मधेपुरा/बिहार: सामाजिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक संस्था "सृजन दर्पण" अपने स्थापना काल से पर्यावरण के संरक्षण एवं संवर्द्धन के लिए प्रयासरत है। अभिनय एवं संगोष्ठी के जरिए विभिन्न मंचों से जन जागृति का काम किया जाता है एवं खास अवसरों पर विशिष्ट जनों के सानिध्य में वृक्षारोपण भी किया जाता है। इसी कड़ी में शहर के व्यवहार न्यायालय परिसर में जिला एवं सत्र न्यायाधीश के द्वारा अधिवक्ता एवं अन्य कर्मियों की उपस्थिति में वृक्षारोपण किया गया, अवसर था सृजन दर्पण के संस्थापक सचिव बिकास कुमार के जन्म दिवस का।
इस अवसर पर जिला एवं सत्र न्यायाधीश रमेश चंद मालवीय ने पौधा लगाते हुए कहा पर्यावरण के संरक्षण के लिए वृक्षारोपण जरूरी है ।उन्होंने कहा कि तरह-तरह के नए रोगों से लोग परेशान हैं। पर्यावरण में असंतुलन इसका कारण है और अधिक से अधिक वृक्षारोपण उपाय। इसमें सबों की सहभागीता जरूरी है। सृजन दर्पण का यह कार्य सराहनीय है। वही जिला अपर सत्र न्यायाधीश विनय प्रकाश तिवारी ने कहा यदि बीमारी को कम करनी है तो प्रदूषण को कम करना होगा। इसके लिए अधिक से अधिक वृक्षारोपण करना चाहिए। जिला लोक अभियोजक इंद्रकांत चौधरी ने कहा सृजन दर्पण सामाजिक सांस्कृतिक एवं साहित्यिक कार्यों में सदैव तत्पर रहता है। विभिन्न अवसरों पर पर्यावरण से जुड़ी गतिविधि भी अभिनय एवं संगोष्ठी के जरिए करते रहता है।
समाजशास्त्री डॉ आलोक कुमार ने कहा सृजन दर्पण रंगकर्मी विकास जी के कुशल निर्देशन में समाज के लिए जन जागरूकता हेतु सराहनीय काम कर रहा है। उन्होंने कहा प्रदूषण की अधिकता से उत्पन्न विपरीत परिवेश का सबसे अधिक कुप्रभाव आम आदमी के तबीयत और आमदनी पर हुआ है। इससे सामाजिक विषमता बढ़ी है। संस्था अध्यक्ष डॉ. ओम प्रकाश ओम ने कहा कि वृक्ष से हम लोगों को प्राणवायु मिलता है। इसे लगाना हमारे स्वास्थ्य और सुदीर्घ जीवन के लिए जरूरी है। आगे उन्होंने कहा समाज के ऐसे प्रबुद्ध एवं सुधीर दे लोगों का हमारी संस्था आभारी है जिसका सानिध्य इस तरह के लोग हितेषी कार्यों में मिलता है।
मौके पर जिला अधिवक्ता संघ सचिव संजीव कुमार, नाजिर शिव प्रकाश चंद्र ,शिवेश कुमार, राकेश ,राज ,अरुण शर्मा, तपेश्वर बैठा, अमन ,अमित, संजीव आदि मौजूद थे।।
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