संपादक- आर. कुमार
पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ प्रदेश प्रधानाचार्य संघ ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि वे छात्र-छात्राओं के शैक्षिक भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें। पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति से बिहार प्रदेश अनुदानित डिग्री महाविद्यालय प्रधानाचार्य महासंघ के प्रधान महासचिव डॉ माधवेन्द्र झा ने कहा कि कुलपति का पद मर्यादित होता है। यदि कुलपति स्वयं महामहिम कुलाधिपति के निर्णय एवं निर्देशों का पालन नही करते हैं तो फिर प्राचार्यों से निर्देशों के अनुपालन की कल्पना नही कर सकते हैं। सब के प्रयास से नूतन विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है। इसका उद्देश्य छात्रों को सुलभता के साथ गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना है।
कुलपति के रूप में संघर्ष करना एक निंदनीय कृत है। उन्होंने कहा कि अति विलंबित सत्र को नियमित करने हेतु कुलाधिपति के साथ कुलपति एवं कुलसचिव प्रयासरत हैं। ऐसी स्थिति में अशांति फैलाने का प्रयास कुलपति पूर्णिया विश्वविद्यालय को क्षति पहुंचा सकता है। साथ ही महाविद्यालयों में भी अशांति फैल सकती है। मौके पर महासचिव ने कहा कि पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया के प्राचार्य का तबादला करना घृणित मानसिकता का परिचायक है। किसी भी कुलपति के लिए महाविद्यालय के कोष का बंदरबांट दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानाचार्य महासंघ प्राचार्य डॉ संजीव कुमार के लिए सड़क से सदन एवं कुलाधिपति सचिवालय तक आवाज बुलंद करेगी। उन्होंने प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया है छात्रों को आगामी परीक्षा में सम्मलित करावें तथा खुल कर कुलपति के विरुद्ध मोर्चा खोले।
पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति के खिलाफ प्रदेश प्रधानाचार्य संघ ने मोर्चा खोलते हुए कहा कि वे छात्र-छात्राओं के शैक्षिक भविष्य के साथ खिलवाड़ ना करें। पूर्णिया विश्वविद्यालय के कुलपति से बिहार प्रदेश अनुदानित डिग्री महाविद्यालय प्रधानाचार्य महासंघ के प्रधान महासचिव डॉ माधवेन्द्र झा ने कहा कि कुलपति का पद मर्यादित होता है। यदि कुलपति स्वयं महामहिम कुलाधिपति के निर्णय एवं निर्देशों का पालन नही करते हैं तो फिर प्राचार्यों से निर्देशों के अनुपालन की कल्पना नही कर सकते हैं। सब के प्रयास से नूतन विश्वविद्यालय की स्थापना हुई है। इसका उद्देश्य छात्रों को सुलभता के साथ गुणात्मक शिक्षा प्रदान करना है।
कुलपति के रूप में संघर्ष करना एक निंदनीय कृत है। उन्होंने कहा कि अति विलंबित सत्र को नियमित करने हेतु कुलाधिपति के साथ कुलपति एवं कुलसचिव प्रयासरत हैं। ऐसी स्थिति में अशांति फैलाने का प्रयास कुलपति पूर्णिया विश्वविद्यालय को क्षति पहुंचा सकता है। साथ ही महाविद्यालयों में भी अशांति फैल सकती है। मौके पर महासचिव ने कहा कि पूर्णिया कॉलेज पूर्णिया के प्राचार्य का तबादला करना घृणित मानसिकता का परिचायक है। किसी भी कुलपति के लिए महाविद्यालय के कोष का बंदरबांट दुर्भाग्यपूर्ण है। प्रधानाचार्य महासंघ प्राचार्य डॉ संजीव कुमार के लिए सड़क से सदन एवं कुलाधिपति सचिवालय तक आवाज बुलंद करेगी। उन्होंने प्रधानाचार्यों से अनुरोध किया है छात्रों को आगामी परीक्षा में सम्मलित करावें तथा खुल कर कुलपति के विरुद्ध मोर्चा खोले।
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