● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: भूपेंद्र नारायण मण्डल विश्वविद्यालय में 29 जून 2024 को 153 गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर का 11महीने के लिए नवीकरण किया गया है।
गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर नवीकरण में खूब त्रुटियां सामने आने लगी हैं। मैथेमेटिक्स सब्जेक्ट के डॉ जयंत ठाकुर एमएलटी कॉलेज सहरसा का स्थानांतरण आरएम कॉलेज सहरसा और डॉ प्रवीण कुमार एचपीएस कॉलेज निर्मली किया गया है, जबकि दोनों हीं छह माह पूर्व रिजाइन दें चुके हैं।
वही जूलॉजी सब्जेक्ट के रीता कुमारी को एसएनएसआरके एस कॉलेज सहरसा भी छह माह पूर्व रिजाइन कर चुके हैं, जिन्हे स्थानातरित करते हुए एमएलटी कॉलेज सहरसा भेज दिया गया हैं और जूलॉजी के हीं किरण कुमारी छह माह से पीएस कॉलेज मधेपुरा से एब्सेंट है ,और चर्चा है की उपरोक्त चारों बीपीएससी द्वारा विद्यालय अध्यापक(शिक्षक) के रूप में चयनित होकर वहाँ अपना योगदान भी लें चुके हैं, फिर भी इनलोगों को नई नवीकरण सूची नाम देते हुए पोस्टिंग भी कर दिया गया है। यहाँ पर बड़ा हेरफेर की शंका जाहिर हों रही है।
वहीं गर्मी छुट्टी के वजह से और अस्वस्थ होने के वजह से रेनुअल फॉर्म देने में लेट के कारण एक रसायन शास्त्र विषय के डॉ अर्जुन कुमार एमएचएम कॉलेज सोनबर्षा का नवीकरण नहीं हों सका है।
वहीं राजद के शिक्षक प्रकोष्ठ के प्रदेश प्रवक्ता डॉ सुमंत राव को आरएम कॉलेज सहरसा से स्थानातरित करते हुए एलएनएमएस कॉलेज बीरपुर जो की उनके घर से 100 km दूर है, वहाँ स्थानातरित किया गया हैं।
ऐसे नवीकरण व ट्रांसफर-पोस्टिंग के कार्य में विश्वविद्यालय एवं नियुक्ति कोषांग के निर्देशक संदेह के घेरे में जाते हुए दिख रहें है।
एक रिन्यूल फॉर्म भरकर उसमें अभी तक का नोटिफिकेशन और योगदान पत्र की कॉपी लगाना था और उस फॉर्म में इस एक वर्ष के भीतर किये गए सेमिनार, रिसर्च पेपर पब्लिकेशन, आदि लिखना था, फिर दूसरे एक फॉर्मेट पर प्रिंसिपल/पीजी हेड को कमेंट लिखते हुए अधिकतम 10 अंक में कोई अंक देना था, फिर एक सामूहिक फॉरवर्डिंग लेटर के साथ उक्त कागज वहाँ भेजा गया जिसके अवलोकन के उपरांत नवीकारण होना है।
फिर उक्त रिजाइन किये हुए लोगों का फॉरवर्डिंग तो कॉलेज से नहीं आया हैं, तो इन्हे कैसे नवीकारण करते हुए पोस्टिंग भी किया गया हैं?
अब सवाल यह है कि जब नवीकरण के लिए कॉलेज/पीजी डिपार्टमेंट से फॉरवर्डिंग/अप्रेजल रिपोर्ट आता है जिसमें सभी गेस्ट अस्सिस्टेंट प्रोफेसर(शिक्षकों) का फॉर्म रहता है ,फिर किन परिस्थिति में बीएनएमयू प्रशासन ने इस्तीफा दिए हुए गेस्ट प्रोफेसर/ शिक्षकों को भी नवीकरण करते हुए पोस्टिंग भी कर दिया गया है।
वहीं टीपी कॉलेज के इतिहास विभाग में कार्यरत एक गेस्ट असिस्टेंट प्रोफेसर को यहाँ से स्थानातरित कर दिया गया है और बगल के पार्वती साइंस कॉलेज से हीं एक इतिहास की प्रीति कुमारी सहित संजय कुमार कुल दो को टीपी कॉलेज में स्थानांतरण करके लाया गया है, क्योंकि यहाँ ज़ब इतिहास विषय में दो को लाना हीं था तो एक को हटाने की क्या मज़बूरी है?
पिछले वर्ष 176 गेस्ट टीचर थे, इस बार मात्र 153 को ही किया गया है नवीकरण।।
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