7 दिसंबर को महिषी थाना क्षेत्र के ऐनी गांव में मिली घायल युवती की हुई थी ऑनर किलिंग - पिता , मां , नानी और नाबालिग भाई हुआ गिरफ्तार - बहनोई से था मृतिका का अवैध संबंध - दूसरी जगह शादी से कर रही थी इंकार - बहनोई के साथ ही रहने की कर रही थी जिद - गुस्से में माता-पिता, नानी और भाई ने किया था गला रेत कर हत्या - News Express Now :: Hindi News, Latest News in Hindi, Breaking News, | हिन्दी न्यूज़ लाइव

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मंगलवार, 10 दिसंबर 2024

7 दिसंबर को महिषी थाना क्षेत्र के ऐनी गांव में मिली घायल युवती की हुई थी ऑनर किलिंग - पिता , मां , नानी और नाबालिग भाई हुआ गिरफ्तार - बहनोई से था मृतिका का अवैध संबंध - दूसरी जगह शादी से कर रही थी इंकार - बहनोई के साथ ही रहने की कर रही थी जिद - गुस्से में माता-पिता, नानी और भाई ने किया था गला रेत कर हत्या

एसपी हिमांशु की जिला पुलिस लगातार गंभीर और संगेय अपराध को प्राथमिकता देकर उसका सफल उद्भेदन कर मुख्य अभियुक्तों की गिरफ्तारी में भी काफी सफल साबित हो रही है। जिसके तहत मंगलवार को फिर जिला पुलिस द्वारा एक बेहतर पुलिसिंग का नमूना पेश किया गया। जिसमें 72 घंटे के भीतर गला रेत कर हुई युवती की हत्या मामले को ऑनर किलिंग साबित करते हुए घटना में शामिल मृतका के पिता, मां, नानी और उसके एक नाबालिग भाई की गिरफ्तारी सुनिश्चित की थी। जिन्होंने मिलकर अपनी ही सगी बेटी की गला रेत कर गंभीर रूप से घायल कर जिले के महिषी थाना क्षेत्र अंतर्गत ऐनी गांव स्थित कृष्णा नगर शमशान के निकट खेत में फेंक कर फरार हो गया था। उक्त युवती की मौत के गुत्थी को सुलझाने में पुलिस मानवीय और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लेकर घटना का पटाक्षेप कर दिया था। 

मंगलवार को सदर एसडीपीओ आलोक कुमार ने प्रेस वार्ता आयोजित कर बताया कि बीते 7 दिसंबर को महिषी थाना अध्यक्ष को सूचना मिली थी कि उनके थाना क्षेत्र अंतर्गत ऐनी गांव स्थित कृष्णा नगर शमशान के निकट खेत में एक युवती घायल अवस्था में तड़प रही है। सूचना के बाद मौके पर पुलिस बल पहुंचकर घायल युवती को पहले प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्र महिषी में भर्ती कराया गया था। जहां उनकी हालत को गंभीर देखते हुए और चिकित्सक द्वारा रेफर किए जाने के बाद उसे सदर अस्पताल लाया गया था। लेकिन सदर अस्पताल के चिकित्सकों ने भी युवती की गंभीर हालत को देखते हुए उसे डीएमसीएच, दरभंगा रेफर कर दिया था। ऐसे में पुलिस अधिकारी घायल युवती की प्राण रक्षा के लिए उसे आनन-फानन में डीएमसीएच, दरभंगा लेकर पहुंचे थे। लेकिन दरभंगा मेडिकल कॉलेज में इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई थी।

उन्होंने आगे बताया कि वहीं घटना की संवेदनशीलता को देखते हुए एसपी के निर्देश पर उनके नेतृत्व में एक एसआईटी टीम का गठन किया गया था। उक्त एसआईटी टीम में उनके अलावे महिषी थाना अध्यक्ष अमरनाथ कुमार, महिषी में पदस्थापित पुलिस अवर निरीक्षक सुनील कुमार, सुष्मिता कुमारी और सशस्त्र बल को शामिल किया गया था। 

उन्होंने आगे बताया कि मृतिका  के पिता जिले के नवहट्टा थाना क्षेत्र अंतर्गत मोहनपुर गांव, वार्ड नंबर - 9 निवासी स्व प्रभु शर्मा के पुत्र बुच्चन शर्मा की शिकायत पर महिषी थाना कांड संख्या - 364/24 दर्ज कर जांच शुरू की गई थी। घटनास्थल पर एफएसएल की टीम और डॉग स्क्वायड की टीम को भी भेजा गया था। साथ ही घटना के सफल उद्भेदन के लिए मानवीय और तकनीकी अनुसंधान का सहारा लिया गया था। ऐसे में गठित एसआईटी टीम द्वारा तकनीकी जांच से जानकारी मिली थी मृतिका के पिता और उनके परिजनों ने ही उनकी धारदार हथियार से घायल कर मरनावस्था में खेत में फेंक कर फरार हो गए थे। जिसके बाद घटना में शामिल मृतिका के पिता बुच्चन शर्मा, मृतका की मां उर्मिला देवी, मृतका के नानी जिले के महिषी थाना क्षेत्र के ऐनी गांव, वार्ड नंबर - 6 निवासी स्व रामचंद्र शर्मा की पत्नी अघोलनी देवी के साथ मृतका के एक नाबालिग भाई की गिरफ्तारी सुनिश्चित की गई थी। गिरफ्तार अपराधियों से जब कराई से पूछताछ की गई तो उन्होंने अपनी पुत्री की हत्या मामले में अपनी संलिप्तता को स्वीकार किया था।

क्या कहा हत्यारा पिता - 
युवती की हत्या में शामिल पिता सहित उनके अन्य परिजनों ने बताया कि मृतिका की अपनी बड़ी बहन के पति के साथ अवैध संबंध था। वे एक महीने तक अपने बहनोई के साथ रहकर रह भी चुकी थी। जिसकी जानकारी होने पर उन लोगों ने उनकी शादी कहीं और करने की मंशा बनाया था। जिसकी जानकारी होने पर मृतिका द्वारा शादी से इंकार किया गया था। मृतका की जिद थी कि वे अपने बहनोई के साथ ही शादी कर रहना चाहती थी। ऐसे में पहले उसे काफी समझाया बुझाया गया था। लेकिन मृतिका जिद पर अड़ी रही थी। जिसके बाद आक्रोश में उन लोगों ने धारदार हथियार से उसे गंभीर रूप से घायल कर और मृत समझ कर खेत में फेंक कर फरार हो गए थे।
घटना के सफल उद्भेदन के बाद जहां सभी आरोपियों को अग्रतर कार्रवाई के लिए जेल भेज दिया गया था। वहीं पुलिस की इस कार्रवाई से फिर लोगों में पुलिस के प्रति काफी विश्वास भी बढ़ गया है।

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