संपादक : आर.के.झा- मधेपुरा जिले के सदर प्रखंड स्थित सुखासन, गम्हरिया प्रखंड के इटवा जीवछपुर एवं घैलाढ प्रखंड के अर्राहा गांव काली पूजा के अवसर पर भव्य मेले का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर हर जगह सांस्कृतिक कार्यक्रम की धूम रहेगी. अर्राहा में दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन किया गया है. इस संबंध में मेला कमेटी के अध्यक्ष शिवशंकर सिंह उर्फ शंभू सिंह, कोषाध्यक्ष पन्ना सिंह, उपाध्यक्ष राजकिशोर सिंह ने बताया कि हर वर्ष की भांति अर्राहा में काली मेला का आयोजन किया गया है. इस अवसर पर आयोजित दो दिवसीय सांस्कृतिक कार्यक्रम में फिल्मी कलाकार धूम मचायेंगे. उन्होंने कहा कि काली पूजा के मौके पर भव्य मेले का आयोजन किया गया है.
उधर, गम्हरिया के ईटवा जिवछपुर में मां काली युवा संघ काली चौक जीवछपुर की और से काली पूजा के अवसर पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया गया है. मेला समिति के अध्यक्ष प्रभात कुमार प्रभाकर, सचिव राजकिशोर कुमार, कुंदन, ललटू, पप्पू, सतीश, अखिलेश, संजीव रंजन, अखिलेंद्र, रूपेश, राजकुमार, संजीव, सुभाष, सोनू, राजीव, पप्पू, रोशन, नीतीश, फुलेंद्र, सुरेश भारती एवं भोला पांडे ने संयुक्त रूप से कहा कि मेला के पहले दिन 20 अक्टूबर को नाटक का मंचन किया जायेगा. वहीं 21 अक्टूबर को कार्यक्रम में लोक संस्कृति की झलक दिखेगी. मेला के अंतिम दिन 22 अक्टूबर को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान म्यूजिकल ग्रुप के फिल्मी कलाकारों का धमाल होगा. इधर, मेला परिसर में महिला परिधानों सहित खिलौने की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गयी. काली मेला के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन ने सजग है. विभिन्न पूजा पंडालों में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के अलावा सशस्त्र बलों को प्रतिनियुक्त किया गया है. दूसरी तरफ सदर प्रखंड अंतर्गत सुखासन काली स्थान में मां काली पूजा भक्ति भाव के साथ की जाती है. कहते जो सच्चे मन से मां की अराधना करते है, मां उनकी फरियाद सुन झोली भरते है. यह मंदिर लगभग दो सौ वर्ष पूराना है.
उधर, गम्हरिया के ईटवा जिवछपुर में मां काली युवा संघ काली चौक जीवछपुर की और से काली पूजा के अवसर पर तीन दिवसीय मेला का आयोजन किया गया है. मेला समिति के अध्यक्ष प्रभात कुमार प्रभाकर, सचिव राजकिशोर कुमार, कुंदन, ललटू, पप्पू, सतीश, अखिलेश, संजीव रंजन, अखिलेंद्र, रूपेश, राजकुमार, संजीव, सुभाष, सोनू, राजीव, पप्पू, रोशन, नीतीश, फुलेंद्र, सुरेश भारती एवं भोला पांडे ने संयुक्त रूप से कहा कि मेला के पहले दिन 20 अक्टूबर को नाटक का मंचन किया जायेगा. वहीं 21 अक्टूबर को कार्यक्रम में लोक संस्कृति की झलक दिखेगी. मेला के अंतिम दिन 22 अक्टूबर को आयोजित सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान म्यूजिकल ग्रुप के फिल्मी कलाकारों का धमाल होगा. इधर, मेला परिसर में महिला परिधानों सहित खिलौने की दुकानों पर भारी भीड़ देखी गयी. काली मेला के दौरान सुरक्षा व्यवस्था बनाये रखने के लिए प्रशासन ने सजग है. विभिन्न पूजा पंडालों में दंडाधिकारी व पुलिस पदाधिकारी के अलावा सशस्त्र बलों को प्रतिनियुक्त किया गया है. दूसरी तरफ सदर प्रखंड अंतर्गत सुखासन काली स्थान में मां काली पूजा भक्ति भाव के साथ की जाती है. कहते जो सच्चे मन से मां की अराधना करते है, मां उनकी फरियाद सुन झोली भरते है. यह मंदिर लगभग दो सौ वर्ष पूराना है.