मधेपुरा। उदाकिशुनगंज अनुमंडल मुख्यालय से निगरानी टीम ने 50 हजार रिश्वत लेते समय प्रखंड कार्यालय के (पूर्व बड़ा बाबू ) जिला नीलाम पदाधिकारी के सहायक को रंगे हाथों गिरफ्तार किया है।
बताया गया कि आलमनगर थाना क्षेत्र के मधेली दियारा वार्ड 11 निवासी पूर्व एचएम निरंजन कुमार से रिश्वत की मांग की गई थी। पूर्व एचएम पर विद्यालय भवन के निर्माण में अनियमितता बरतने को लेकर मामला दर्ज किया गया था। इसी मामले में नीलाम पदाधिकारी बिंदेश्वरी सादा द्वारा मामले को रफा दफा करने के लिए पचास हजार रुपये रिश्वत की मांग की गई थी। जिसके बाद रिश्वत लेने की शिकायत पूर्व एचएम ने विजिलेंस से की थी। निगरानी की टीम ने मामले की जांच करते हुए शिकायत को सही पाया। जिसके बाद निगरानी विभाग की टीम रिश्वतखोर नीलाम के सहायक पदाधिकारी को पकड़ने के लिए जाल बिछाया। इसी दौरान बुधवार को निगरानी टीम ने अनुमंडल मुख्यालय से 50 हजार रुपये रिश्वत लेते रंगे हाथों उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
इधर निगरानी द्वारा गिरफ्तारी की सूचना मिलते ही उदाकिशुनगंज अनुमंडल में हडकंप मच गया। सरकारी कार्यालय सहित अन्य ऑफिस में कार्यरत कर्मचारियों में भय और दहशत का माहौल देखा गया। सभी जगह हड़कंप की स्थिति मच गई। बताया जाता है कि निगरानी टीम उसे पूछताछ के लिए गिरफ्तार कर पटना ले गयी है।
वहीं निगरानी विभाग के डीएसपी सुरेंद्र कुमार मऊवार ने बताया कि जिला नीलाम पदाधिकारी के हेड क्लर्क बिंदेश्वरी सादा के द्वारा केस को रफा दफा करने के एवज में पूर्व प्रधानाचार्य से निरंजन कुमार से 60 हजार रुपए रिश्वत की मांग की गई थी। इसी मामले में हेड क्लर्क को 50 हजार रिश्वत लेते हुए रंगे हाथ गिरफ्तार किया गया है । डीएसपी ने बताया कि पूछताछ में हेड क्लर्क ने अपना नाम बिन्देशरी सादा बताया है जो सहरसा जिले के सलखुआ थाना क्षेत्र के सहुरिया गांव निवासी है।
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