● Sarang Tanay@Madhepura.
मधेपुरा/बिहार: 22 सितम्बर (शुक्रवार) को प्रभारी कुलपति प्रो. (डॉ.) राजनाथ यादव की अध्यक्षता में विश्वविद्यालय केन्द्रीय पुस्तकालय में आयोजित सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों की बैठक में अनुपस्थित पाए गए 8 प्रधानाचार्यों/प्रभारी प्रधानाचार्यों से कारणपृच्छा की गई है। कुलसचिव प्रो. (डॉ.) मिहिर कुमार ठाकुर के हस्ताक्षर से पत्र जारी कर कहा गया है कि यह एक अत्यंत ही गंभीर मामला है, जो लापरवाही को दर्शाता है। अतः पत्र प्राप्ति के 03 (तीन) दिनों के अंदर अपना स्पष्टीकरण कुलसचिव कार्यालय में समर्पित करें।
उन्होंने बताया कि जिन महाविद्यालयों के प्रधानाचार्यों से कारणपृच्छा की गई है उनमें के.बी. वीमेन्स कॉलेज, मधेपुरा, एस.ए.के.एन. डिग्री कॉलेज, मधेपुरा, बी.एस.आर.के. कॉलेज, सिंहेश्वर, मधेपुरा, देव नन्दनी डिग्री कॉलेज, बखरी- मधेपुरा, राम खेलावन झरीलाल डिग्री कॉलेज, खुरहान-मधेपुरा, ए.एल. वाई. कॉलेज, त्रिवेणीगंज- सुपौल, इवनिंग कॉलेज, सहरसा एवं एल. सी. कॉलेज, पस्तवार-महिषि- सहरसा के प्रधानाचार्य/प्रभारी प्रधानाचार्य शामिल हैं।
उपकुलसचिव (स्थापना) डॉ. सुधांशु शेखर ने बताया कि कारणपृच्छा का जवाब आने के बाद उसे समेकित रूप से कुलपति प्रो राजनाथ यादव के समक्ष उपस्थापित किया जाएगा। तदुपरांत आदेशानुसार अग्रेत्तर कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने बताया कि शुक्रवार को सभी अंगीभूत व एफलिटेड कॉलेजों के प्रधानाचार्यों के साथ कुलपति प्रो राजनाथ यादव की पहली बैठक थी। उस बैठक में कुलपति ने विशेष रूप से राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 के आलोक में राजभवन सचिवालय, पटना के आदेशानुसार विश्वविद्यालय में स्नातक स्तर पर लागू सीबीसीएस पाठ्यक्रम के विभिन्न पहलुओं पर आवश्यक निदेश दिया है। इसके अलावा सभी अंगीभूत एवं संबद्ध महाविद्यालयों को राष्ट्रीय शिक्षा नीति-2020 एवं सीबीसीएस पाठ्यक्रम को केंद्र में रखकर कार्यशाला-सेमिनार आयोजित करने का निदेश दिया गया है।।
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