संपादक आरके झा:: बाबा नगरी सिंहेश्वर में इस वर्ष गणेश महोत्सव काफी खास होगा। नगर पंचायतवासी इसके भव्य आयोजन के लिए जुट गए हैं। बात गणपति की प्रतिमा की ऊंचाई की हो या पंडाल की वह आकर्षक व अनोखा होगा। गणपति महोत्सव में होने वाले कार्यक्रम भी आकर्षक व विशेष होंगे। महोत्सव में रामलीला का भी मंचन होगा। सिंहेश्वर में गणेश महोत्सव खास इसलिए होगा की मुंबई की तर्ज पर आयोजक मंडली यहां तैयारी कर रहे हैं। महोत्सव की तेयारी को लेकर स्थानीय राम जानकी ठाकुरबाड़ी में शुक्रवार देर शाम सार्वजनिक गणेश पूजा महोत्सव कमिटी की बैठक आहूत की गई। बैठक की अध्यक्षता वस्त्र व्यापार संघ के अध्यक्ष अरविंद प्रांसुखका ने की। वहीं संचालन सार्वजनिक गणेश पूजा महोत्सव के नव मनोनीत अध्यक्ष राजेश कुमार उर्फ मुन्ना रमानी ने किया। बैठक में मुख्य रूप से सिंहेश्वर व्यापार मंडल के अध्यक्ष शिवचंद्र चौधरी, आर आर ग्रीनफील्ड मधेपुरा के निदेशक राजेश कुमार राजू, स्वर्णकार संघ के अध्यक्ष इंद्रदेव स्वर्णकार, सार्वजिनक गणेश पूजा समिति के पूर्व अध्यक्ष राकेश कुमार उर्फ पिंटू रमानी, सुदेश शर्मा, राजीव शर्मा, सुमित वर्मा, राजीव कुमार बबलू, प्रधान कुमार, कोषाध्यक्ष चंदन साह, विनोद साह, संतोष चौधरी, राजू शर्मा, अमित भगत ललन कुमार, राजेश पोद्दार, रामाशीष कुमार, अजय कुमार, बबलू कुमार, मुकेश सिंह, अक्षय कुमार, संजय गुप्ता एवं अन्य सदस्य के साथ दर्जनों की संख्या में नगरवासी मौजूद थे।
:::::पंडाल में एक साथ 300-400 श्रद्धालु कर सकेंगे दर्शन::::
बैठक में सबसे पहले सार्वजनिक गणेश महोत्सव 2023 के नए अध्यक्ष के रूप में राजेश कुमार मुन्ना को सर्वसमिति से चुना गया। वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष सिंहेश्वर में अब तक की सबसे बड़ी 25 फीट लंबी गणपति की प्रतिमा स्थापित होगी। साथ ही 35 फुट ऊंचा पंडाल बनेगा। यह अब तक का रिकॉर्ड है। इससे पहले 20 फुट के आसपास मूर्तियों की ऊंचाई होती थी। वहीं, मुंबई में स्थापति होने वाली सबसे ऊंची मूर्ति की ऊंचाई 21 फुट है। बैठक में कमिटी के अध्यक्ष ने बताया कि यहां बनने वाले भव्य पंडाल में एक साथ 300-400 श्रद्धालु दर्शन कर सकेंगे।
:::नगरवासी की सहभागिता से महोत्सव को बनाया जाएगा ऐतिहासिक :::
वहीं बैठक में निर्णय लिया गया कि महोत्सव को सफल बनाने के लिए अधिक अधिक आम लोगों को इस आयोजन से जोड़ा जाए। साथ ही नगरवासी और आस-पास के ग्रामीणों की सहभागिता से गणेश महोत्सव को ऐतिहासिक बनाया जाएगा। साथ ही बैठक में महोत्सव व गणेश मेला के दौरान सुरक्षा की चाक चौबंद व्यवस्था करने का निर्णय लिया गया। बैठक में सर्वसम्मति से निर्णय लिया गया कि मुंबई की तर्ज पर गणपति बप्पा की मूर्ति 25 फुट की होगी। बैठक में भव्य व आकर्षक पंडाल बनाने का निर्णय लिया गया। वहीं कहा गया कि आकर्षक धुन बजाने वाले बैंड बाजे वाले भी बाहर से आएंगे।
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