दिलखुश जी:- 11 अक्टूबर, 2017: आज एल्स्टाॅम ने भारत में अपनी ग्रीनफील्ड इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव निर्माण सुविधा में उत्पादन कार्य प्रारंभ कर दिया। बिहार में माधेपुरा में स्थित एल्स्टाॅम की यह भारत में पहली इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव निर्माण सुविधा है, जो देष में हैवी फ्रेट ट्रांसपोर्ट लैंडस्केप (भारी मालभाड़ा परिवहन के परिदृष्य) में बदलाव ला देगी।
समय पर उत्पादन षुरु करते हुए इस संयंत्र का निर्माण देष में ग्रीनफील्ड सुविधाओं के निर्माण में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। प्राइमा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव, जो इस नए कारखाने में उत्पादित किया जाएगा, एल्स्टॉम की प्रथम श्रेणी के इंजनों का हिस्सा है और विशेष रूप से भारतीय नेटवर्क के लिए अनुकूलित किया गया है। पहली दो कार बाॅडी षेल्स पहले ही माधेपुरा में आ चुकी हैं और उन्हें जल्द ही संयंत्र में फिट करके असेंबल कर दिया जाएगा। पहला लोकोमोटिव अगले साल संयंत्र से तैयार करके भेज दिया जाएगा। पहले 5 लोकोमोटिव्स 2019 में तथा फिर 35 लोकोमोटिव्स 2020 में, 60 लोकोमोटिव्स 2021 में और इसके बाद 800 लोकोमोटिव्स का लक्ष्य पूरा होने तक हर साल 100 लोकोमोटिव्स यहां निर्मित किए जाएंगे।
क्वालिटी और सुरक्षा के सर्वोच्च मापदंडों पर निर्मित सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ के विजन की सच्ची प्रतिमूर्ति बनी यह इकाई एल्स्टाॅम (74 प्रतिषत) व इंडियन रेलवेज़ (26 प्रतिषत) के बीच संयुक्त उपक्रम है। 250 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस संयंत्र में वर्तमान में 70 लोग काम करते हैं, जिसे अधिकतम क्षमता तक पहुंचने तक हर साल 25 प्रतिषत की दर से बढ़ाए जाने की योजना है। इस इकाई में उचित कौषल के आधार पर स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की योजना है, ताकि माधेपुरा के सामाजिक व आर्थिक विकास में मदद की जा सके।
इस उपलब्धि के बारे में जाॅन-फ्रैंसिस बूडों, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट, एषिया पेसिफिक, एल्स्टाॅम ने कहा, ‘‘ई-लोको प्रोजेक्ट पूरी दुनिया में एल्स्टाॅम के सबसे प्रतिश्ठित प्रोजेक्ट्स में से एक है, इसलिए यह कार्य पूरी कंपनी के लिए एक सराहनीय उपलब्धि है। यह सुविधा एल्स्टाॅम द्वारा एक मल्टीमिलियन यूरो निवेष है और भारत में बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्षित करती है। इस बाजार में बदलाव लाने के लिए हमें स्थानीय विषेशज्ञता, प्रतिस्पर्धी निर्माण क्षमता एवं अपने ग्राहकों के साथ नजदीकी संबंधों की जरूरत होगी। निर्माण संयंत्र में उत्पादन प्रारंभ करना रेलवेज़ एवं समाज को व्यापक फायदे पहुंचाने के लिए स्थानीय ईकोसिस्टम के विकास के प्रति हमारी कार्ययोजना का श्रेश्ठ प्रमाण है।’’
बैंगलोर में मुख्यालय के साथ भारत में एल्स्टाॅम के वर्तमान निर्माण कार्यों में श्रीसिटी में इसकी मेट्रो रोलिंग स्टाॅक निर्माण सुविधा, कोयम्बटूर में कंपोनेंट निर्माण सुविधा तथा माधेपुरा में हाल ही में षुरु हुई इसकी ई-लोको निर्माण सुविधा षामिल हैं। ई-लोको प्रोजेक्ट के लिए कंपनी सहारनपुर (उत्तरप्रदेष) और नागपुर (महाराश्ट्र) में दो मेंटेनेंस डिपो स्थापित कर रही है। इसके अलावा इसके पास बैंगलोर में रोलिंग स्टाॅक व सिग्नलिंग डिज़ाईन तथा इंजीनियरिंग सेंटर भी है। यह व्यापक फुटप्रिंट एल्स्टाॅम को अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने और कस्टमाईज़्ड उत्पाद व सेवाएं प्रदान करने में समर्थ बना रहा है, जो भारत तथा विष्व के अन्य देषों में ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा कर रहे हैं।
समय पर उत्पादन षुरु करते हुए इस संयंत्र का निर्माण देष में ग्रीनफील्ड सुविधाओं के निर्माण में एक उल्लेखनीय उपलब्धि है। प्राइमा इलेक्ट्रिक लोकोमोटिव, जो इस नए कारखाने में उत्पादित किया जाएगा, एल्स्टॉम की प्रथम श्रेणी के इंजनों का हिस्सा है और विशेष रूप से भारतीय नेटवर्क के लिए अनुकूलित किया गया है। पहली दो कार बाॅडी षेल्स पहले ही माधेपुरा में आ चुकी हैं और उन्हें जल्द ही संयंत्र में फिट करके असेंबल कर दिया जाएगा। पहला लोकोमोटिव अगले साल संयंत्र से तैयार करके भेज दिया जाएगा। पहले 5 लोकोमोटिव्स 2019 में तथा फिर 35 लोकोमोटिव्स 2020 में, 60 लोकोमोटिव्स 2021 में और इसके बाद 800 लोकोमोटिव्स का लक्ष्य पूरा होने तक हर साल 100 लोकोमोटिव्स यहां निर्मित किए जाएंगे।
क्वालिटी और सुरक्षा के सर्वोच्च मापदंडों पर निर्मित सरकार के ‘मेक इन इंडिया’ के विजन की सच्ची प्रतिमूर्ति बनी यह इकाई एल्स्टाॅम (74 प्रतिषत) व इंडियन रेलवेज़ (26 प्रतिषत) के बीच संयुक्त उपक्रम है। 250 एकड़ के क्षेत्र में फैले इस संयंत्र में वर्तमान में 70 लोग काम करते हैं, जिसे अधिकतम क्षमता तक पहुंचने तक हर साल 25 प्रतिषत की दर से बढ़ाए जाने की योजना है। इस इकाई में उचित कौषल के आधार पर स्थानीय युवाओं को रोजगार देने की योजना है, ताकि माधेपुरा के सामाजिक व आर्थिक विकास में मदद की जा सके।
इस उपलब्धि के बारे में जाॅन-फ्रैंसिस बूडों, सीनियर वाईस प्रेसिडेंट, एषिया पेसिफिक, एल्स्टाॅम ने कहा, ‘‘ई-लोको प्रोजेक्ट पूरी दुनिया में एल्स्टाॅम के सबसे प्रतिश्ठित प्रोजेक्ट्स में से एक है, इसलिए यह कार्य पूरी कंपनी के लिए एक सराहनीय उपलब्धि है। यह सुविधा एल्स्टाॅम द्वारा एक मल्टीमिलियन यूरो निवेष है और भारत में बुनियादी ढांचे के विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता प्रदर्षित करती है। इस बाजार में बदलाव लाने के लिए हमें स्थानीय विषेशज्ञता, प्रतिस्पर्धी निर्माण क्षमता एवं अपने ग्राहकों के साथ नजदीकी संबंधों की जरूरत होगी। निर्माण संयंत्र में उत्पादन प्रारंभ करना रेलवेज़ एवं समाज को व्यापक फायदे पहुंचाने के लिए स्थानीय ईकोसिस्टम के विकास के प्रति हमारी कार्ययोजना का श्रेश्ठ प्रमाण है।’’
बैंगलोर में मुख्यालय के साथ भारत में एल्स्टाॅम के वर्तमान निर्माण कार्यों में श्रीसिटी में इसकी मेट्रो रोलिंग स्टाॅक निर्माण सुविधा, कोयम्बटूर में कंपोनेंट निर्माण सुविधा तथा माधेपुरा में हाल ही में षुरु हुई इसकी ई-लोको निर्माण सुविधा षामिल हैं। ई-लोको प्रोजेक्ट के लिए कंपनी सहारनपुर (उत्तरप्रदेष) और नागपुर (महाराश्ट्र) में दो मेंटेनेंस डिपो स्थापित कर रही है। इसके अलावा इसके पास बैंगलोर में रोलिंग स्टाॅक व सिग्नलिंग डिज़ाईन तथा इंजीनियरिंग सेंटर भी है। यह व्यापक फुटप्रिंट एल्स्टाॅम को अपने पोर्टफोलियो का विस्तार करने और कस्टमाईज़्ड उत्पाद व सेवाएं प्रदान करने में समर्थ बना रहा है, जो भारत तथा विष्व के अन्य देषों में ग्राहकों की बढ़ती मांग को पूरा कर रहे हैं।