संपादक: आर.के.झा-भागलपुर के गोराडीह थाना अंतर्गत अगरपुर से उठनेवाले ताजिया जुलूस बिजली के तार (11 हजार वोल्ट) की चपेट में आने से दो लोगों की मौत हो गयी. दर्जन भर से ज्यादा लोग घायल हो गये. वहीं, तीन लोगों की हाल गंभीर बतायी जाती है. घायल लोगों का इलाज जवाहर लाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल, मायागंज में चल रहा है. घटना रविवार अगरपुर गांव की है. ताजिया जुलूस बिजली के तार में सटा या तार टूट कर जुलूस पर गिरा. यह
भगदड़ के चलते लोगों की समझ में नहीं आ सका. मृतकों में गरहोतिया के 40 वर्षीय मो अजारूल एवं 18 वर्षीय अगरपुर के मो कामरान उर्फ कम्मो हैं. घायलों में अगरपुर के एनाजुल, मिंटू उर्फ मंटा, निसार आदि शामिल हैं. घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया.
घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने माछीपुर एवं गरहोतिया में शव रख कर भागलपुर-गोराडीह मुख्य मार्ग जाम कर दिया. शासन-प्रशासन अधिकारियों के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे लोदीपुर पुलिस को देख ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और उन्हें मौके पर से खदेड़ दिया गया. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे एवं एसएसपी मनोज कुमार जब पहुंचे, तो लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त कराया कि मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा मिलेगा. दोषी पर एफआइआर दर्ज करायेंगे. साथ ही उनकी गिरफ्तार होगी. अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम हटाया लिया. घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को जाम किया था. जाम लगभग डेढ़-दो घंटे तक रहा.
भगदड़ के चलते लोगों की समझ में नहीं आ सका. मृतकों में गरहोतिया के 40 वर्षीय मो अजारूल एवं 18 वर्षीय अगरपुर के मो कामरान उर्फ कम्मो हैं. घायलों में अगरपुर के एनाजुल, मिंटू उर्फ मंटा, निसार आदि शामिल हैं. घटना के बाद गांव में तनाव की स्थिति उत्पन्न हो गयी. ग्रामीणों ने जमकर हंगामा किया.
घटना के बाद मृतकों के परिजनों ने माछीपुर एवं गरहोतिया में शव रख कर भागलपुर-गोराडीह मुख्य मार्ग जाम कर दिया. शासन-प्रशासन अधिकारियों के विरुद्ध जमकर प्रदर्शन किया गया. सूचना मिलने के बाद मौके पर पहुंचे लोदीपुर पुलिस को देख ग्रामीणों का गुस्सा भड़क गया और उन्हें मौके पर से खदेड़ दिया गया. जिलाधिकारी आदेश तितरमारे एवं एसएसपी मनोज कुमार जब पहुंचे, तो लोगों को समझा-बुझा कर शांत कराया. जिलाधिकारी ने ग्रामीणों को आश्वस्त कराया कि मृतक के परिजनों को चार-चार लाख रुपये मुआवजा मिलेगा. दोषी पर एफआइआर दर्ज करायेंगे. साथ ही उनकी गिरफ्तार होगी. अधिकारियों के आश्वासन पर ग्रामीणों ने जाम हटाया लिया. घटना के लगभग डेढ़ घंटे बाद ग्रामीणों ने मुख्य मार्ग को जाम किया था. जाम लगभग डेढ़-दो घंटे तक रहा.