मधेपुरा/बिहार:
मधेपुरा जिले के आलमनगर निवासी प्रो. भारतेंदु कुमार सिंह को भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी, डिजाइन और विनिर्माण संस्थान (आईआईआईटीडीएम), जबलपुर का नया निदेशक(डायरेक्टर) नियुक्त किया गया है। काशी हिन्दू विश्वविद्यालय(बीएचयू) में नाभिकीय भौतिकी विज्ञान के विशेषज्ञ प्रो. सिंह फिजिक्स विभाग में प्रोफेसर के पद पर कार्यरत हैं। भारतेन्दु कुमार सिंह को मध्य प्रदेश के एकमात्र भारतीय सूचना प्रौद्योगिकी, डिजाइन और विनिर्माण संस्थान (आईआईआईटीडीएम), जबलपुर का नया निदेशक नियुक्त किए जाने से जिले में खुशी व्याप्त है। आलमनगर प्रखंड के साथ ही मधेपुरा नगर परिषद के विद्यापुरी मोहल्ला निवासी टीपी कॉलेज में हिन्दी के प्रोफेसर रहे चंदेश्वर प्रसाद सिंह (सीपी सिंह) और प्रतिभा सिंह के पुत्र भारतेंदु कुमार सिंह (चुन्नू बाबू) की प्रतिभा को देखते हुए उन्हें मध्य प्रदेश के एक मात्र आईआईटी जबलपुर का निदेशक बनाया गया है। प्रो. सिंह ने 1989 में मगध विश्वविद्यालय से एमएससी किया और फिर 1996 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय से पीएचडी की डिग्री ली। पहली बार, उन्हें भौतिकी विभाग, काशी हिन्दू यूनिवर्सिटी में प्रोजेक्ट रिसर्च एसोसिएट के रूप में नियुक्त किया गया था। दो वर्ष बाद उन्होंने तीन वर्षों तक प्रतिष्ठित वाइजमैन साइंस इंस्टिट्यूट, इस्रायल में पोस्ट डॉक्टरल फेलो के रूप में कार्य किया। 2002-2004 तक उन्होंने इटली की प्रतिष्ठित आईएनएफएन पोस्ट डॉक्टरल फेलो के रूप में सर्न, जेनेवा स्थित प्रयोगशाला में कार्य किया। 2004 में उन्हें अमेरिका में न्यूयॉर्क स्थित कोलम्बिया यूनिवर्सिटी में रिसर्च वैज्ञानिक के तौर पर डार्क मैटर प्रयोग पर कार्य करने का मौका मिला। 2005 में काशी हिन्दू विश्वविद्यालय में रीडर के पद पर नियुक्ति हुए। 2011 से प्रोफेसर के पद पर हैं। प्रो. सिंह ने बताया कि
वह जल्द ही अपनी नई जिम्मेदारी संभालेंगे और अगले पांच वर्षों के लिए संस्थान का नेतृत्व करेंगे। उन्होंने कहा कि आईआईआईटीडीएम, जबलपुर को उत्कृष्टता की नई ऊंचाइयों पर ले जाना उनकी सर्वोच्च प्राथमिकता होगी। भारतेंदु के निदेशक बनाए जाने पर आईओसीएल के स्वतंत्र निदेशक डॉ. रामनरेश सिंह, फिजिक्स के प्रो. अशोक कुमार, जूलॉजी के पूर्व एचओडी प्रो. अरुण कुमार, बीएनएमयू के आईक्यूएस निदेशक प्रो. नरेश कुमार, सीएम साइंस कॉलेज में एनएसएस के कार्यक्रम पदाधिकारी डॉ. संजय कुमार परमार सहित अन्य ने बधाई देते कहा कि यह पूरे बिहार के लिए गौरव की बात है।।
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