संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में महीनों से मूल प्रमाण पत्र के लिए चक्कर काट रहे छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। विवि में अब छात्रों को 72 घंटा में मूल प्रमाण पत्र मिलेगा। वहीं 2014 से पहले स्नातक में पासआउट हुए छात्रों को औपबंधिक प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा। उन्हें अब सीधे मूल प्रमाण के लिए आवेदन करना होगा। यह बातें कुलसचिव कर्नली नीरज कुमार ने कही। इससे पहले कुलसचिव ने प्रमाण पत्र के लिए परेशान छात्रों की समस्या को देखते हुए परीक्षा विभाग स्थित प्रमाण पत्र कार्यालय का जायजा लिया। वहां कुलसचिव ने कहा कि शनिवार तक औपबंधिक प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर चुके 2014 से पहले के छात्रों को औपबंधिक प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा। लेकिन इसके बाद छात्र सीधे मूल प्रमाण पत्र के लिएि आवेदन करें, उन्हें 72 घंटे में प्रमाण पत्र विवि उपलब्ध कराएगी। मौके पर परीक्षा नियंत्रक डॉ नवीन कुमार सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे। उधर, कुलपति कार्यालय में सोमवार को पदाधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने कहा कि बीएनएमयू में वित्तीय संसाधनों का अभाव है और मानव संसाधन की भी कमी है। इसके बावजूद हम निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर हैं। बीच-बीच में थोड़ी बहुत बाधाएं आती हैं, लेकिन हम उन बाधाओं को दूर करने में सक्षम हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोड़ दिया।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय को बेवजह बंद कराने और विवि कार्य को बाधित करने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ विवि द्वारा पुलिस में भी शिकायत दर्ज की जाएगी। बैठक में कुलपति ने कहा कि किसी भी छात्र को कोई समस्या है, तो वे छात्र संघ के माध्यम से विश्वविद्यालय में आएं। इसके अलावे किसी के बहकावे में विवि में तालाबंदी करने वालों के खिलाफ विवि कार्रवाई करेगी।
बैठक में नियमित रूप से वेतन एवं पेंशन भुगतान की प्रक्रिया में आ रही कठिनाइयों को दूर करने पर चर्चा की गई। वहीं कहा गया कि जिन लोगों ने किसी काम के लिए अग्रिम भुगतान लिया है, उन्हें जुलाई तक लिए गए अग्रिम का सामंजन कराना होगा। ऐसा नहीं करने वालों का वेतन रोक दिया जाएगा। साथ ही जिनके पास दो मद का अग्रिम बकाया रहेगा, उनके नाम से अग्रिम जारी नहीं किया जाएगा। इस व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए वित्त विभाग को जिम्मेदारी दी गई।
बैठक में अतिथि शिक्षक की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालने पर विचार किया गया। वहीं कहा गया कि कुल रिक्त पदों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। आवश्यकतानुसार 15 जुलाई तक सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। बैठक में प्रोवीसी डाॅ. फारूक अली, वित्त परामर्शी एस. सी. दास, डीएमडबल्यू डाॅ. नरेन्द्र श्रीवास्तव, कुलानुशासक डाॅ. अरूण कुमार यादव, सीसीडीसी डाॅ. योगेन्द्र प्रसाद यादव, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, परिसंपदा पदाधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार, विकास पदाधिकारी डाॅ. अशोक कुमार, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. नवीन कुमार, उप कुलसचिव (स्थापना) डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, उप कुलसचिव (पंजीयन) डाॅ. शशिभूषण एवं पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर उपस्थित थे।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में महीनों से मूल प्रमाण पत्र के लिए चक्कर काट रहे छात्रों के लिए बड़ी खुशखबरी है। विवि में अब छात्रों को 72 घंटा में मूल प्रमाण पत्र मिलेगा। वहीं 2014 से पहले स्नातक में पासआउट हुए छात्रों को औपबंधिक प्रमाण पत्र नहीं दिया जाएगा। उन्हें अब सीधे मूल प्रमाण के लिए आवेदन करना होगा। यह बातें कुलसचिव कर्नली नीरज कुमार ने कही। इससे पहले कुलसचिव ने प्रमाण पत्र के लिए परेशान छात्रों की समस्या को देखते हुए परीक्षा विभाग स्थित प्रमाण पत्र कार्यालय का जायजा लिया। वहां कुलसचिव ने कहा कि शनिवार तक औपबंधिक प्रमाण पत्र के लिए आवेदन कर चुके 2014 से पहले के छात्रों को औपबंधिक प्रमाण पत्र निर्गत किया जाएगा। लेकिन इसके बाद छात्र सीधे मूल प्रमाण पत्र के लिएि आवेदन करें, उन्हें 72 घंटे में प्रमाण पत्र विवि उपलब्ध कराएगी। मौके पर परीक्षा नियंत्रक डॉ नवीन कुमार सहित अन्य पदाधिकारी व कर्मी मौजूद थे। उधर, कुलपति कार्यालय में सोमवार को पदाधिकारियों की उच्च स्तरीय बैठक आयोजित की गई।
बैठक की अध्यक्षता करते हुए कुलपति ने कहा कि बीएनएमयू में वित्तीय संसाधनों का अभाव है और मानव संसाधन की भी कमी है। इसके बावजूद हम निरंतर प्रगति पथ पर अग्रसर हैं। बीच-बीच में थोड़ी बहुत बाधाएं आती हैं, लेकिन हम उन बाधाओं को दूर करने में सक्षम हैं। उन्होंने विश्वविद्यालय की कार्य प्रणाली को और अधिक प्रभावी बनाने पर जोड़ दिया।
बैठक में यह निर्णय लिया गया कि विश्वविद्यालय को बेवजह बंद कराने और विवि कार्य को बाधित करने वाले तत्वों से सख्ती से निपटा जाएगा। ऐसे लोगों के खिलाफ विवि द्वारा पुलिस में भी शिकायत दर्ज की जाएगी। बैठक में कुलपति ने कहा कि किसी भी छात्र को कोई समस्या है, तो वे छात्र संघ के माध्यम से विश्वविद्यालय में आएं। इसके अलावे किसी के बहकावे में विवि में तालाबंदी करने वालों के खिलाफ विवि कार्रवाई करेगी।
बैठक में नियमित रूप से वेतन एवं पेंशन भुगतान की प्रक्रिया में आ रही कठिनाइयों को दूर करने पर चर्चा की गई। वहीं कहा गया कि जिन लोगों ने किसी काम के लिए अग्रिम भुगतान लिया है, उन्हें जुलाई तक लिए गए अग्रिम का सामंजन कराना होगा। ऐसा नहीं करने वालों का वेतन रोक दिया जाएगा। साथ ही जिनके पास दो मद का अग्रिम बकाया रहेगा, उनके नाम से अग्रिम जारी नहीं किया जाएगा। इस व्यवस्था को दुरूस्त करने के लिए वित्त विभाग को जिम्मेदारी दी गई।
बैठक में अतिथि शिक्षक की नियुक्ति के लिए विज्ञापन निकालने पर विचार किया गया। वहीं कहा गया कि कुल रिक्त पदों की संख्या का आकलन किया जा रहा है। आवश्यकतानुसार 15 जुलाई तक सरकार को प्रस्ताव भेजा जाएगा। बैठक में प्रोवीसी डाॅ. फारूक अली, वित्त परामर्शी एस. सी. दास, डीएमडबल्यू डाॅ. नरेन्द्र श्रीवास्तव, कुलानुशासक डाॅ. अरूण कुमार यादव, सीसीडीसी डाॅ. योगेन्द्र प्रसाद यादव, कुलसचिव कर्नल नीरज कुमार, परिसंपदा पदाधिकारी डॉ शैलेन्द्र कुमार, विकास पदाधिकारी डाॅ. अशोक कुमार, परीक्षा नियंत्रक डाॅ. नवीन कुमार, उप कुलसचिव (स्थापना) डाॅ. कपिलदेव प्रसाद, उप कुलसचिव (पंजीयन) डाॅ. शशिभूषण एवं पीआरओ डाॅ. सुधांशु शेखर उपस्थित थे।
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