किसानों से संबंधित मुद्दों एवं भारतीय जनता पार्टी की केरल इकाई के नेता पर लगे भ्रष्टाचार के आरोपों की जांच की मांग को लेकर विपक्षी दलों के सदस्यों ने आज लोकसभा में जमकर हंगामा किया जिसके कारण सदन की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित करनी पड़ी।
इससे पहले प्रश्नकाल शुरू होते ही कांग्रेस, मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी, राष्ट्रीय जनता दल तथा तृणमूल कांग्रेस के सदस्यों ने विभिन्न मुद्दों पर हंगामा करना शुरू कर दिया। कांग्रेस के कुछ सदस्य जहां किसानों से जुड़े मसलों पर हंगामा कर रहे थे, वहीं कुछ सदस्य भाजपा की केरल इकाई के एक नेता द्वारा रिश्वत लेने के आरोपों को लेकर नारेबाजी कर रहे थे। अध्यक्ष ने हंगामे के बीच प्रश्नकाल शुरू किया, लेकिन हंगामा थमता न देखकर उन्होंने सदन की कार्यवाही 17 मिनट के लिए स्थगित कर दी।
साढ़े ग्यारह बजे सदन की कार्यवाही दोबारा जब शुरू हुई तो विपक्षी सदस्यों का हंगामा फिर जारी रहा। वे अध्यक्ष के आसन के पास आकर नारेबाजी करने लगे। अध्यक्ष ने एक बार फिर हंगामे के बीच ही प्रश्नकाल जारी रखने का प्रयास किया, लेकिन 12 मिनट की कार्यवाही के बाद उन्होंने एक बार फिर सदन की कार्यवाही दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दी।
इससे पहले संसदीय कार्यमंत्री अनंत कुमार ने कहा कि विपक्ष का किसानों के मुद्दे को लेकर हंगामा केवल घड़ियाली आंसू हैं, क्योंकि कल ही रात साढ़े दस बजे तक सदन में किसानों के मुद्दे पर चर्चा हुई थी, लेकिन कांग्रेस के केवल दो सदस्य सदन में मौजूद थे। ये सदस्य भी बाद में बहिर्गमन कर गये थे।
गौरतलब है कि केरल भाजपा के नेता पर आरोप है कि उसने एक निजी मेडिकल कॉलेज को भारतीय चिकित्सा परिषद (एमसीआई) से मान्यता दिलाने के नाम पर साढ़े पांच करोड़ रुपये से अधिक की घूस ली। खबरों के मुताबिक आरोपी नेता ने पार्टी की आंतरिक जांच टीम के समक्ष पैसे लेने की बात स्वीकार की है।
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