संपादक- आर. कुमार
मधेपुरा जिला मुख्यालय शहर से मात्र नदी भर के फासले पर स्थित तुनियाही गांव जाने की सड़क नगर परिषद की बेहुदा कार्रवाई के कारण सड़क के बदले नदी नुमा हो चुकी है । लगभग 800 मीटर लंबी इस सड़क को पार करना हरेक तुनियाहीवासी और शहर के वार्ड 24 और 25 वासी के लिए एक चुनौती हो चुकी है।आठ माह पूर्व ही इस सड़क के निर्माण की निविदा प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत प्रकाशित हो चुकी है ।लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू करने की कोई कार्रवाई नही हो पाई है । आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को शहर में जुलूस निकाला और समाहरणालय जाकर धरना पर बैठ गए ।
नगर परिषद निर्मित नाले के कारण सड़क हुआ बर्बाद
दरअसल यह सड़क अच्छी भली थी ।नदी पर पूल बन जाने के बाद इस मार्ग से होकर लोग तुनियाही खोपैती होकर सौर बाजार और फिर आगे डुमरी पूल पार कर राष्ट्रीय उच्च पथ 31 होकर अन्य शहर भी जाने लगे थे ।लेकिन नगर परिषद ने इस सड़क के पश्चिम एक ऐसा नाला बना दिया कि सड़क का पानी नाले में जाने के बजाय नाले का ही पानी सड़क पर आकर सड़क को बर्बाद करने लगा । इस नाले को सड़क से दो ढाई फ़ीट ऊंचा बनाया गया था लिहाजा सड़क पर जमा वर्षा का पानी को कहीं निकलने का मार्ग ही नही है और इसके कारण सड़क पर हमेशा कीचड़ जमा रहता है । सुविधा के लिए सड़क पर मिट्टी और ईट के टुकड़े डाले गए तो नतीजा यह हुआ कि जमे पानी के ऊपर मोटर साइकिल या साइकल चलाने वाले अचानक अवरोध के कारण दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं ।
मुखिया और ग्रामीणों ने बार बार की है सड़क निर्माण की मांग
इस सड़क के निर्माण के लिए ग्रामीणों ने मुखिया के नेतृत्व में कई बार जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा ।भाजपा के विधान सभा प्रत्याशी डॉ विजय कुमार विमल ने भी जिलाधिकारी को प्रभावित सैकड़ों लोगों का हस्ताक्षर सहित मांग पत्र भी सौपा है । लेकिन सिवाय आश्वाशन के कुछ नही मिला ।स्थानीय स्तर पर नगर परिषद की इतनी लचड़ व्यवस्था है कि इस सड़क के निर्माण के लिए कभी सोचा ही नही गया ।स्थानीय जनप्रतिनिधियों को तो कभी इस महत्वपूर्ण मार्ग का कोई ख्याल ही नही आया ।मुखिया प्रतिनिधि आशीष ओम बताते हैं कि बार बार आवेदन देकर इस सड़क की बदहाली और ग्रामीणों की मुसीबत की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया ,लेकिन कोई सुनता ही नही है ।
प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना से बनेगी सड़क
ग्रामीणों की लगातार मांग और मुखिया के प्रयास से इस सड़क निर्माण का कार्य प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना से ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा पूरा कराने का निर्णय लिया गया है ।भिरखी चौक से मधुआ (मोरबल्ला ,खोपैती ) तक 6.140 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण लगभग सवा तीन करोड़ रु की लागत से होगा ।इसके निर्माण के लिए ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 10 अगस्त 2017 को ही निविदा प्रकाशित किया गया ।लेकिन दस माह बीत जाने के बाद भी यहां कोई काम शुरू नही किया गया है ।इस सड़क का कंक्रीट ढलाई से पी सी सी निर्माण किया जाना है । सड़क निर्माण नही शुरू किए जाने का सही कारण ग्रामीण कार्य विभाग भी नही बता पा रहा है ।मुखिया प्रतिनिधि आशीष ओम बताते हैं कि जब भी विभाग जाता हूँ तो यही बताया जाता है कि जल्दी ही काम शुरू होगा ।जिलाधिकारी को भी आवेदन देकर इस विलंब के बारे में बता चुका हूं ,लेकिन कुछ कार्रवाई ही नही हो पा रही है ।
मधेपुरा जिला मुख्यालय शहर से मात्र नदी भर के फासले पर स्थित तुनियाही गांव जाने की सड़क नगर परिषद की बेहुदा कार्रवाई के कारण सड़क के बदले नदी नुमा हो चुकी है । लगभग 800 मीटर लंबी इस सड़क को पार करना हरेक तुनियाहीवासी और शहर के वार्ड 24 और 25 वासी के लिए एक चुनौती हो चुकी है।आठ माह पूर्व ही इस सड़क के निर्माण की निविदा प्रधान मंत्री ग्रामीण सड़क निर्माण योजना के तहत प्रकाशित हो चुकी है ।लेकिन अब तक निर्माण कार्य शुरू करने की कोई कार्रवाई नही हो पाई है । आक्रोशित लोगों ने मंगलवार को शहर में जुलूस निकाला और समाहरणालय जाकर धरना पर बैठ गए ।
नगर परिषद निर्मित नाले के कारण सड़क हुआ बर्बाद
दरअसल यह सड़क अच्छी भली थी ।नदी पर पूल बन जाने के बाद इस मार्ग से होकर लोग तुनियाही खोपैती होकर सौर बाजार और फिर आगे डुमरी पूल पार कर राष्ट्रीय उच्च पथ 31 होकर अन्य शहर भी जाने लगे थे ।लेकिन नगर परिषद ने इस सड़क के पश्चिम एक ऐसा नाला बना दिया कि सड़क का पानी नाले में जाने के बजाय नाले का ही पानी सड़क पर आकर सड़क को बर्बाद करने लगा । इस नाले को सड़क से दो ढाई फ़ीट ऊंचा बनाया गया था लिहाजा सड़क पर जमा वर्षा का पानी को कहीं निकलने का मार्ग ही नही है और इसके कारण सड़क पर हमेशा कीचड़ जमा रहता है । सुविधा के लिए सड़क पर मिट्टी और ईट के टुकड़े डाले गए तो नतीजा यह हुआ कि जमे पानी के ऊपर मोटर साइकिल या साइकल चलाने वाले अचानक अवरोध के कारण दुर्घटना ग्रस्त हो जाते हैं ।
मुखिया और ग्रामीणों ने बार बार की है सड़क निर्माण की मांग
इस सड़क के निर्माण के लिए ग्रामीणों ने मुखिया के नेतृत्व में कई बार जिलाधिकारी को मांग पत्र सौंपा ।भाजपा के विधान सभा प्रत्याशी डॉ विजय कुमार विमल ने भी जिलाधिकारी को प्रभावित सैकड़ों लोगों का हस्ताक्षर सहित मांग पत्र भी सौपा है । लेकिन सिवाय आश्वाशन के कुछ नही मिला ।स्थानीय स्तर पर नगर परिषद की इतनी लचड़ व्यवस्था है कि इस सड़क के निर्माण के लिए कभी सोचा ही नही गया ।स्थानीय जनप्रतिनिधियों को तो कभी इस महत्वपूर्ण मार्ग का कोई ख्याल ही नही आया ।मुखिया प्रतिनिधि आशीष ओम बताते हैं कि बार बार आवेदन देकर इस सड़क की बदहाली और ग्रामीणों की मुसीबत की ओर ध्यान आकृष्ट कराया गया ,लेकिन कोई सुनता ही नही है ।
प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना से बनेगी सड़क
ग्रामीणों की लगातार मांग और मुखिया के प्रयास से इस सड़क निर्माण का कार्य प्रधान मंत्री ग्राम सड़क योजना से ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा पूरा कराने का निर्णय लिया गया है ।भिरखी चौक से मधुआ (मोरबल्ला ,खोपैती ) तक 6.140 किमी लंबी इस सड़क का निर्माण लगभग सवा तीन करोड़ रु की लागत से होगा ।इसके निर्माण के लिए ग्रामीण कार्य विभाग द्वारा 10 अगस्त 2017 को ही निविदा प्रकाशित किया गया ।लेकिन दस माह बीत जाने के बाद भी यहां कोई काम शुरू नही किया गया है ।इस सड़क का कंक्रीट ढलाई से पी सी सी निर्माण किया जाना है । सड़क निर्माण नही शुरू किए जाने का सही कारण ग्रामीण कार्य विभाग भी नही बता पा रहा है ।मुखिया प्रतिनिधि आशीष ओम बताते हैं कि जब भी विभाग जाता हूँ तो यही बताया जाता है कि जल्दी ही काम शुरू होगा ।जिलाधिकारी को भी आवेदन देकर इस विलंब के बारे में बता चुका हूं ,लेकिन कुछ कार्रवाई ही नही हो पा रही है ।
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