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रविवार, 10 दिसंबर 2017

अभी-अभी धर्मांतरण की खबर पर ईसाईयों को मधेपुरा में अज्ञात लोगों ने घुसकर पीटा

रिपोर्ट- मो. मेराज आलम 

अभी-अभी खबर सलेम मिशन स्कूल में चल रही ईसाईयों के द्वारा कार्यक्रम में जो 8 दिसंबर से चल रही है से आ रही है. जहाँ बाहर से भी कई पादरी सहित ईसाई मिशनरी से जुड़े लोग भाग लेने आए थे. बताया जा रहा है कि कार्यक्रम आज समाप्ति की ओर थी और पादरी मंच पर प्रवचन कर रहे थे. उसी समय दर्जनों अज्ञात लोग घुस कर पादरी से बात करने लगे और पादरी से धर्मांतरण की बात की व पूछा कि यहाँ पैसे की लोभ देकर धर्मांतरण क्यों करवाया जा रहा है ?पादरी ने कुछ जबाब दिया तबतक वहां सैकड़ों की संख्यां में लोग घुस गये. और पूरी तरह से कार्यक्रम का विरोध कर मारपीट शुरू कर दी. जब वहां ईसाई मिशनरी से जुड़े लोगों से जानकारी लेने की कोशिस की गयी तो उन्होंने धर्मांतरण की बात को इंकार कर दिया. लेकिन कई लोगों ने बताया कि यहाँ पैसे के लोभ देकर सहित अन्य कई प्रकार की कोशिस से दलित सहित गरीब लोगों का यहाँ धर्मांतरण किया जा रहा था और इसकी तैयारी पूर्व से की गयी.



इसके तहत पहले से ही कार्यक्रम को लेकर प्रचार-प्रसार कुछ और कहकर किया गया लेकिन इसके पीछे कुछ और हो रहा था. इसमें कई लोगों के नाम भी लोग दबे जुबान से ले रहे हैं जो ऐसे लोगों को यहाँ तक लाते हैं. प्रशासन यदि इसपर पूरी तरह जाँच करती है तो कई लोग इस मामले में संलित्प हो सकते हैं. खबर ऐसी आ रही है कि यहाँ 150 लोगों की धर्मांतरण होने की बात कही जा रही थी. इसका धर्मांतरण करवाया जा चूका था या नहीं इसकी पूरी जानकारी नहीं मिली है. तोड़फोड़ व मारपीट की घटना के बाद पूरी प्रशासन वहां पहुंची और जाँच की बात कही और उन्होंने कहा कि पड़ताल जारी है और कार्यवाई की जाएगी. लेकिन सवाल ये उठता है आखिर इसके पीछे कोन सब लोग लगे हैं और धर्मांतरण का खेल सरेआम हो जाती है. बताया जाता है कि पहले तो ईसाई मिशनरी द्वारा सेवा माध्यम से गरीब लोगों के बीच जाकर उनको अपने पास लाते हैं और उसके बाद पैसे सहित अन्य प्रकार के लोभ देकर गरीबों का धर्मांतरण का खेल होता है. ईसाई मिशनरी आज कई प्रकार से धर्मांतरण का खेल खेलते हैं इसमें सबसे ज्यादा शिकार दलित-आदिवासियों को बनाया जा रहा है. 


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