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गुरुवार, 18 फ़रवरी 2021

ऐ भाई जरा देख के चलो...दाएं ही नहीं बाएं भी..यहां इस गाने को याद रख लोग करते हैं आवाजाही


मधेपुरा। ए भाई ज़रा देखके चलो

आगे ही नहीं पीछे भी

दायें ही नहीं बाएं भी...

'मेरा नाम जोकर' फ़िल्म के इस गीत को भले ही लोग भूल गए हों, लेकिन शहर के भूपेंद्र बाबू चौक ( कॉलेज चौक तिराहा) के पास यातायात नियमों के पालन को इस गीत के कुछ पंक्ति हमेशा याद आ ही जाती है। क्योंकि आए दिन लोग यहां सड़कों पर चलते समय इस गीत के कुछ पंक्ति भूल जाते हैं। जिस कारण लोग भूपेंद्र बाबू प्रतिमा के निकट किसी न किसी तरह दुर्घटना ग्रस्त होते रहते हैं। बुधवार को भी एक ऐसा ही नजारा देखने को मिला। हुआ यूं कि एक बाइक पर सवार तीन लोग ( 2 पुरुष 1 महिला) बेधड़क ( मेरा नाम जोकर के इस गीत को भूलकर ) कॉलेज चौक तरफ से आए और मेन मार्केट सड़क की ओर सीधा जाने लगे। बस फिर क्या था। 
एक नवजवान बस स्टैंड रोड से ( गाना के पंक्ति को याद रखते हुए ) आए और ट्रीपल लोडिंग बाईक से जा भिड़े। अब इतनी सी बात उस नौजवान युवक को नागवार गुजरी और बीच सड़क पर ही गिरे बाइक से उतरे और ट्रिपल लोडिंग बाइक सवार चालक की धुनाई शुरू कर दी। हालांकि जबतक आसपास के लोग पहुंचे तबतक खूब पिटाई हो चुकी थी। आसपास के लोगों ने किसी तरह नौजवान युवक के चंगुल से उस ट्रिपल लोडिंग बाइक सवार को छुड़ाया और फिर नौजवान युवक को शांत कराया। 
उस नौजवान के गुस्से भी जायज थे। क्योंकि उस ट्रिपल लोडिंग बाइक चालक के गलती से एक बड़ी हादसा होते होते बची। बेचारे उस नौजवान को तो ज्यादा चोट नहीं आई, लेकिन उनकी बाइक क्षतिग्रस्त जरूर हो गई। इस दौरान नौजवान के चंगुल से छूटने के बाद वो ट्रिपल लोडिंग वाले बाइक चालक अपने अन्य सवारों को छोड़ ऐसे भागे जैसे पुलिस को देख चोर भागता है। 

आसपास जमा लोगों ने बताया कि भूपेंद्र चौक पर ऐसी घटनाएं आएदिन होती ही रहती है। क्योंकि तिराहा होने के कारण कुछ लोग जो या तो यातायात नियम जानते ही नहीं या फिर जल्दबाजी के चक्कर में यातायात नियम को ताक पर रखकर आवाजाही करते हैं। जिससे ऐसे वाहन चालकों के चक्कर में सड़क दुर्घटनाएं होने की आशंका बनी रहती है। कई बार तो बड़ी घटना के शिकार होते होते लोग बचते हैं। आसपास के लोगों ने यह भी बताया कि इस जगह सड़क सुरक्षा सम्बंधित या यातायात नियमों से संबंधित कोई बोर्ड भी नहीं है। जिससे बाहर से आने वाले चालक यहां कुछ समझ नहीं पाते हैं और सड़क दुर्घटना के शिकार हो जाते हैं।
लोगों ने जिला प्रशासन से इस जगह सड़क सुरक्षा नियम बोर्ड या सड़क दिशा संकेत लगवाने का आग्रह किया है। ताकि यहां आएदिन हो रहे दुर्घटनाओं से लोग बच सके।

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