कुमार यादव ने कहा कि मधेपुरा, सहरसा और सुपौल जिले के शिक्षक 11 फरवरी की रात जनहित ट्रेन से पटना के लिए प्रस्थान करेंगे। उन्होंने कहा कि पटना में सभी चट्टानी एकता दिखाते हुए अपनी मांग मंगवाने के लिए सरकार को मजबूर करेंगे।।
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