मधेपुरा। बिहार राज कार्यपालक सहायक सेवा संघ के राज्यव्यापी दो दिवसीय सांकेतिक हड़ताल के दूसरे दिन भी सरकारी कार्यालयों का काम-काज पूर्णतःठप रहा। इस दौरान कार्यपालक सहायकों ने अपनी विभिन्न मांगों को लेकर विरोध-प्रदर्शन भी किया। कार्यपालक सहायकों ने बताया कि उनसब की मांग एक लंबे समय से लंबित है तथा कार्यपालक सहायक सहित बिहार के संविदा कर्मियों के लिए उच्च स्तरीय कमेटी (चौधरी कमेटी )के अनुशंसाओं के बावजूद सरकारी तंत्र/बिहार प्रशासनिक सुधार मिशन सोसायटी बिहार पटना के द्वारा इसका अनुपालन नहीं किया गया है। इसके विपरीत कार्यपालक सहायकों का भविष्य निजी ठेका कंपनियों को देने का कार्य प्रक्रियाधिन है। जो वैधानिक तौर पर अनुचित है।
उन्होंने बताया कि सरकार की इन्हीं दोहरी नीतियों के खिलाफ बिहार के सभी कार्यपालक सहायक आंदोलन पर हैं। कार्यपालक सहायकों ने बताया कि अगर उनकी मांगे पूरी नहीं होती है तो आगे आंदोलन को उग्र रूप दिया जाएगा। मधेपुरा जिला इकाई से राज्य स्तरीय आंदोलन में कार्यपालक सहायकों का एक जत्था 8 मार्च को पटना के लिए भी गए हैं। उन्होंने बताया कि जिला कमिटी द्वारा आज जिलापदाधिकारी से मिलकर अपनी मांगों का एक ज्ञापन भी सौंपा गया।
इस दौरान जिला स्तर पर महासंघ गोप गुट के अध्यक्ष विनोद कुमार विमल, मुख्य संरक्षक मो. इजहार आलम, संयुक्त सचिव सत्येंद्र कुमार सहितअर्चना कुमारी, आरती कुमारी, शक्ति रंजन, विनोद कुमार ,रजाउल आलम, मो.अल्ताफ, राजकुमार, खुशबू कुमारी, राजेश कुमार रंजन, जूही कुमारी, नेहा कुमारी, मंटू कुमार, आशुतोष वर्मा, दीपक कुमार,अब्दुल कयूम,चंदन मालाकार, अंजली कुमारी सहित सैकड़ों कार्यपालक सहायकों ने हिस्सा लिया।
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