● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: दबंग व्यक्तित्व के धनी,इरादे के पक्के एवं भारत भूमि के सच्चे सपूत थे नेताजी सुभाषचन्द्र बोस। उक्त बातें बीएनएमयू के सीनेट- सिंडिकेट सदस्य डॉ जवाहर पासवान ने कही। वे भारतीय विद्यार्थी मोर्चा द्वारा आयोजित नेताजी सुभाषचन्द्र बोस की 125 वीं जयंती के अवसर पर राजकीय अम्बेदकर कल्याण छात्रावास, मधेपुरा मे बोल रहे थे।
”हमारे मानव जीवन का एक विशेष लक्ष्य या उद्देश्य होता है, इसी के लिए हम सब इस संसार में आये हुए हैं । लोगों की धारणा इस विषय में कुछ भी रहे, पर मैंने निश्चय कर ही लिया है कि मैं जीवन की प्रचलित विचारधारा में बिलकुल नहीं बहूंगा । मैं अपनी सूक्ष्म अन्तर्रात्मा में यह अनुभव करता हूं कि इस संसार में मुझे दुःख मिले या निराशा, मैं मनुष्यत्व को सार्थक बनाने हेतु सदैव संघर्षशील रहूंगा । मेरे जीवन की समूची शिक्षा और अनुभव ने यह सत्य सिद्धान्त दिया है कि पराधीन जाति का तब तक सब कुछ व्यर्थ है, जब तक उसका उपयोग स्वाधीनता की सिद्धि में न किया जाये ।” ऐसे उद्गार नेताजी सुभाषचन्द्र बोस के थे, जिन्होंने राष्ट्रसेवा का महान संकल्प लिया था।
डाॅ.पासवान ने कहा आज के हर युवा को देश हित में नेता जी सुभाषचन्द्र बोस के जीवन सीख लेनी चाहिए।
BVM के जिलाध्यक्ष राहुल पासवान ने कहा की नेताजी सुभाषचन्द्र बोस जलियांवाला बाग़ की घटना से वे इतने आहत हुए कि उन्होंने सिविल सर्विसेस में अपने सुनहरे भविष्य को छोड़, आज़ादी की लड़ाई लड़ने की ठान ली।
संतोष संगम ने कहा कि “तुम मुझे खून दो, मैं तुम्हे आज़ादी दूंगा” का नारा देकर नेताजी ने लाखो देशप्रेमियों के दिलो में आज़ादी की मशाल जलायी थी। मौके पर
दुर्गेश कुमार यादव , आशीष कुमार, अनिल कुमार, बीरबल कुमार, रितिक रौशन, आशीष कुमार, राज कुमार, नयन रंजन, गंगा टुड्डू, हिना अजय, अमित कुमार, पावेल , ब्रजकिशोर, संतोष संगम, शिवशंकर,सत्यम रंजन ,ओम रंजन आदि मौजूद रहे।।
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