चौंकिये मत! यह किसी कुंभ का नजारा नहीं सिंहेश्वर मवेशी हाट की तस्वीर है। इस तस्वीर में हजारों की भीड़ दिख रही है। हैरत करने वाली बात यह है कि किसी के चेहरे पर मास्क नहीं दिख रहा है। यहां सरकार के तथाकथित सलाहकार ही सरकारी आदेश की धज्जियां उड़ा रहे हैं। मवेशी हाट में सामाजिक दूरी का दूर-दूर तक पालन नहीं हो रहा है हो भी कैसे मवेशी हाट संचालक को एक ओहदेदार मंत्री का संरक्षण प्राप्त है। जबकि एक दिन पहले ही
कोरोना महामारी को देखते हुए प्रशासन और सिंहेश्वर मंदिर न्यास समिति ने सिंहेश्वर मंदिर को पवित्र सावन भादों माह में भक्तों के पूर्णतः बंद करने का निर्णय लिया है। गौर करने वाली बात यह है कि यह हाट सिंहेश्वर मंदिर के अधीन है और समिति को बिहार राज्य धार्मिक न्यास पर्षद ने सामाजिक दूरी का अक्षरसः पालन करने का निर्देश दिया है। इसके बावजूद अगर मवेशी हाट ने हजारों की भीड़ जुट रही है तो यह प्रशासनिक संलिप्तता को दर्शाता है।
हालांकि सोशल मीडिया पर आमलोगों ने इसका विरोध करना शुरू कर दिया है और लोग यह कहने से गुरेज नहीं कर रहें हैं कि बाबा के भक्तों के लिए मंदिर बंद मगर सफेदपोश के रहमोकरम पर टिके अधिकारी मवेशी हाट को बंद कराने से परहेज कर रहें है, उन्हें इस बात का भय है कि नेता जी का हाट में पूंजी लग गया है अगर वह बंद हो गया तो उनका तबादला नक्सलाइट एरिया में ना हो जाये।
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