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Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: बीएनएमयू का समग्र विकास हमारी पहली प्राथमिकता है। हम सबों को मिलकर इस दिशा में आगे बढ़ाना है। हमें जो भी समय मिला है, हम उसका सदुपयोग करें। यह सच है कि हमारे पास पर्याप्त संसाधन नहीं हैं। लेकिन जितना संसाधन है, उतने में ही हमें बेहतर काम करना है। हम सबों को बीएनएमयू के विकास में अपनी पूरी शक्ति लगानी है। यह बात कुलपति प्रोफेसर डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने कही। उक्त बातें कुलपति प्रोफेसर डाॅ. ज्ञानंजय द्विवेदी ने कही।
वे सोमवार को विश्वविद्यालय के सभी पदाधिकारियों की एक अत्यावश्यक बैठक की अध्यक्षता कर रहे थे।
बैठक में विश्वविद्यालय में ऑनलाइन एजुकेशन को गति देने के लिए एक उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया गया है। सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ.आर.के.पी.रमण समिति के अध्यक्ष और और निदेशक अकादमिक डाॅ.एम.आई.रहमान सदस्य सचिव बनाए गए हैं। समिति में विज्ञान संकायाध्यक्ष
डाॅ. अशोक कुमार यादव, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डाॅ. लंबोदर झा एवं मानविकी संकायाध्यक्ष डाॅ. उषा सिन्हा को सदस्य बनाया गया है। उप कुलसचिव अकादमी डॉ. सुधांशु शेखर आमंत्रित सदस्य बनाए गए हैं।
बैठक में महाविद्यालयों द्वारा नैक मूल्यांकन कराए जाने के लिए आईआईक्यूए में निबंधन एवं एसएसआर(SSR) दाखिल कराए जाने से संबंधित एक्शन प्लान तैयार करने का निर्णय लिया गया। स्वयं एवं स्वयं प्रभा के संबंध में भी चर्चा हुई। साथ ही नेशनल ऐकेडमिक डिपोजेटरी (एनएडी) सहित अन्य मुद्दों पर भी चर्चा हुई और आवश्यक निर्णय लिए गए। विश्विवद्यालय परिसर में वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग की सुविधा उपलब्ध कराई जाएगी।
इस अवसर पर वित्तीय परामर्शी सुरेशचंद्र दास, डीएसडब्लू डॉ. अशोक कुमार यादव, सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डाॅ. आर. के. पी. रमण, कुलानुशासक डॉ. बी. एन. विवेका, सीसीडीसी डॉ. इम्तियाज अंजुम, कुलसचिव डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, निदेशक (अकादमिक) डाॅ. एम. आई. रहमान, नोडल पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह, नोडल पदाधिकारी डॉ. अशोक कुमार सिंह, एनएसएस समन्वयक डाॅ. अभय कुमार, डॉ. अबुल फजल, डाॅ. शंकर कुमार मिश्र, पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर, कुलपति के निजी सहायक शंभू नारायण यादव आदि उपस्थित थे।।
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