गाँधी जी बोले थे कि आप हमारे शरीर को जंजीरों से जकड़ सकते है, यातनाएं दे सकते है और हमारे शरीर को भी नष्ट कर सकते है लेकिन हमारे विचारों को नष्ट नही कर सकते है । कल जिस तरह से हाथरस(यूपी) पीड़ित से मिलने जा रहे कांग्रेस सांसद राहुल गाँधी के साथ योगी की पुलिस ने किया वह बहुत शर्मनाक था, शायद सत्ता में बैठे मोदी और योगी जी को गाँधी जी के उस विचार की जानकारी नही है जो भारत के नींव में है । इस देश ने सैकड़ों वर्ष के अँग्रेजी सरकार को उखाड़ फेंककर लोकतांत्रिक देश का निर्माण किया है और इस आजादी को कुचलने नही दिया जाएगा ।
उन्होंने कहा कि "जय जवान जय किसान" के नारा देने वाले लाल बहादुर शास्त्री जी बोले थे कि शासन में बैठे लोगों को जनता के प्रतिक्रिया का ध्यान रखना चाहिये क्योंकि अंततः जनता ही मुखिया होती है । वर्तमान सरकार जनता की प्रतिक्रिया को नजरअंदाज कर कुचल रही है, संसद तानासाही हो गयी है, मीडिया सरकार के इशारे पर काम कर रही है इसलिये अब जनता ही फैसला करेगी और हमलोग तमाम मुद्दों को लेकर जनता के बीच जाएंगे ।
वही छात्रनेता हिमांशु राज ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गाँधी ने भारत को "सत्य और अहिंसा" का पाठ पढ़ाया है । हिंसा सर्वनाश का कारण बनती है । लेकिन सरकार इस बात से बेखबर आवाम के आवाज को दबाने के लिये हिंसा का सहारा ले रही है । यही इस शाषण के ताबूत के आखिरी कील साबित होगा ।
मौके पर पूर्व राष्ट्रीय प्रतिनिधि प्रभात कुमार मिस्टर, नीरज यादव, अरमान अली, रौशन राज, रौशन कुमार आदि मौजूद थे ।।
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