संपादक: आर.के.झा-
बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा की परीक्षा समिति की बैठक गुरुवार को अपराह्न 3 बजे से कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय की अध्यक्षा में संपन्न हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये।
बैठक में विशेष रूप से बी. एड. से संबंधित मामलों पर विचार किया गया। बी. एड. प्रथम खंड 2015-16 के वैसे विद्यार्थ जिनका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुआ है, उनके मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया गया। परीक्षा विभाग द्वारा संबंधित विद्यार्थियों को अविलंब सूचना दी जाएगी।
रमेश झा महिला काॅलेज केन्द्र से उत्तर पुस्तका लेकर भागने वाले टी. पी. काॅलेज, मधेपुरा के बीसीए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के मामले में बनी उच्चस्तरीय जांच कमिटी की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया। विद्यार्थियों को उस पत्र की पुनः परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। विद्यार्थी इसकी सूचना प्रधानाचार्य के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे।
परीक्षा समिति ने कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन के प्रति प्रतिबद्धता दुहराई। एक सदस्य ने बताया कि कुछ परीक्षा केन्द्रों पर प्रायोगिक परीक्षा में विद्यार्थियों से अवैध वसूली की सूचना मिली है। इसे गंभीरता से लिया गया। सभी केन्द्राधीक्षकों को ऐसे मामलों को रोकने हेतु सख्त निर्देश दिए गये। परीक्षार्थियों को भी इसकी सूचना विश्वविद्यालय को देने का निर्देश दिया गया है।
इस अवसर पर सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. शिवमुनि यादव, मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. ज्ञानंज्य द्विवेदी, शिक्षा संकायाध्यक्ष राणा जयराम सिंह, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. एस. एन. विश्वास एवं परीक्षा नियंत्रण डॉ. नवीन कुमार उपस्थित थे।
बी. एन. मंडल विश्वविद्यालय, मधेपुरा की परीक्षा समिति की बैठक गुरुवार को अपराह्न 3 बजे से कुलपति प्रोफेसर डॉ. अवध किशोर राय की अध्यक्षा में संपन्न हुई। इसमें कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गये।
बैठक में विशेष रूप से बी. एड. से संबंधित मामलों पर विचार किया गया। बी. एड. प्रथम खंड 2015-16 के वैसे विद्यार्थ जिनका परीक्षा परिणाम घोषित नहीं हुआ है, उनके मामले के सभी पहलुओं पर विचार किया गया। परीक्षा विभाग द्वारा संबंधित विद्यार्थियों को अविलंब सूचना दी जाएगी।
रमेश झा महिला काॅलेज केन्द्र से उत्तर पुस्तका लेकर भागने वाले टी. पी. काॅलेज, मधेपुरा के बीसीए चतुर्थ सेमेस्टर के विद्यार्थियों के मामले में बनी उच्चस्तरीय जांच कमिटी की रिपोर्ट को स्वीकार कर लिया गया। विद्यार्थियों को उस पत्र की पुनः परीक्षा देने की व्यवस्था की जाएगी। विद्यार्थी इसकी सूचना प्रधानाचार्य के माध्यम से प्राप्त कर सकेंगे।
परीक्षा समिति ने कदाचारमुक्त परीक्षा के संचालन के प्रति प्रतिबद्धता दुहराई। एक सदस्य ने बताया कि कुछ परीक्षा केन्द्रों पर प्रायोगिक परीक्षा में विद्यार्थियों से अवैध वसूली की सूचना मिली है। इसे गंभीरता से लिया गया। सभी केन्द्राधीक्षकों को ऐसे मामलों को रोकने हेतु सख्त निर्देश दिए गये। परीक्षार्थियों को भी इसकी सूचना विश्वविद्यालय को देने का निर्देश दिया गया है।
इस अवसर पर सामाजिक विज्ञान संकायाध्यक्ष डॉ. शिवमुनि यादव, मानविकी संकायाध्यक्ष डॉ. ज्ञानंज्य द्विवेदी, शिक्षा संकायाध्यक्ष राणा जयराम सिंह, वाणिज्य संकायाध्यक्ष डॉ. एस. एन. विश्वास एवं परीक्षा नियंत्रण डॉ. नवीन कुमार उपस्थित थे।