संपादक- आर. कुमार
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अब पीएचडी धारकों को 5 प्वाइंट का प्रमाण पत्र लेना अासान होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। एकेडमिक काउंसिल के निर्णय के आलोक में कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के नेतृत्व में विवि ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर चुके छात्रों को प्रमाण पत्र देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में उपकुलसचिव शैक्षणिक डॉ एमआई रहमान ने बताया कि पीएचडी धारकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए इससे संबंधित आवेदन पत्र, अनुशंसित पत्र एवं प्रमाण पत्र का प्रारूप तैयार कर स्नातकोत्तर विभागों को प्रेषित कर दिया गया है। साथ ही निर्गत प्रारूपों को विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है ताकि संबंधित शोधार्थी व छात्र अपनी सुविधा अनुसार आवेदन पत्र एवं प्रारूप को प्राप्त कर सीधे संबंधित विभागों में जमा कर सके।
उपकुलसचिव ने कहा कि विभागों में जमा किए गए आवेदनों की पुनः जांच की जिम्मेवारी विभागाध्यक्ष को दी गई है। विभागाध्यक्ष के अनुशंसा के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई करते हुए संबंधित संकायाध्यक्ष एवं प्रतिकुलपति के संयुक्त हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब पीएचडी धारकों को 5 प्वाइंटर का प्रमाण पत्र लेने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के नेतृत्व विश्वविद्यालय अंतर्गत पद सृजन समिति का गठन किया गया है। समिति की पहली बैठक कुलपति की अध्यक्षता में शुक्रवार को बुलाई गई है। बताया गया कि समिति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के नियमों एवं परिनियमों को सामने रखते हुए विश्वविद्यालय अंतर्गत पीजी अर्थशास्त्र, दर्शन शास्त्र, समाजशास्त्र, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, गणित, संस्कृत सहित अन्य विभागों में पदों का प्रारूप तैयार करेगी। वहीं कहा गया कि समिति द्वारा अनुशंसित पदों को 15 जुलाई से पहले पहले उच्च शिक्षा विभाग बिहार सरकार पटना को भेजना अनिवार्य है। उपकुलसचिव डॉ एमआई रहमान ने बताया है कि पिछले दिनों कुलाधिपति के साथ हुई बैठक में यह मुद्दा मुख्य रूप से चर्चा का विषय रहा था। बिहार सरकार विभाग में पद देने हेतु तत्पर है।
कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय ने विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी पीजी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह के अंदर विश्वविद्यालय के एकेडमी शाखा में विभागीय प्रोफाइल के अलावा शिक्षकों की संक्षेप में बायोडाटा, शिक्षकेतर कर्मचारियों की विस्तृत जानकारी, छात्र-छात्राओं की संख्या, शोधार्थियों की संख्या एवं उनके शोध का शीर्षक एवं शोध क्षेत्र सहित अन्य सूचना दे। विश्वविद्यालय इन जानकारियों को अपने वेबसाइट पर साझा करेगी ताकि शिक्षा जगत में यह विश्वविद्यालय अपनी पहचान बना सकें। इस संबंध में एकेडमिक सहायक बिमल कुमार ने ने बताया कि बीएनएमयू को विश्व पटल पर लाना विश्वविद्यालय की प्राथमिकताओं में शामिल है। विवि में छात्र- छात्राओं की गतिविधियों पर पूरे विश्व के अलावा शिक्षा विभाग की नजर बनी रहे इसके लिए वेबसाइट को अपडेट करना अनिवार्य बन गया है।
बीएन मंडल विश्वविद्यालय में अब पीएचडी धारकों को 5 प्वाइंट का प्रमाण पत्र लेना अासान होगा। इसके लिए विश्वविद्यालय स्तर पर सारी तैयारियां पूरी कर ली गई है। एकेडमिक काउंसिल के निर्णय के आलोक में कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के नेतृत्व में विवि ने पीएचडी की उपाधि प्राप्त कर चुके छात्रों को प्रमाण पत्र देने का निर्णय लिया है। इस संबंध में उपकुलसचिव शैक्षणिक डॉ एमआई रहमान ने बताया कि पीएचडी धारकों की परेशानी को ध्यान में रखते हुए इससे संबंधित आवेदन पत्र, अनुशंसित पत्र एवं प्रमाण पत्र का प्रारूप तैयार कर स्नातकोत्तर विभागों को प्रेषित कर दिया गया है। साथ ही निर्गत प्रारूपों को विश्वविद्यालय के वेबसाइट पर अपलोड करने का निर्देश दिया गया है ताकि संबंधित शोधार्थी व छात्र अपनी सुविधा अनुसार आवेदन पत्र एवं प्रारूप को प्राप्त कर सीधे संबंधित विभागों में जमा कर सके।
उपकुलसचिव ने कहा कि विभागों में जमा किए गए आवेदनों की पुनः जांच की जिम्मेवारी विभागाध्यक्ष को दी गई है। विभागाध्यक्ष के अनुशंसा के आलोक में अग्रेतर कार्रवाई करते हुए संबंधित संकायाध्यक्ष एवं प्रतिकुलपति के संयुक्त हस्ताक्षर से प्रमाण पत्र छात्र-छात्राओं को उपलब्ध कराया जाएगा। उन्होंने कहा कि अब पीएचडी धारकों को 5 प्वाइंटर का प्रमाण पत्र लेने में किसी प्रकार की परेशानी नहीं होगी।
कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय के नेतृत्व विश्वविद्यालय अंतर्गत पद सृजन समिति का गठन किया गया है। समिति की पहली बैठक कुलपति की अध्यक्षता में शुक्रवार को बुलाई गई है। बताया गया कि समिति विश्वविद्यालय अनुदान आयोग नई दिल्ली के नियमों एवं परिनियमों को सामने रखते हुए विश्वविद्यालय अंतर्गत पीजी अर्थशास्त्र, दर्शन शास्त्र, समाजशास्त्र, उर्दू, हिंदी, अंग्रेजी, गणित, संस्कृत सहित अन्य विभागों में पदों का प्रारूप तैयार करेगी। वहीं कहा गया कि समिति द्वारा अनुशंसित पदों को 15 जुलाई से पहले पहले उच्च शिक्षा विभाग बिहार सरकार पटना को भेजना अनिवार्य है। उपकुलसचिव डॉ एमआई रहमान ने बताया है कि पिछले दिनों कुलाधिपति के साथ हुई बैठक में यह मुद्दा मुख्य रूप से चर्चा का विषय रहा था। बिहार सरकार विभाग में पद देने हेतु तत्पर है।
कुलपति प्रो डॉ अवध किशोर राय ने विश्वविद्यालय अंतर्गत सभी पीजी विभागाध्यक्षों को निर्देशित किया है कि एक सप्ताह के अंदर विश्वविद्यालय के एकेडमी शाखा में विभागीय प्रोफाइल के अलावा शिक्षकों की संक्षेप में बायोडाटा, शिक्षकेतर कर्मचारियों की विस्तृत जानकारी, छात्र-छात्राओं की संख्या, शोधार्थियों की संख्या एवं उनके शोध का शीर्षक एवं शोध क्षेत्र सहित अन्य सूचना दे। विश्वविद्यालय इन जानकारियों को अपने वेबसाइट पर साझा करेगी ताकि शिक्षा जगत में यह विश्वविद्यालय अपनी पहचान बना सकें। इस संबंध में एकेडमिक सहायक बिमल कुमार ने ने बताया कि बीएनएमयू को विश्व पटल पर लाना विश्वविद्यालय की प्राथमिकताओं में शामिल है। विवि में छात्र- छात्राओं की गतिविधियों पर पूरे विश्व के अलावा शिक्षा विभाग की नजर बनी रहे इसके लिए वेबसाइट को अपडेट करना अनिवार्य बन गया है।
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